Ganga Safai Abhiyan Essay | Hindi & English

Ganga Safai Abhiyan Essay

Ganga Safai Yojana Nibandh | गंगा सफाई अभियान निबंध

भारत में सबसे पवित्र गंगा नदी को माना जाता है। सरकार के द्वारा अनेकों अभियान एवं योजनाए को चलाया जाता है। जिसमे से सरकार के लिए एक चिंता का विषय यह भी बन गया था कि Ganga Ki Safai Kaise Kare. जिसके लिए सरकार के द्वारा नमामि गंगा योजना यानि कि Ganga Safai Yojana को शुरू किया गया। आज हम आपको इस Article में Ganga Safai Yojana Par Nibandh प्रस्तुत कर रहे है।

आपको इस Ganga Abhiyan Essay in Hindi के मध्यम से Ganga Safai Yojana Kab Prarambh Hui, Kis Varsh Prarambh Hui और यह योजना का उद्देश्य Kya Hai आदि की जानकारी प्राप्त हो जाएगी। आपक इस लेख के आलावा Internet पर Essay On Ganga Safai Abhiyan in English के साथ Marathi, Tamil और Gujrati एवं अन्य भाषाओँ में भी यह योजना Kab Prarambh Hui Thi के बारे में पढ़ सकते है। तो आइये जानते है इस लेख के माध्यम से कि Ganga Safai Yojana Kab Shuru Hui.

प्रस्तावना

यह योजना नरेंद्र मोदी जी के द्वारा गंगा नदी को साफ़ एवं स्वच्छ करने के लिए आरम्भ की थी। उन्होंने आपने किये हुए वायदे के अनुसार इस yojana का प्रारम्भ किया। आपको बता दे की यह Kab Shuru Hui Thi. इस योजना को केंद्रीय बजट 2,037 Croro Rs. के साथ वर्ष 2014-15 में स्वच्छ गंगा योजना की शुरुआत की गयी थी। इस Ganga Conservation Mission के दौरान इस नमामि गंगे योजना पर बहुत बजट का खर्च किया गया था। जिसके चलते Ganga River को साफ और स्वच्छ बनाया जा सके।

गंगा सफाई अभियान महत्व

गंगा सफाई अभियान का बहुत महत्व है क्यूंकि हिन्दू धर्म में गंगा नदी को सबसे पवित्र मन जाता है। हिन्दू धर्म में गंगा नदी को गंगा मैया कहा जाता है और माँ की भाति ही पूजा जाता है। यह गंगा नदी सभी भारतीय लोगों के लिए जीवनदायिनी मानी जाती है। Ganga River एक लगातार प्रवाहमयी यानि निरंतर बहती हुई नदी है। इस नदी को पापनाशनी भी कहा जाता है क्यूंकि यह एपीआई पवित्रता से सभी पापियों के पाप को नष्ट कर उनका उद्धार करती है। तथा गंगा सफाई अभियान के द्वारा इस नदी की सभी प्रकार की अशुद्धियों से मुक्ति मिल सकेगी। इसलिए गंगा सफाई अभियान का अत्यधिक महत्व है। इस गंगा सफाई अभियान के तहत Ganga River को साफ़ व् स्वच्छ बनाने के लिए सरकार के द्वारा 18 वर्ष (Years) का समय निर्धारित किया है। सरकार का मुख्य उद्देश्य यह है कि नमामि गंगा योजना के द्वारा भारत देश की सबसे पवित्र नदी गंगा में होने वाले प्रदुषण को रोक सके।

गंगा जल प्रदुषण

Ganga River का जल हरिद्वार तक निर्मल रहता है। किन्तु गंगा नदी में शहरी क्षेत्रों के गंदे नालो का पानी एवं कूड़ा-कचरा नदी में मिल जाता है। जिस कारण गंगा नदी का जल प्रदूषित हो जाता है। भारत में अलग-अलग राज्यों में गंगा नदी के तट बने मंदिरो में चढ़ाई जाने वाली पूजा की सामग्री जब सड़ जाती है या खराव हो जाती है तो उस सामग्री को गंगा नदी में डाल दिया जाता है। इसके साथ ही कई औद्योगिक क्षेत्रों में भी दूषित जल और मलमूत्र को नदी में छोड़ दिया जाता है। जिस वजह से गंगा नदी में प्रदुषण की मात्रा बढ़ जाती है तथा गंगा नदी प्रदूषित हो जाती है। इस वजह से देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी ने गंगा सफाई की दिशा को ध्यान में रखते हुए गंगा नदी के जल को प्रदुषण मुक्त कर Ganga River को पुनः पवित्र करने के लिए नमामि गंगा योजना (Namami Ganga Scheme) को चलाया है।

गंगा नदी का इतिहास

गंगा नदी के इतिहास की बात की जाये तो यह एक बहुत पुरानी बात है। जब पृथ्वी पर गंगा नदी का कोई अस्तित्व ही नहीं था। प्ररणिक कथाओं के अनुसार एक भागीरथ नाम के राजा थे और उनके साठ पूर्वज थे। किन्तु एक ऋषि से उग्रता करने की वजह से उन्हें श्राप दे दिया। जिस कारण वह सभी भस्म हो गए। उनके उद्धार एवं उनकी मुक्ति के लिए भागीरथ ने उन ऋषि से पूछा तो उन ऋषि ने भगीरथ को बताते हुए कहा कि इसका उद्धार केवल पृथ्वी पर गंगा को लाना होगा। तब भागीरथ कठोर तपस्या करके उसके फलस्वरूप गंगा को धरती पर लाये और अपने पूवर्जो का उद्धार किया। इसलिए Ganga River को भागीरथी के नाम से भी जाना जाता है।

निष्कर्ष

गंगा सफाई अभियान को ध्यान में रखते हुए हम सभी को गंगा नदी के साथ-साथ अन्य नदियों और नालों में कूड़ा-कचरा नहीं डालना चाहिए। गंगा नदी की सफाई के प्रति लोगों को जागरूक करना चाहिए। जिससे सभी को पीने के लिए साफ और स्वच्छ जल प्राप्त हो सके और नदियों का जल साफ रह सके। जिससे जल प्रदूषण के कारण फैलने वाली बीमारियां न फैले एवं सभी देश वासी स्वच्छ और निरोगी रह सके। गंगा सफाई अभियान में अपना योगदान दे जिससे सरकार की इस योजना को सफल बनाया जा सके।

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