अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर निबंध – Essay on International Youth Day in Hindi for Class 1-12 School Students pdf Download

अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर निबंध
International youth day 2022: युवा देश का भविष्य होते है| आज के समय में युवा शक्ति से ही देश की उन्नति होती है| अगर आपको अपने देश का विकास करना है तो युवाओ को उसमे भाड़ चढ़कर हिस्सा लेना होगा| हर साल 12 अगस्त को विश्व युवा दिवस भव्य अंदाज़ में मनाया जाता है|
इस मदिन का भारत में महत्व इसलिए भी है क्योकि इसी दिन स्वामी विवेकानंद जी का जन्मदिवस भी होता है|  ये निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए दिए गए है|
इस दिन युवा दिवस पर Poem , speech या Essay प्रतियोगिता भी होती है जिसे में विवेकानंद जी के Message या Quotes  उनके भारत के लिए योगदान की जानकारी दी जाती है|

अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस निबंध

International youth day 2022 theme: इस साल की इंटरनेशनल युथ डे थीम 2022 UN द्वारा अन्नोउंस कर दी गयी है जो की है “Safe Spaces for Youth” यान की “युवाओं के लिए सुरक्षित स्थान”| आज हमारे द्वारा दिए गए वर्ल्ड युथ डे पर कुछ संक्षिप्त निबंध (short essays) और लंबे निबंध (long essays), निश्चित रूप से आयोजन समारोह या बहस प्रतियोगिता (debate competition) यानी स्कूल कार्यक्रम में स्कूल या कॉलेज में निबंध में भाग लेने में छात्रों की सहायता करेंगे। इन युवा दिवस पर हिंदी स्पीच हिंदी में 100 words, 150 words, 200 words, 400 words जिसे आप pdf download भी कर सकते हैं|

भारत में, ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन महान भारतीय दार्शनिक, स्वामी विवेकानंद जी का जन्म हुआ था। भारत सरकार ने 1984 में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में 12 जनवरी की तिथि को घोषित किया और 1985 से हर साल 12 जनवरी को भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।

स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 में कोलकाता (कलकत्ता) में हुआ था। उनका मूल नाम नरेन्द्र नाथ दत्त था। उनके पिता, विश्वनाथ दत्त कलकत्ता उच्च न्यायालय में एक वकील थे। उनकी माता भुवनेश्वरी देवी एक ग्रहणी थीं।

स्वामी विवेकानंद ने पैदल ही पूरे भारत की यात्रा की। 1893 में शिकागो धर्म संसद में गए और 1896 तक अमेरिका में रहे। स्वामी विवेकानंद ने 9 दिसंबर 1898 को कलकत्ता के निकट गंगा नदी के किनारे बेलूर में ‘रामकृष्ण मठ’ की स्थापना की। उन्होंने ‘रामकृष्ण मिशन’ की स्थापना की। स्वामी विवेकानंद एक संत व भारत के सच्चे देशभक्त थे। उन्होंने कई विषयों पर अपने बहुमूल्य विचार दिये हैं। स्वामी विवेकानंद ने योग, राजयोग तथा ज्ञानयोग जैसे ग्रंथों की रचना की।

स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं देश की सबसे बड़ी दार्शनिक संपत्ति हैं। इस दार्शनिक गुरु की जन्म तिथि पर युवा दिवस घोषित करने का उद्देश्य आने वाली पीढ़ी में इन पवित्र आदर्शों को पैदा करना है। राष्ट्रीय युवा दिवस का दिन रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन के मुख्यालय के साथ ही उनकी शाखा केन्द्रों पर स्वामी विवेकानंद के प्रति काफी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। विभिन्न स्थानों पर इस दिन मंगल आरती, होम, ध्यान, भक्ति-गीत, धार्मिक प्रवचन और संध्या आरती आदि का आयोजन होता है। देश की लगभग सभी शिक्षण संस्थाओं में राष्ट्रीय युवा दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।

इंटरनेशनल युथ डे एस्से इन हिंदी

आइये अब हम आपको essay on international youth day , national youth day essay in hindi, essay on international youth day in hindi, आदि की जानकारी देंगे|

हर वर्ष 12 जनवरी को भारत में पूरे उत्साह और खुशी के साथ राष्ट्रीय युवा दिवस (युवा दिवस या स्वामी विवेकानंद जन्म दिवस) मनाया जाता है। इसे आधुनिक भारत के निर्माता स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को याद करने के लिये मनाया जाता है। राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को मनाने के लिये वर्ष 1984 में भारतीय सरकार द्वारा इसे पहली बार घोषित किया गया था। तब से (1985), पूरे देश भर में राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में इसे मनाने की शुरुआत हुई।12 जनवरी 2022, शुक्रवार को पूरे भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस (युवा दिवस या स्वामी विवेकानंद जन्म दिवस) मनाया गया।

यह सर्वज्ञात है कि 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस पर हर वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने के लिये भारतीय सरकार ने घोषित किया था। स्वामी विवेकानंद का दर्शन और उनके आदर्श की ओर देश के सभी युवाओं को प्रेरित करने के लिये भारतीय सरकार द्वारा ये फैसला किया गया था। स्वामी विवेकानंद के विचारों और जीवन शैली के द्वारा युवाओं को प्रोत्साहित करने के द्वारा देश के भविष्य को बेहतर बनाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिये राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को मनाने का फैसला किया गया था।

इसे मनाने का मुख्य लक्ष्य भारत के युवाओं के बीच स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और विचारों के महत्व को फैलाना है। भारत को विकसित देश बनाने के लिये उनके बड़े प्रयासों के साथ ही युवाओं के अनन्त ऊर्जा को जागृत करने के लिये यह बहुत अच्छा तरीका है।

पौष कृष्णा सप्तमी तिथि में वर्ष 1863 में 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ था। स्वामी विवेकानंद का जन्म दिवस हर वर्ष रामकृष्ण मिशन के केन्द्रों पर, रामकृष्ण मठ और उनकी कई शाखा केन्द्रों पर भारतीय संस्कृति और परंपरा के अनुसार मनाया जाता है।

खेल, सेमिनार, निबंध-लेखन, के लिये प्रतियोगिता, प्रस्तुतिकरण, योगासन, सम्मेलन, गायन, संगीत, व्याख्यान, स्वामी विवेकानंद पर भाषण, परेड आदि के द्वारा सभी स्कूल, कॉलेज में युवाओं के द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस (युवा दिवस या स्वामी विवेकानंद जन्म दिवस) मनाया जाता है। भारतीय युवाओं को प्रेरित करने के लिये विद्यार्थियों द्वारा स्वामी विवेकानंद के विचारों से संबंधित व्याख्यान और लेखन भी किया जाता है।

उनके आंतरिक आत्मा को प्रोत्साहन, युवाओं के बीच भरोसा, जीवन शैली, कला, शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये देश के बाहर के साथ ही पूरे भारत भर के कार्यक्रमों में भाग लिये लोगों के द्वारा विभिन्न प्रकार के दूसरे कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी होती है।

National Youth Day Essay

अक्सर class 1, class 2, class 3, class 4, class 5, class 6, class 7, class 8, class 9, class 10, class 11, class 12 के बच्चो को कहा जाता है विश्व युवा दिवस पर निबंध लिखें| यहाँ हमने हर साल 2009, 2010, 2011, 2012, 2013, 2014, 2015, 2016, 2017 व 2022 के अनुसार International Youth Day essay for school, paragraph on youth day, International Youth Day Slogans in Hindi, Vishwa yuva Diwas nibandh , विश्व युवा दिवस पर लेख, essay on world youth day, global youth day essay essay for students, वर्ल्ड यूथ डे एस्से दिया हुआ जिसे आप अपने स्कूल कम्पटीशन में लिख सकते है|

Essay on International Youth Day in Hindi

International Youth Day is commemorated every year on 12 August. The Focal Point on Youth selects a theme for the day with input from youth organizations and members of the UN Inter-Agency Network in Youth development. It also organizes a commemoration of the Day at United Nations Headquarters in New York. The Programme encourages youth around the world to organize activities to raise awareness about the situation of youth in their country.

International Youth Day is the best time to commemorate the power and strength of the youth all around the globe. International Youth Day is celebrating every year on 12th August since 1999. United Nations defined an event for highlighted awareness on the requirements of young people in the middle of 10 to 24 years. On the other hand, the youth send some affectionate mails to extend this day with their darling, friends, esteemed ones on this day.

The aim of International Youth Day is to endorse consciousness, particularly among youth. The World Programme of Action for Youth is started before 2000. The World Programme of Action wants to achievement in 10 main fields.

The 10 fields are starvation, poverty, education, employment, health, drug exploitation, childhood felony, recreation events, Child and young women, Environment. The International Youth Day suggests that regional, countrywide and worldwide implements the Programme.

The United Nations marked out the youth, the age between 15 to 24 years. This is one sixth of the global populace. The youth will develop the countries to increase preciously in 21st century in all sides.

Many activities and events that take place around the world on International Youth Day promote the benefits that young people bring into the world. Many countries participate in this global event, which may include youth conferences on issues such as education and employment. Other activities include concerts promoting the world’s youth, as well as various sporting events, parades and mobile exhibitions that showcase young people’s achievements.

Essay on International Youth Day in Hindi

अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस (अंग्रेज़ी: International Youth Day) (IYD) ’12 अगस्त’ को प्रतिवर्ष मनाया जाता है। किसी भी देश का युवा उस देश के विकास का सशक्त आधार होता है, लेकिन जब यही युवा अपने सामाजिक और राजनैतिक जिम्मेदारियों को भूलकर विलासिता के कार्यों में अपना समय नष्ट करता है, तब देश बर्बादी की ओर अग्रसर होने लगता है। पहली बार सन 2000 में अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन किया गया था। अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस मनाने का मतलब है कि सरकार युवाओं के मुद्दों और उनकी बातों पर ध्यान आकर्षित करे। संयुक्त राष्ट्र संघ के निर्णयानुसार सन 1985 ई. को अंतरराष्ट्रीय युवा वर्ष घोषित किया गया।

पूरे विश्व में भारत को युवाओं का देश कहा जाता है। अपने देश में 35 वर्ष की आयु तक के 65 करोड़ युवा हैं। अर्थात् हमारे देश में अथाह श्रमशक्ति उपलब्ध है। आवश्यकता है आज हमारे देश की युवा शक्ति को उचित मार्ग दर्शन देकर उन्हें देश की उन्नति में भागीदार बनाने की, उनमे अच्छे संस्कार, उचित शिक्षा एवं प्रोद्यौगिक विशेषज्ञ बनाने की, उन्हें बुरी आदतों जैसे- नशा, जुआ, हिंसा इत्यादि से बचाने की। क्योंकि चरित्र निर्माण ही देश की, समाज की, उन्नति के लिए परम आवश्यक है। दुश्चरित्र युवा न तो अपना भला कर सकता है, न समाज का और न ही अपने देश का। देश के निर्माण के लिए, देश की उन्नति के लिए, देश को विश्व के विकसित राष्ट्रों की पंक्ति में खड़ा करने के लिए युवा वर्ग को ही मेधावी, श्रमशील, देश भक्त और समाज सेवा की भावना से ओत प्रोत होना होगा।

आज के युवा वर्ग को अपने विद्यार्थी जीवन में अध्ययनशील, संयमी, चरित्र निर्माण के लिए आत्मानुशासन लाकर अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाने के प्रयास करने चाहिए। जिसके लिए समय का सदुपयोग आवश्यक है। विद्यालय को मस्ती की पाठशाला समझ कर समय गंवाने वाले युवा स्वयं अपने साथ अन्याय करते हैं, जिसकी भारी कीमत जीवन भर चुकानी पड़ती है। बिना शिक्षा के कोई भी युवा अपने जीवन को सुचारू रूप से चलाने में अक्षम रहता है। चाहे उसके पास अपने पूर्वजों का बना बनाया, स्थापित कारोबार ही क्यों न हो। या वह किसी राजनयिक या प्रशासनिक अधिकारी की संतान ही क्यों न हो। इसी प्रकार बिना शिक्षा के जीवन में कोई भी कार्य, व्यापार, व्यवसाय उन्नति नहीं कर सकता। यदि कोई युवा अपने विद्यार्थी जीवन के समय का सदुपयोग कर अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेता है तो मनोरंजन, मस्ती और ऐश के लिए पूरे जीवन में भरपूर अवसर मिलते हैं। वर्तमान समय में युवा विद्यार्थियों को रोजगार परक शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए, अर्थात् प्रोद्यौगिकी से सम्बंधित विषयों में विशेषज्ञता प्राप्त करनी चाहिए। जो देश की उन्नति में योगदान देने के साथ-साथ रोजगार की असीम संभावनाएं दिलाती है।

Short Essay on International Youth Day

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हर वर्ष 12 जनवरी को भारत में पूरे उत्साह और खुशी के साथ राष्ट्रीय युवा दिवस (युवा दिवस या स्वामी विवेकानंद जन्म दिवस) मनाया जाता है। इसे आधुनिक भारत के निर्माता स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को याद करने के लिये मनाया जाता है। राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को मनाने के लिये वर्ष 1984 में भारतीय सरकार द्वारा इसे पहली बार घोषित किया गया था। तब से (1985), पूरे देश भर में राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में इसे मनाने की शुरुआत हुई।12 जनवरी 2022, शुक्रवार को पूरे भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस (युवा दिवस या स्वामी विवेकानंद जन्म दिवस) मनाया गया।

यह सर्वज्ञात है कि 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस पर हर वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने के लिये भारतीय सरकार ने घोषित किया था। स्वामी विवेकानंद का दर्शन और उनके आदर्श की ओर देश के सभी युवाओं को प्रेरित करने के लिये भारतीय सरकार द्वारा ये फैसला किया गया था। स्वामी विवेकानंद के विचारों और जीवन शैली के द्वारा युवाओं को प्रोत्साहित करने के द्वारा देश के भविष्य को बेहतर बनाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिये राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को मनाने का फैसला किया गया था।

इसे मनाने का मुख्य लक्ष्य भारत के युवाओं के बीच स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और विचारों के महत्व को फैलाना है। भारत को विकसित देश बनाने के लिये उनके बड़े प्रयासों के साथ ही युवाओं के अनन्त ऊर्जा को जागृत करने के लिये यह बहुत अच्छा तरीका है।

पौष कृष्णा सप्तमी तिथि में वर्ष 1863 में 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ था। स्वामी विवेकानंद का जन्म दिवस हर वर्ष रामकृष्ण मिशन के केन्द्रों पर, रामकृष्ण मठ और उनकी कई शाखा केन्द्रों पर भारतीय संस्कृति और परंपरा के अनुसार मनाया जाता है।

खेल, सेमिनार, निबंध-लेखन, के लिये प्रतियोगिता, प्रस्तुतिकरण, योगासन, सम्मेलन, गायन, संगीत, व्याख्यान, स्वामी विवेकानंद पर भाषण, परेड आदि के द्वारा सभी स्कूल, कॉलेज में युवाओं के द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस (युवा दिवस या स्वामी विवेकानंद जन्म दिवस) मनाया जाता है। भारतीय युवाओं को प्रेरित करने के लिये विद्यार्थियों द्वारा स्वामी विवेकानंद के विचारों से संबंधित व्याख्यान और लेखन भी किया जाता है।

उनके आंतरिक आत्मा को प्रोत्साहन, युवाओं के बीच भरोसा, जीवन शैली, कला, शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये देश के बाहर के साथ ही पूरे भारत भर के कार्यक्रमों में भाग लिये लोगों के द्वारा विभिन्न प्रकार के दूसरे कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी होती है।

International Youth Day Essay in Hindi

कहते है नया दौर युवाओं का है और हम उन्हें दरकिनार कर विकास के पथ पर नही चल सकते है | 12 जनवरी को युवा दिवस (National Youth Day) मनाया जाता है जो स्वामी विवेकानंद की याद में मनाया जाता है | विवेकानंद युवाओ में क्रांतिकारी परिवर्तन कर देश को प्रेम और सौहार्द के रास्ते पर ले जाना चाहते थे | विवेक और आनन्द का संगम है -विवेकानंद |

12 जनवरी 1863 को कोलकाता में जन्मे विवेकानंद बचपन से ही अत्यंत मेधावी थे |नरेंद्र दत्त अन्य बच्चो की तरह ही नटखट थे | उनका प्रारम्भिक जीवन तैराकी ,दौड़ ,कुश्ती और संगीत आदि सीखने में बिता | जिज्ञासा की लहरे सदा उनके कोमल मन को झकझोड़ती | अपने 39 वर्ष के संक्षिप्त जीवनकाल में स्वामीजी ने जितने अद्भुद कार्य किये , वह न केवल उस समय बल्कि आज की पीढियों के लिए भी प्रेरणा के स्त्रोत है | उनके इन्ही अद्भुद कार्यो को देखते हुए 1984 में भारत सरकार ने उनके जन्मदिन के अवसर पर प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day) मनाने की घोषणा की |

अमेरिका स्थित शिकागो में 1893 में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से एक युवा अनजान सन्यासी ने सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया | यह वो समय था जब यूरोप और अमेरिका के लोग पराधीन भारतवासियों को बहुत हीन दृष्टि से देखते थे | वहा के कई लोगो ने प्रयत्न किया कि सर्वधर्म परिषद में इन्हें कुछ बोलने का मौका ही नही दिया जाए | अमेरिका के ही एक अच्छे व्यक्ति ने उन्हें थोडा समय दिया | जब लोगो ने उनके धर्म संबधी विचार और ओजस्वी भाषण सुना तो सभी दंग रह गये |

अमेरिका में उनके भक्तो का एक बड़ा समुदाय बन गया | वहा के मीडिया ने उन्हें साइक्लोनिक हिन्दू का नाम दे डाला| वह युवा सन्यासी ऑर कोई नही ,स्वामी विवेकानंद थे जिन्होंने सम्पूर्ण भारत के सामाजिक ,धार्मिक और राजनैतिक पुनर्जागरण के क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई | स्वामीजी ने धर्म को मनुष्य की सेवा का केंद्र मानकर ही आध्यात्मिक चिन्तन किया था | उन्होंने एक ऐसे समाज की कल्पना की थी | मनुष्यको जाति-धर्म के आधार पर बांटना उन्हें मंजूर ही नही था |

वे युवाओं की शक्ति को भली भाँती पहचानते थे | उन्होंने एक बार कहा था “मुझे बहुत से युवा संयासी चाहिए जो भारत के गावो में फैलकर देशवासियों की सेवा कर सके | ” राष्ट्रप्रेम की भावना उनमे कूट कूटकर भरी हुयी थी उठो जागो ,स्वयं जागक्र ओरो को जगाओ अपने जन्म को सफल बनाओ तब तक नही रुको जब तक कि लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए | ये अनमोल वचन स्वामी जी के ही थे |पहला राष्टीय युवा दिवस (National Youth Day) 12 जनवरी 1985 को भोपाल में मनाया गया था | राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day) पर देश के युवाओं को गजबखबर की ओर से हार्दिक शुभकामनाये |

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