शिक्षक दिवस पर निबंध 2022 -23 Teachers Day Essay in Hindi, English & Marathi for Class 1-12 Students Pdf Download

Teachers Day Essay in Hindi

Teachers Day 2020: शिक्षक दिवस हर साल 5 सितंबर को पूरे भारत में मनाया जाता है। हम सभी के जीवन में सफलता के पीछे एक शिक्षक का हाथ होता है जो की हमारे शिष्यकाल के समय हमे सही मार्ग पर चलने की प्रेणना देता है| माता एवं पिता के बाद शिक्षक ही हमारे जीवन में अहम् महत्व रखते है| इस दिन का महत्व इसलिए भी है क्योकि इस दिन को भारत के इतिहास के महान पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर मनाया जाता है| वह शिक्षा के एक महान आस्तिक थे और विद्वान, राजनयिक, शिक्षक और भारत के राष्ट्रपति के रूप में अत्यधिक सम्मानित थे |

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शिक्षक दिवस पर निबंध इन हिंदी

ये कहा जाता है कि किसी भी पेशे की तुलना अध्यापन से नहीं की जा सकती। ये दुनिया का सबसे नेक कार्य है। पूरे भारत में शिक्षक दिवस के रुप में इस दिन को मनाने के द्वारा 5 सितंबर को अध्यापन पेशे को समर्पित किया गया है। शिक्षकों को सम्मान देने और भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस को याद करने के लिये हर साल इसे मनाया जाता है। देश के विकास और समाज में हमारे शिक्षकों के योगदान के साथ ही अध्यापन पेशे की महानता को उल्लेखित करने के लिये हमारे पूर्व राष्ट्रपति के जन्मदिवस को समर्पित किया गया है।

डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक महान शिक्षक थे जिन्होंने अपने जीवन के 40 वर्ष अध्यापन पेशे को दिया है। वो विद्यार्थियों के जीवन में शिक्षकों के योगदान और भूमिका के लिये प्रसिद्ध थे। इसलिये वो पहले व्यक्ति थे जिन्होंने शिक्षकों के बारे में सोचा और हर वर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रुप में मनाने का अनुरोध किया। डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को हुआ था और 1909 में चेन्नई के प्रेसिडेंसी कॉलेज में अध्यापन पेशे में प्रवेश करने के द्वारा दर्शनशास्त्र शिक्षक के रुप में अपने करियर की शुरुआत की।

उन्होंने देश में बनारस, चेन्नई, कोलकाता, मैसूर जैसे कई प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों तथा विदेशों में लंदन के ऑक्सफोर्ड जैसे विश्वविद्यालयों में दर्शनशास्त्र पढ़ाया है। अध्यापन पेशे के प्रति अपने समर्पण की वजह से उन्हें अपने बहुमूल्य सेवा की पहचान के लिये 1949 में विश्वविद्यालय छात्रवृत्ति कमीशन के अध्यक्ष के रुप में नियुक्त किया गया। 1962 से शिक्षक दिवस के रुप में 5 सितंबर को मनाने की शुरुआत हुई। अपने महान कार्यों से देश की लंबे समय तक सेवा करने के बाद 17 अप्रैल 1975 को इनका निधन हो गया।

शिक्षक विद्यार्थियो के जीवन के वास्तविक कुम्हार होते हैं जो न सिर्फ हमारे जीवन को आकार देते हैं बल्कि हमें इस काबिल बनाते हैं कि हम पूरी दुनिया में अंधकार होने के बाद भी प्रकाश की तरह जलते रहें। इस वजह से हमारा राष्ट्र ढ़ेर सारे प्रकाश के साथ प्रबुद्ध हो सकता है। इसलिये, देश में सभी शिक्षकों को सम्मान दिया जाता है। अपने शिक्षकों के महान कार्यों के बराबर हम उन्हें कुछ भी नहीं लौटा सकते हालाँकि, हम उन्हें सम्मान और धन्यावाद दे सकते हैं। हमें पूरे दिल से ये प्रतिज्ञा करनी चाहिये कि हम अपने शिक्षक का सम्मान करेंगे क्योंकि बिना शिक्षक के इस दुनिया में हम सभी अधूरे हैं।

Essay on Teachers Day in Hindi

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Essay on Teachers Day in Hindi

सभी के लिये शिक्षक दिवस बहुत ही खास अवसर होता है खासतौर से एक शिक्षक और विद्यार्थी के लिये। अपने शिक्षकों को सम्मान देने के लिये विद्यार्थियों द्वारा ये हर वर्ष 5 सितंबर को मनाया जाता है। 5 सितंबर को भारत में शिक्षक दिवस के रुप में घोषित किया गया है। हमारे पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को हुआ था इसलिये अध्यापन पेशे के प्रति उनके प्यार और लगाव के कारण उनके जन्मदिन पर पूरे भारत में शिक्षक दिवस मनाया जाता है। उनका शिक्षा में बहुत भरोसा था साथ ही वह अध्येता, राजनयिक, शिक्षक और भारत के राष्ट्रपति के रुप में भी प्रसिद्ध थे।

शिक्षक और विद्यार्थी के बीच के रिश्तों की खुशी को मनाने के लिये शिक्षक दिवस एक बड़ा अवसर है। आज के दिनों में इसे स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय और शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षक और विद्यार्थियों के द्वारा बहुत ही खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है। अपने विद्यार्थियों से शिक्षकों को ढ़ेर सारी बधाईयाँ मिलती है। आधुनिक समय में शिक्षक दिवस को अलग तरीके से मनाया जाता है। इस दिन विद्यार्थी बहुत खुश होते हैं और अपने तरीके से अपने पसंदीदा शिक्षक को बधाई देते है। कुछ विद्यार्थी पेन, डॉयरी, कार्ड आदि देकर बधाई देते हैं तो कुछ सोशल नेटवर्किंग साईट जैसे फेसबुक, ट्वीटर, या विडीयो ऑडियो संदेश, ई-मेल, लिखित संदेश या ऑनलाइन बातचीत के द्वारा अपने शिक्षक को बधाई देते हैं।

हमारे जीवन में अपने शिक्षकों की अहमियत और जरुरत को हमें महसूस करना चाहिये और उनके कार्यों को सम्मान देने के लिये हमें हर वर्ष शिक्षक दिवस मनाना चाहिये। हमारे जीवन में माता-पिता से ज्यादा शिक्षक की भूमिका होती है क्योंकि वो हमें सफलता की ओर मोढ़ते हैं। शिक्षक अपने जीवन में खुशी और सफल तभी होते हैं जब उनका विद्यार्थी अपने कार्यों से पूरे विश्वभर में नाम कमाता है। हमें अपने जीवन में शिक्षक के द्वारा पढ़ाये गये सभी पाठ का अनुसरण करना चाहिये।

Teachers Day Essay in Hindi

प्रस्तावना

शिक्षक दिवस भारत में प्रत्येक वर्ष 5 सितंबर को मनाया जाता है। पूरे देशभर में इस दिन विद्यालयो को सजाया जाता है और विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। विद्यार्थियों के साथ-साथ ही शिक्षक भी इन कार्यक्रमों में पूरे उमंग के साथ भाग लेते है। यह वह दिन होता है जब हमें अपने स्कूली गतिविधियों से छुट्टी मिलती है, ताकि हम अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा ले सके।

शिक्षक दिवस 5 सितंबर को क्यो मानाया जाता है?

5 सितंबर डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णनन की जयंती है, डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णनन स्वतंत्र भारत के पहले उप-राष्ट्रपति थे, उन्होंने सन् 1952 ले लेकर 1962 तक उप-राष्ट्रपति के रुप में देश की सेवा की इसके अलावा 1962 से 1967 तक उन्होंने देश के दूसरे राष्ट्रपति के रुप में भी कार्य किया।

डॉ राधाकृष्णनन शिक्षको का काफी सम्मान करते थे। राजनीती में आने से पहले उन्होंने खुद कलकत्ता विश्वविद्यालय, मैसूर विश्वविद्यालय और आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय जैसे कई सारे संस्थानो में पढ़ाया था। उन्हे उनके काम के लिए काफी सराहा जाता था और उन्हे उनके छात्रों द्वारा भी काफी पसंद किया जाता था। उनका मानना था कि शिक्षक वह व्यक्ति होता है, जो युवाओ को देश के भविष्य के रुप में तैयार करता है। यही कारण था कि उन्होंने प्रोफेसर का यह दायित्व इतने लगन से निभाया और अपने छात्रों को सदैव अच्छे संस्कार देने का प्रयास किया।

जब वह हमारे देश के राष्ट्रपति बने तब उनके छात्रों नें हर वर्ष उनका जन्मदिन मनाने की इच्छा जताई। इसके जवाब में डॉ राधाकृष्णनन ने कहा कि उन्हे इस बात की अधिक प्रसन्नता होगी यदि उनके छात्र 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रुप में मनाये, तब से लेकर आज तक उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाता है।

शिक्षक दिवस का महत्व

शिक्षक दिवस एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है, यह वह दिन है जिसे हम अपने शिक्षको के प्रयासो और कार्यो के सम्मान के रुप में मनाते हैं। शिक्षण का कार्य विश्व के सबसे कठिन कार्यो में से एक है क्योंकि उनके उपर नौजवानो को शिक्षा देने की जिम्मेदारी होती है। उनके कार्यभार में एक पूरी कक्षा के बच्चे होते है और क्योंकि हर विद्यार्थी दूसरे से अलग होता है और उसकी अपनी क्षमता होती है इसलिए यह कार्य और भी कठिन हो जाता है, कुछ विद्यार्थी खेल-कूद में अच्छे होते है तो कुछ गणित में तो वही कुछ का अंग्रेजी में दिलचस्पी होती है। एक अच्छा शिक्षक हमेशा अपने विद्यार्थियों के रुचि को ध्यान में रखता है और उनकी क्षमताओं को पहचानता है। उन्हे उनके विषय या कार्यो के कौशल को निखारने की शिक्षा देता है ओर इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखता है कि उनकी दूसरी गतिविधियां या विषय ना प्रभावित हो।

यही कारण है कि यह दिन शिक्षको को सम्मान और आभार प्रकट करने के लिए समर्पित किया गया है।

Essay on Teachers Day in English

Teacher’s Day is a very special occasion for everyone especially for the teachers and students. It is celebrated by the students every year on 5th of September to honour their teachers. 5th of September has been declared as the Teachers day in India. Our earlier President, Dr. Sarvapalli Radhakrishnan was born on 5th of September so Teacher’s Day in India is being celebrated on his birthday because of his love and affection towards teaching profession. He was a great believer of education and highly famous as the scholar, diplomat, teacher and President of India.

Teacher’s day is a great occasion for celebrating and enjoying the relationship between teachers and students. Now a day, it is celebrated with the big enthusiasm and joy in the schools, colleges, universities and other educational institutions by both students and teachers. Teachers are given lots of wishes about long life from their students. In the modern time the celebration strategy of the teacher’s day has been standard. Students become so happy at this day and plan for the way of wishing their favourite teachers. Some students wish their favourite teachers by giving them gifts, greeting cards, pen, diaries, etc. Some students wish their teachers by sending them audio messages, emails, video messages, written messages, through online chat, social media websites like Facebook, twitter, etc. Someone just say “Happy teacher’s day” orally to wish.

We should realize the necessity and value of our teachers in our lives and celebrate Teachers’ Day every year to pay them homage for great job. Teachers are more than our parents who mold our mind towards success. They become happy and get their success in life only if their dedicated students go ahead and spread teachers name all over the world through his activities. We should follow all good lessons in our life taught by our teachers.

शिक्षक दिवस मराठी निबंध

अक्सर class 1, class 2, class 3, class 4, class 5, class 6, class 7, class 8, class 9, class 10, class 11, class 12 के बच्चो को कहा जाता है टीचर्स डे पर निबंध लिखें|आइये अब हम आपको शिक्षक दिवस निबंध, शिक्षक दिवस पर कविता, शिक्षक दिवस पर निबंध, shikshak diwas nibandh in hindi, shikshak diwas nibandh in marathi, teachers day article, teachers day essay in hindi for class 5, टीचर्स डे एस्से इन हिंदी, शिक्षक दिवस भाषण, essay on teachers day in english for class 4, Teachers Day Quotes in Hindi, 5 september teachers day essay in hindi, शिक्षक दिवस पर सुविचार आदि की जानकारी 100 words, 150 words, 200 words, 400 words, किसी भी भाषा जैसे Hindi, हिंदी फॉण्ट, मराठी, गुजराती, Urdu, उर्दू, English, sanskrit, Tamil, Telugu, Marathi, Punjabi, Gujarati, Malayalam, Nepali, Kannada के Language Font में साल 2007, 2008, 2009, 2010, 2011, 2012, 2013, 2014, 2015, 2016, 2017 का full collection whatsapp, facebook (fb) व instagram पर share कर सकते हैं|साथ ही डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन पर निबंध व Anchoring Script for Teachers Day भी देखें| आप सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं

শিক্ষকের দিন এটি 5 ই সেপ্টেম্বর প্রতি বছর ছাত্রদের দ্বারা উদযাপন করা হয়। 5 ই সেপ্টেম্বর ভারতে শিক্ষক দিবস হিসাবে ঘোষণা করা হয়েছে। আমাদের পূর্বতন রাষ্ট্রপতি ড। Sarvapalli রাধাকৃষ্ণান সেপ্টেম্বর 5th জন্মগ্রহণ করেন তাই ভারতে শিক্ষক দিবস শিক্ষার পেশাটির প্রতি তার প্রেম এবং স্নেহ কারণে তার জন্মদিন পালিত হচ্ছে। তিনি শিক্ষার একজন মহান বিশ্বাসী ছিলেন এবং ভারতের পণ্ডিত, কূটনীতিক, শিক্ষক ও রাষ্ট্রপতি হিসেবে অত্যন্ত সম্মানিত ছিলেন।

শিক্ষকদের দিন শিক্ষক এবং ছাত্রদের জন্য একটি মহান ছুটির দিন। এখন একটি দিন, স্কুল, কলেজ, বিশ্ববিদ্যালয় এবং অন্যান্য শিক্ষাপ্রতিষ্ঠানগুলোতে শিক্ষার্থীদের ও শিক্ষক উভয়ের দ্বারা এই উত্সব উদযাপন করা হয়। শিক্ষকদের প্রচুর শুভেচ্ছা রয়েছে উত্সবের আধুনিক সংস্করণে এই দিনে শিক্ষার্থীরা এত সুখী হয় কিছু ছাত্র উপহার, শুভেচ্ছা কার্ড, কলম, ডায়েরি ইত্যাদি দিয়ে তাদের প্রতিভাধর শিক্ষকদের কামনা করে। কিছু ছাত্র ইমেল, ভিডিও বার্তা, লিখিত বার্তা, অনলাইন চ্যাট, ফেসবুক, টুইটার ইত্যাদি মত সোশাল মিডিয়া ওয়েবসাইটের মাধ্যমে তাদের বার্তা পাঠাতে চায়। কেউ কেউ শুধু “শুভ শিক্ষকের দিন” বলার ইচ্ছাপূরণ করে

আমরা আমাদের জীবনে অপরিহার্যতা এবং আমাদের শিক্ষক এর মূল্য বুঝতে এবং তাদের মহান কাজের জন্য শ্রদ্ধা জানাতে শিক্ষক দিবস প্রতি বছর উদযাপন করা উচিত। শিক্ষকেরা আমাদের মাতাপিতার চেয়েও বেশি আছেন যারা আমাদের মনের দিক থেকে সাফল্যের দিকে পরিচালিত করেন। তারা খুশি হবে এবং শুধুমাত্র তাদের জীবনে সাফল্য পাবে। আমাদের শিক্ষকদের আমাদের শেখানো সব পাঠ অনুসরণ করা উচিত।

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