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प्रसिद्ध शायर मिर्जा गालिब को देश का एक एक इंसान जनता है । कहा जाता है मिर्जा गालिब मुगल सल्तनत के आखिरी बादशाह बहुदुर शाह जाफ़र के दरबारी थे । हिन्दी , उर्दू और फारसी भाषा में उन्होंने Romantic, कविताएं About Life और शेर लिखे है । ग़ालिब के शेर जीवन हर पड़ाव के लिए सही बैठते है । उन्होंने शेरो शायरी On Friendship For Friends, On Sharab, On God को Urdu Language के साथ साथ हिन्दी और फारसी में भी लिखा है जिन्हे हम With Meaning भी देख सकते है । उनकी Famous शायरी Hazaron Khwahishen Aisi बहुत ही सुन्दर रचना है ।
आज हम आपके लिए लाए है सबसे अच्छी Ghalib Shayari Book का कलेक्शन जिनमे आपको Shayari on Dosti, on Taj Mahal की Pic भी मिलेगी जिन्हे आप PDF में भी डाउनलोड कर सकते है । इसके साथ ही Wallpaper on Ishq शायरी के साथ देख सकते है । fgjhjhgjkfjkh
Mirza Ghalib Shayari in Hindi
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न था कुछ तो ख़ुदा था कुछ न होता तो ख़ुदा होता डुबोया मुझ को होने ने न होता मैं तो क्या होता
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Mirza Ghalib Shayari in Urdu
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हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि हर ख़्वाहिश पे दम निकले बहुत निकले मिरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले
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ये फ़ित्ना आदमी की ख़ाना-वीरानी को क्या कम है हुए तुम दोस्त जिस के दुश्मन उस का आसमाँ क्यूँ हो
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Mirza Ghalib Shayari in Hindi 2 Lines
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Mirza Ghalib Shayari Images
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हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि हर ख़्वाहिश पे दम निकले बहुत निकले मिरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले
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दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है आख़िर इस दर्द की दवा क्या है हमको उनसे वफ़ा की उम्मीद है जो नहीं जानते वफ़ा क्या है ।।
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Mirza Ghalib Shayari on Love
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तुम न आए तो क्या सहर न हुई हाँ मगर चैन से बसर न हुई मेरा नाला सुना ज़माने ने एक तुम हो जिसे ख़बर न हुई
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ज़रा कर ज़ोर सीने में कि तीरे-पुर-सितम निकले, जो वो निकले तो दिल निकले, जो दिल निकले तो दम निकले !!
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गैर ले महफ़िल में बोसे जाम के हम रहें यूँ तश्ना-ऐ-लब पैगाम के खत लिखेंगे गरचे मतलब कुछ न हो हम तो आशिक़ हैं तुम्हारे नाम के इश्क़ ने ग़ालिब निकम्मा कर दिया वरना हम भी आदमी थे काम के
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Mirza Ghalib Shayari in English
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God manifests even in emptiness and nothingness, Question of my humble existence seems meaningless.
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The game of power even of true & mighty Kings, Do not effect me much like miracles of holy beings.
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Ghalib, Do not feel low if preacher calls you bad, This is the way of the world so why feel sad ?
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The notion of death always lingered in my mind, It deterred me to push my limits for new to find.
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Life no matter how I claim to be mine, fact remains every breath I do take is Thine, Vanity no matter how I extol of mine, fact remains my inability to repay Thine.
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Mirza Ghalib Shayari on Life
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नसीहत के कुतुब-ख़ाने* यूँ तो दुनिया में भरे हैं, ठोकरें खा के ही अक्सर बंदे को अक़्ल आई है !!
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न सुनो गर बुरा कहे कोई, न कहो गर बुरा करे कोई !! रोक लो गर ग़लत चले कोई, बख़्श दो गर ख़ता करे कोई !!
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Mirza Ghalib Sad Shayari
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हुई मुद्दत कि 'ग़ालिब' मर गया पर याद आता है, वो हर इक बात पर कहना कि यूँ होता तो क्या होता
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