Martyr’s Day को हम शहीद दिवस के नाम से भी जानते है।यह दिवस उन शहीद को स्मरण करने के लिए मानते है जिन्होंने अपनी जान की बाज़ी लगाकर हम लोगों को स्वतंत्र कराया और अंग्रेजों के बंदिश से स्वतंत्र कराया।हमारे लिए यह बहुत गर्व की बात है की हमारे देश के नोजवानों ने बढ़ चढ़कर अपनी भारत मा की रक्षा के लिए बलिदान दिया और उनके परिवार वालों ने जिन्होंने उन्हे देश भक्ति की रह दिखाई ओर उस पर चलना सिखाया।
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शहीद दिवस क्यू मनाते हैं ?
यह दिवस हम अपने देश के शहीद लोगों (Death anniversary)की याद मे मनाते है।जिन लोगों ने अपनी जान पर खेलकर हमे आजादी दिलाई ऐसे लोगों को श्रद्धांजलि (tribute) देते है। इस दिन मोहनदास कर्म चंद गांधी जी की गोली मारकर हत्या कर दी थी तभी से हम 30 जनवरी को प्रत्येक वर्ष shahid diwas मनाते हैं इसके अलावा 23 मार्च को भी हम shaheed diwas मनाते है क्योंकि इस दिन (bhagat singh)भगत सिंह,सुखदेव,राजगुरु को फांसी की सजा हुई थी ।
शहीद दिवस
यह दिवस 15 राज्य में मनाया जाता है परंतु सबकी तिथि में भिन्नता है। भारत देश भी उन में से एक है shaheed diwas मनाया जाता हैं।इस दिवस का इतिहास (history) बहुत ही गहरा है।इसको हम सर्वोदय दिवस (Sarvodaya)के नाम से भी जानते हैं।
23 मार्च शहीद दिवस की विशेष जानकारी
- Bhagat Singh(भगत सिंह) पर 12 साल(12 years) की उम्र में जलियाँवाला बाग हत्याकांड(Jallianwala Bagh Tragedy) का बहुत घर असर हुआ और उन्होंने लाहौर(Lahore) में नैशनल कॉलेज(National College) की पढ़ाई को छोड़कर bharat की आजादी के लिए “नोजवान भारत सभा “(Naujawan Bharat Sabha)का आयोजन किया।
- सन 1931 को भागत सिंह, सुखदेव गुरु, राजगुरु ने हस्ते-हस्ते बलिदान दिया था।
- इन्होंने देश की आजादी के लिए अंग्रेजों से डटकर सामना किया।
- उनका नारा ‘इंकलाब जिंदाबाद’ (iनकिलब zindabad )का नारा (slogan)काफी प्रसिद्ध हुआ।
- बिड़ला हाउस में शाम के समय नाथराम गोडसे ने Mahatma Gandhi को गोली मार दी थी क्योंकि वे विभाजन को लेकर उनके विचारों से सहमत नहीं थे।
शहीद दिवस कैसे मनाते हैं?
प्रधान मंत्री और राष्ट्रपति इस दिन राजघाट जाकर देश के जवानों को श्रद्धांजलि देकर उन्हे फूल अर्पित करते हैं ओर उन्हे सलामी देते हैं। उनके परिवार जनों को सम्मानित करते है।इस दिन 2 मिनट का मौन व्रत रखा जाता हैं शहीद हुए लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। इस दिन school, colleges में शायरी व् निबंध आयोजन किया जाता हैं साथ ही शहीदों पर भाषण भी दिए जाते हैं।