विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2020: वर्ल्ड नो टोबैको डे एक प्रकार का उत्सव है जो की हर साल 31 मई को पूरे विश्व भर में WHO (World Health Organization) द्वारा तम्बाकू के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है| तंबाकू का उपयोग वैश्विक स्तर पर मृत्यु का दूसरा कारण है और वर्तमान में दुनिया भर में 10 वयस्कों में से एक की मोत के लिए भी यह जिम्मेदार है। इसलिए हम आप सबसे यही कहेंगे की Say No to Tobacco! आइये देखें वर्ल्ड नो टोबैको डे पर लेख, विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर विशेष, World Anti Tobacco Day Speech, विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर हिंदी लेखन, speech on anti tobacco day in hindi, विश्व तंबाकू निषेध दिवस का महत्व, पृथ्वी दिवस भाषण, वर्ल्ड नो टोबैको डे एस्से, विश्व तंबाकू निषेध दिवस निबंध इन मराठी, हिंदी, इंग्लिश, बांग्ला, गुजराती, तमिल, तेलगु, आदि की जानकारी देंगे|
विश्व तंबाकू निषेध दिवस कब मनाया जाता है
World No Tobacco Day 2020: विश्व तंबाकू निषेध दिवस 31 मई 2020 को विश्व भर में WHO द्वारा मनाया जाता है| इसके अंतर्गत तम्बाकू के खिलाफ होने वाली बिमारियों के लिए लोगों को जागरूक किया जाता है| इस साल भी ये दिन 31 May 2020, गुरुवार को मनाया जाएगा|
World No Tobacco Day Speech 2020
speech on world no tobacco day 2017, world no tobacco day speech essay in punjabi, world no tobacco day 2014 speech, दुनिया कोई तम्बाकू दिन नहीं, world no tobacco day essay in hindi, world no tobacco day short essay, world no tobacco day example, speech on world no tobacco day, slogans on anti tobacco in hindi, world no tobacco day Nibandh speech, ppt, वर्ल्ड नो टोबैको डे स्पीच इन हिंदी यानी की विश्व तंबाकू निषेध दिन पर हिंदी स्पीच हिंदी में 100 words, 150 words, 200 words, 400 words जिसे आप pdf download भी कर सकते हैं|
पूरे विश्व के लोगो को तम्बाकू के खतरों से बचाने के लिए और सभी लोग तम्बाकू के खतरों के प्रति सचेत रहे इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए विश्व स्वास्थ्य संघटन / World Health Organization (WHO) के स्थापना दिवस पर पहली बार विश्व स्वास्थ्य संघटन के कुछ सदस्यों द्वारा विश्व तम्बाकू निषेध दिवस / World No Tobacco Day का शुभारम्भ किया गया फिर आगे चलकर 31 मई 1987 को पहली बार पूरे विश्व में World No Tobacco Day का आयोजन हुआ जिसके बाद हर साल पूरे विश्व के अलग अलग देशो में World No Tobacco Day मनाया जाने लगा
तम्बाकू सेवन के मामले में इन्सान का कुछ ऐसा ही हाल है यदि इन्सान को सीधे तौर से जानवर कह दिया जाय तो बुरा मान लेता है लेकिन यदि उसे जानवरों के राजा यानि शेर कहा जाय तो खुद पर गर्व महसूस करने लगता है ठीक उसी तरह यदि कोई व्यक्ति नशा का आदी है तो वह लोकलाज के डर से कही भी मौका मिलने पर चोरी छिपे नशा जरुर करता है लेकिन जब किसी पार्टी, बड़े जगहों पर लोग खुलकर धुम्रपान, नशा करते है तो वही व्यक्ति नशा करने में अपने आप पर फक्र महसूस करता है यानी नशा करने में व्यक्ति कही न कही झूटे मुठे दिखावापन के कारण भी खुद को नशा करने की तरफ ले जाता है
तो अब बात करते है विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर आखिर हम सभी इतने पढ़े लिखे होने के बावजूद आखिर विश्व स्वास्थ्य संघटन / World Health Organization (WHO) को आखिर विश्व के लोगो को जागरूक करने की ऐसी आवश्यकता क्यू पड़ जाती है जिसके चलते पूरे विश्व में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस / World No Tobacco Day मनाना पड़ता है तम्बाकू में जिस रसायन की मात्रा सबसे अधिक पायी जाती है वो है निकोटिन, निकोटिन स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक है यह इन्सान को नशे का आदी तो बनाता ही है साथ में इसके प्रभाव से मानव शरीर में अनेको प्रकार के कैंसर जैसी भयंकर बीमारियों को जन्म भी देती है निकोटिन के प्रभाव के चलते व्यक्ति को भूख, प्यास, दिमाग आदि का काम करना बंद कर देता है जिसके चलते धीरे धीरे व्यक्ति पूर्ण रूप से बिना नशे के जीवित नही रह पाता है और वही नशा एक दिन व्यक्ति के जीवन के अंत का कारण भी बनता है
तो ऐसे में एक तरफ जहा व्यक्ति खुद को नशे के चलते बर्बाद तो करता ही है और नशे के कारण उसके साथ के रहने वाले परिवार तथा आसपास के लोग भी बहुत अधिक प्रभावित होते है खासतौर पर अक्सर देखा जाता है की जिन घरो में कोई भी व्यक्ति चोरी छिपे या खुले रूप किसी भी प्रकार से नशे का सेवन करता है तो निश्चित ही उस घर के बच्चे भी उन बड़े व्यक्तियों के नशे करते हुए देखते है तो कही न कही बच्चे की सिखने की ललक भी उन्हें बचपन से गलत रास्ते पर ले जाने में सहायक होने लगती है और यही बच्चा आगे चलकर खुलेआम नशे का सेवन करने लगता है जिसके लिए उस बच्चे के घर परिवार के सदस्य या वे वे मित्र दोस्त ही लोग जिम्मेदार होते है जिन जिन लोगो के सम्पर्क में वो बच्चा रहता है|
“तम्बाकू का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है “
“Smoking is injurious to Health”
“No Smoking”
World no tobacco day speech essay in hindi
आइये देखें world no tobacco day 5 lines, speech on world anti tobacco day in hindi, world no tobacco day lines भी देख सकते हैं| short note on world no tobacco day, world anti tobacco day line in hindi, poem on anti tobacco day in hindi, world no tobacco day line art आदि की जानकारी देंगे|
हर साल 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस ( वर्ल्ड नो टोबैको डे) मनाया जाता है. इस दिन को मनाने की शुरुआत विश्व स्वास्थय संगठन (WHO) ने 1987 में की थी. पूरी दुनिया में प्रति वर्ष लगभग 60 लाख लोग तम्बाकू के प्रयोग के कारण मर जाते हैं, इसलिए इस दिन को मनाने के पीछे का ध्येय यही है कि आम जनता तम्बाकू से होने वाले नुक्सान को जाने और तम्बाकू से बने पदार्थों से दूर रहे.
तम्बाकू एक धीमा जहर है जो सेवन करने वाले व्यक्ति को धीरे धीरे करके मौत के मुँह मे धकेलता रहता है। लोग जाने अनजाने मे तम्बाकू उत्पादों का सेवन करते रहते है, धीरे धीरे शौक लत मेँ परिवर्तित हो जाता है और तब नशा आनंद प्राप्ति के लिए नहीं बल्कि ना चाहते हुए भी किया जाता है एक शायर ने क्या खूब कहा है –
कौन कमबख्त पीता है मजा लेने के लिए,
हम तो पीते हैं क्योंकि पीनी पड़ती है !तम्बाकू उत्पादों का सेवन अनेक रूप में किया जाता है, जैसे बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, जर्दा, खैनी, हुक्का, चिलम आदि। सिगरेट, बीडी और हुक्के का हर कश एवं गुटखे, जर्दे, खैनी की हर चुटकी हर पल मौत की ओर ले जा रही होती है।
तम्बाकू उत्पादों के सेवन से नुकसान / Harmful effects of tobacco in Hindi
तम्बाकू में मादकता या उतेजना देने वाला मुख्य घटक निकोटीन (Nicotine) है यही तत्व सबसे ज्यादा घातक भी है।
इसके अलावा तम्बाकू मे अन्य बहुत से कैंसर उत्पन्न करने वाले तत्व पाये जाते है।
धुम्रपान एवँ तम्बाकू खाने से मुँह् ,गला, श्वासनली व फेफडोँ का कैंसर (Mouth, throat and lung cancer ) होता है।
दिल की बीमारियाँ (Heart Disease )
धमनी काठिन्यता,उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure )
पेट के अल्सर (Stomach Ulcer ),
अम्लपित (Acidity),
अनिद्रा (insomnia) आदि रोगों की सम्भावना तम्बाकू उत्पादों के सेवन से बढ़ जाती है।तम्बाकू की लत के कारण / Cause of tobacco addiction in Hindi
कभी दूसरों की देखा देखी, कभी बुरी संगत मे पडकर कभी मित्रो के दबाब में, कई बार कम उम्र मेँ खुद को बडा दिखाने की चाहत में तो कभी धुएँ के छ्ल्ले उडाने की ललक,कभी फिल्मों मे अपने प्रिय अभिनेता को धूम्रपान करते हुए देखकर तो कभी पारिवारिक माहौल का असर तम्बाकू उत्पादों की लत का कारण बनता है। अधिकतर लोग किशोरावस्था या युवावस्था मेँ दोस्तोँ के साथ सिगरेट, गुट्खा, जर्दा, आदि का शौकिया रूप मेँ सेवन करते है शौक कब आदत एवँ आदत लत मे बदल जाती है पता ही नहीं चलता और जब तक पता चलता है तब तक शरीर को बहुत नुक्सान पहुँच चुका होता है।
धूम्रपान, जर्दा, खैनी आदि नशा छोडने के उपाय ( How to quit tobacco / smoking in Hindi )
- नशा छोड्ने का मन से निश्चय करेँ।
- यदि नशा एक बार मेँ झटके से छोड्ना मुश्किल लगे तो धीरे धीरे मात्रा कम करते हुए छोड़ें।
- सभी मित्रोँ,परिचितों को बता दें कि आपने नशा छोड दिया है ताकि वे आपको नशा करने के लिये बाध्य ना करेँ।
- डायरी लिखेँ कि आप कब और कितनी मात्रा मे नशा करते हैं क्या कारण है जो आपको नशा करने के लिये प्रेरित होते हैं।
- अपने पास सिगरेट, गुटखा, तम्बाकू, एवँ माचिस आदि रखना छोड देँ।
- खान पान एवं लाइफ स्टाइल में सुधार करें।
31 मई को तम्बाकू निषेध दिवस / World No Tobacco Day मनाया जाता है आइये इस अवसर पर हम संकल्प लें कि खुद भी नशा नही करेंगे और अन्य लोगो को भी नशा ना करने के लिये प्रोत्साहित करेंगे।
Short Speech on World No Tobacco Day
अक्सर छोटे बच्चो Kids को स्कूलों में विश्व तंबाकू निषेध दिवस के बारे में लिखना होता है (विश्व तंबाकू निषेध दिवस के ऊपर दस लाइन लिखें ) पढ़ाया जाता है तथा उसमे हर क्लास के बच्चे in hindi for class 1, class 2, class 3, class 4, class 5, class 6, class 7, class 8, class 9, class 10, class 11 और class 12 इस तरह से इंटरनेट पर सर्च करते है व स्कूलों के प्रोग्राम व कम्पटीशन में भाग लेते है| ऊपर दी हुई जानकारी में शामिल है इन निबंधों में शामिल है लेख एसेज, anuched, short paragraphs, pdf, Composition, Paragraph, Article हिंदी, निबन्ध (Nibandh) में Happy world no tobacco day Speech Article in marathi.
पूरे विश्व के लोगों को तंबाकू मुक्त और स्वस्थ बनाने के लिये तथा सभी स्वास्थ्य खतरों से बचाने के लिये तंबाकू चबाने या धुम्रपान के द्वारा होने वाले सभी परेशानियों और स्वास्थ्य जटिलताओं से लोगों को आसानी से जागरुक बनाने के लिये पूरे विश्व भर में एक मान्यता-प्राप्त कार्यक्रम के रुप में मनाने के लिये विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा पहली बार विश्व तंबाकू निषेध दिवस को आरम्भ किया गया।
रोग और इसकी समस्याओं से पूरी दुनिया को मुक्त बनाने के लिये डबल्यूएचओ द्वारा विभिन्न दूसरे स्वास्थ्य संबंधी कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं जैसे एड्स दिवस, मानसिक स्वास्थ्य दिवस, रक्त दान दिवस, कैंसर दिवस आदि। बहुत ही महत्वपूर्ण ढंग से पूरी दुनिया में सभी कार्यक्रम आयोजित और मनाये जाते हैं। इसे पहली बार 7 अप्रैल 1988 को डबल्यूएचओ की वर्षगाँठ पर मनाया गया और बाद में हर वर्ष 31 मई को तंबाकू निषेध दिवस के रुप में मनाने की घोषणा की गयी। डबल्यूएचओ के सदस्य राज्यों के द्वारा वर्ष 1987 में विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रुप में इसका सृजन किया गया था।
पूरे विश्व से किसी भी रुप में तंबाकू का सेवन पूरी तरह से रोकने या कम करने के लिये लोगों को बढ़ावा देने और जागरुकता के विचार से इसे मनाया जाता है। दूसरों पर इसकी जटिलताओं के साथ ही तंबाकू इस्तेमाल के नुकसानदायक प्रभाव के संदेश को फैलाने के लिये वैश्विक तौर पर लोगों का ध्यान खींचना इस उत्सव का लक्ष्य है। इस अभियान में कई वैश्विक संगठन शामिल होते हैं जैसे राज्य सरकार, सार्वजनिक स्वास्थ्य संगठन आदि विभिन्न प्रकार के स्थानीय लोक जागरुकता कार्यक्रम आयोजित करते हैं।
निकोटीन की आदत स्वास्थ्य के लिये बहुत हानिकारक है जो कि जानलेवा होता है और मस्तिष्क “अभावग्रस्त” रोग के रुप में जाना जाता है जो कभी भी उपचारित नहीं हो सकता है हालाँकि पूरी तरह से गिरफ्तार किया जा सकता है। दूसरे गैर-कानूनी ड्रग्स, मेथ, शराब, हीरोइन आदि की तरह ये मस्तिष्क डोपामाइन पथ को रोक देता है। दूसरे उत्तरजीविता क्रियाएँ जैसे खाना और पीने वाले भोजन और द्रव की तरह शरीर के लिये निकोटीन की जरुरत के बारे में गलत संदेश भेजने के लिये ये दिमाग को तैयार करता है।
उनके जीवन को बचाने के लिये धरती पर पहले से इस्तेमाल करने वालो की मदद के लिये स्वास्थ्य संगठनों के द्वारा विभिन्न प्रकार के निकोटीन की लत छुड़ाने के तरीके उपलब्ध हैं। “तंबाकू मुक्त युवा” के संदेश अभियान के द्वारा और 2008 का विश्व तंबाकू निषेध दिवस को मनाने के दौरान इसके उत्पाद या तंबाकू के प्रचार, विज्ञापन और प्रायोजन को डबल्यूएचओ ने प्रतिबंधित कर दिया है।
World Anti Tobacco Day Speech in English
World No Tobacco Day is observed around the world every year on May 31. The Member States of the World Health Organization created this in 1987 to draw global attention of the tobacco epidemic and the preventable death and disease it causes. In 1987 , the World Health Assembly passed Resolution calling 7 April 1988 to be the “World No-Smoking Day.” In 1988 , Resolution was passed, calling for the celebration of World No Tobacco Day, every year on 31 May. It aims to reduce the deaths from tobacco related health problems.
Tobacco is the second major cause of death in the world. It is well known that half the people who smoke regularly today- about 650 million people – will eventually be killed by tobacco. Equally alarming is the fact that hundreds of thousands of people who have never smoked die each year from diseases caused by breathing second – hand tobacco smoke
This yearly celebration informs the public on the dangers of using tobacco, the business practices of tobacco companies, what WHO is doing to fight the tobacco epidemic, and what people around the world can do to claim their right to health and healthy living and to protect future generations.
31 May World no tobacco day speech in punjabi
Let’s check speeches for Effects of smoking on liver in Hindi, world anti tobacco day speech, tobacco essay in gujarati, speech on anti tobacco day in punjabi, tambaku par nibandh in gujarati, dhumrapan nished in hindi, dhumrapan par nibandh, adverse effects of smoking on lungs in hindi in Urdu, Hindi, Gujarati, Nepali, Bengali, Bangla, Marathi, Malayalam, Kannada, Telugu, Punjabi & Haryanavi which can be downloaded in PDF format for school kids for their presentations or school function assembly and prayer.
ਦੁਨੀਆਂ ਦਾ ਕੋਈ ਤੰਬਾਕੂ ਦਿਵਸ 31 ਮਈ ਨੂੰ ਹਰ ਸਾਲ ਮਨਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ. ਵਿਸ਼ਵ ਸਿਹਤ ਸੰਗਠਨ ਦੇ ਸਦੱਸਾਂ ਨੇ 1987 ਵਿਚ ਇਸ ਨੂੰ ਤੰਬਾਕੂ ਦੇ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਦਾ ਵਿਸ਼ਵ ਪੱਧਰ ਦਾ ਧਿਆਨ ਖਿੱਚਣ ਅਤੇ ਰੋਕਥਾਮਯੋਗ ਮੌਤ ਅਤੇ ਬਿਮਾਰੀ ਦੇ ਕਾਰਨ ਇਸ ਨੂੰ ਬਣਾਇਆ. 1987 ਵਿਚ, ਵਰਲਡ ਹੈਲਥ ਅਸੈਂਬਲੀ ਨੇ ਪਾਸ ਕੀਤਾ 7 ਅਪ੍ਰੈਲ 1988 ਨੂੰ “ਵਿਸ਼ਵ ਨੂ-ਸਿਗਰਟ ਪੀਣ ਦਾ ਦਿਨ” ਕਹਿਣ ਲਈ ਪ੍ਰਸਤਾਵ ਪਾਸ ਕੀਤਾ. 1988 ਵਿਚ, ਸੰਵਿਧਾਨ ਪਾਸ ਕੀਤਾ ਗਿਆ, ਹਰ ਸਾਲ 31 ਮਈ ਨੂੰ ਵਿਸ਼ਵ ਤੰਬਾਕੂ ਦੁਪਹਿਰ ਦਾ ਤਿਉਹਾਰ ਮਨਾਉਣ ਲਈ ਕਿਹਾ ਗਿਆ. ਇਸ ਦਾ ਉਦੇਸ਼ ਤਮਾਕੂ ਨਾਲ ਸਬੰਧਤ ਸਿਹਤ ਸਮੱਸਿਆਵਾਂ ਤੋਂ ਹੋਣ ਵਾਲੀਆਂ ਮੌਤਾਂ ਨੂੰ ਘਟਾਉਣਾ ਹੈ.
ਦੁਨੀਆਂ ਵਿਚ ਤੰਬਾਕੂ ਦੀ ਮੌਤ ਦਾ ਦੂਜਾ ਵੱਡਾ ਕਾਰਨ ਹੈ. ਇਹ ਚੰਗੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਜਾਣਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਕਿ ਅੱਧੇ ਲੋਕ ਜਿਹੜੇ ਰੋਜ਼ਾਨਾ ਸਿਗਰਟਨੋਸ਼ੀ ਕਰਦੇ ਹਨ – ਤਕਰੀਬਨ 650 ਮਿਲੀਅਨ ਲੋਕ – ਆਖਰਕਾਰ ਤੰਬਾਕੂ ਦੁਆਰਾ ਮਾਰਿਆ ਜਾਵੇਗਾ ਇਸੇ ਤਰ੍ਹਾਂ ਚਿੰਤਾਜਨਕ ਤੱਥ ਇਹ ਹੈ ਕਿ ਲੱਖਾਂ ਲੋਕ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਨੇ ਕਦੇ ਵੀ ਸਿਗਰਟਨੋਸ਼ੀ ਨਹੀਂ ਕੀਤੀ ਹਰ ਸਾਲ ਮਰੋ – ਛਿੜਦੇ ਤੰਬਾਕੂ ਦੇ ਧੂੰਏਂ ਕਾਰਨ ਹੋਣ ਵਾਲੇ ਰੋਗਾਂ ਤੋਂ ਹਰ ਸਾਲ ਮਰ ਜਾਂਦੇ ਹਨ
ਇਹ ਸਾਲਾਨਾ ਸਮਾਗਮ ਜਨਤਾ ਨੂੰ ਤੰਬਾਕੂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ, ਤੰਬਾਕੂ ਕੰਪਨੀਆਂ ਦੇ ਵਪਾਰਕ ਅਮਲਾਂ, ਜੋ ਤਮਾਕੂਨੋਸ਼ੀ ਦੀ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਨਾਲ ਲੜਨ ਲਈ ਕੀ ਕਰ ਰਿਹਾ ਹੈ, ਅਤੇ ਸੰਸਾਰ ਭਰ ਦੇ ਲੋਕ ਸਿਹਤ ਅਤੇ ਸਿਹਤਮੰਦ ਜਿਊਣ ਦੇ ਹੱਕ ਦਾ ਦਾਅਵਾ ਕਰਨ ਅਤੇ ਉਹਨਾਂ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਲਈ ਕੀ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹਨ, ਇਸ ਬਾਰੇ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਸੂਚਿਤ ਕਰਦੇ ਹਨ. ਅਗਲੀ ਪੀੜ੍ਹੀਆਂ