World Mosquito Day 2018: विश्व मच्छर दिवस एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है जो की हमे मच्छर के काटने से फैली बीमारियों के बारे में जागरूकता फैलाता है| यह दिन हर साल 20 अगस्त को मनाया जाता है| इस दिन को मनाने की शुरुआत 1897 में हुई थी जब एक ब्रिटिश डॉक्टर रोनाल्ड रॉस ने यह जाना की मादा मॉस्किटो के काटने से मनुष्य के शरीर में मलेरिया और डेंगू जैसी घातक बीमारी फ़ैल रही है| इस दिन को सर रोनाल्ड रॉस की खोज को समर्पित करने के लिए मनाया जाता है जिससे उस समय से लाखो लोगो की जान बच गई| ये स्पीच कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए दिए गए है
World Mosquito Day Speech
विश्व मच्छर दिवस कब मनाया जाता है: मच्छर दिवस के बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है जो की हर साल 1897 से 20 अगस्त को मनाया जाता है| इस दिन पर विश्व भर में लोगो को मच्छर के काटने से फैलने वाली बीमारियों के बारे में जान्ने में में आसानी होगी| अक्सर class 1, class 2, class 3, class 4, class 5, class 6, class 7, class 8, class 9, class 10, class 11, class 12 के बच्चो को कहा जाता है मच्चर दिवस पर स्पीच लिखें| आइये जाने world mosquito day 2018 theme, मच्चर दिवस पर नारे, मच्छर दिवस पर भाषण आदि | इन मॉस्क्वीटो डे पर हिंदी भाषण हिंदी में 100 words, 150 words, 200 words, 400 words जिसे आप किसी भी भाषा जैसे Hindi, हिंदी फॉण्ट, मराठी, गुजराती, Urdu, उर्दू, English, sanskrit, Tamil, Telugu, Marathi, Punjabi, Gujarati, Malayalam, Nepali, Kannada के Language Font में साल 2007, 2008, 2009, 2010, 2011, 2012, 2013, 2014, 2015, 2016, 2017 का full collection pdf download भी कर सकते हैं|
In 1897 , the India born, British doctor, Sir Ronald Ross discovered that the female mosquitoes carry and transmit malaria between Humans. World Mosquito Day, observed annually on 20 August, is a commemoration of this discovery and is observed since 1897. The day is a tribute to the path breaking discovery of Sir Donald Ross, saving millions around the globe by laying the foundation of Humans fight against Malaria.
Donald Ross was born in Almora in present day Uttarakhand, India in 1857. He was sent to England by his parents to pursue his studies and after passing the examination from Royal College of Surgeons of England, he joined Indian medical service in 1881 . In 1902 he was award the Nobel Prize.
Mosquitoes are considered to be one of the most deadly animal in the world. They carry and transmit diseases like Dengue, Yellow fever, malaria chikungunya and Zika and according to WHO is responsible for more than 1 Million death globally every year. Despite of Our best efforts to curb Malaria, it continues to pose a threat to humanity. According to the latest estimates from WHO, there were 214 million new cases of malaria worldwide in 2015 . Children under five are particularly susceptible to malaria illness, infection and death. In 2015, malaria killed an estimated 306,000 kids under the age of 5, globally.
Prevention is always better than cure. The best way to prevent Malaria is to try to control mosquito build up in your surrounding by keeping your surroundings clean, without much water collection bodies like small pits, waste cups etc and disinfect periodically. Its case of infection Its important get proper medical treatment. We have not yet fully developed an effective vaccine against Malaria. World Mosquito Day aims to raise awareness about the causes of malaria and how it can be prevented. It is also a salute to the groundbreaking work of Sir Ross and scientists who have followed him. As Children, let’s all join together in our fight against this deadly disease and take a pledge that we will work towards building awareness in the society about the threats posed by mosquitoes and how to prevent it.
Speech on World Mosquito Day
World Mosquito Day was first established in 1897, when the link between mosquitos and malaria transmission was discovered by Sir Ronald Ross. It aims to raise awareness about the causes of malaria and how it can be prevented, as well as fundraising for research into the cure of malaria. It is also a salute to the groundbreaking work of Sir Ross and scientists who have followed him.
The London School of Hygiene and Tropical Medicine celebrates World Mosquito Day with exhibitions and parties designed both to entertain and to inform, while other celebrations include Malaria No More’s ‘Mozzy Air’ campaign, encouraging people to take anti-malarial when flying to malaria zones, and Nothing But Nets’ twitter campaigns to provide mosquito nets for poor communities.
Get involved by holding a fundraiser to provide nets or quinine, distributing information about the precautions people should take when travelling to danger spots, or celebrating the achievements of research into mosquitoes and how to prevent the diseases they carry.
विश्व मच्छर दिवस पर स्पीच
आप सभी ने हमारे मशहूर एक्टर नाना पाटेकर साहब का एक फेमस डायलॉग तो जरूर सुना होगा कि “एक मच्छर साला आदमी को हिजड़ा बना देता है.” अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर हम क्यों मच्छर के पीछे पड़े हुए है तो आपको बता दे कि आज है विश्व मच्छर दिवस हम बात कर रहे है मच्छरों के बारे में.
मच्छरों को लेकर ही आगे चले तो सबसे पहले तो यह देखने को मिलता है कि मच्छर किसी को भी पसंद नहीं होते है इनकी जो सबसे ख़राब बात होती है वह है इनकी आवाज़. मच्छरों की वह आवाज़ जब वे हमारे कान के आसपास घूमते है लेकिन काटते नहीं है. लेकिन आज आप वह आवाज़ सुन सकते है क्योकि आज मच्छरों का ही दिन है. चलिए अब समझते कुछ मच्छरों की बातो उनकी अदाओं को :
कब मानते है मच्छर दिवस :
सबसे पहले बात आती है कि मच्छर दिवस आखिर मानते कब है ? तो इसका जवाब है कि हर साल मच्छरों की याद में 20 अगस्त को विश्व मच्छर दिवस मनाया जाता हैं. अब आप कहेंगे कि ऐसा भी क्या हुआ है इस दिन जो हम मच्छरों को याद कर रहे है. तो आपको बता दे जनाब कि :-
इस दिन पेशेवर चिकित्सक सर रोनाल्ड रास ने वर्ष 1896 में मलेरिया नामक जानलेवा बीमारी की खोज की थी.
अच्छा इस बीमारी से जुडी हुई एक खास जानकारी यह भी है कि इस होती है.
जी हाँ, सही पढ़ रहे है आप महिलाए…लेकिन महिलाऐं मतलब मादा मच्छर. लेकिन इसका मतलब ये भी नहीं है कि आप नर मच्छर को अपना ब्लड डोनेट कर सकते है. वह भी आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक ही होता है.
तो जरा ध्यान से क्योकि मच्छर मेल हो या फीमेल, काटेगा तो बीमारी की ग्यारंटी हम लेते है.
कैसे होती है बीमारी :
दरअसल सबसे पहले रुख करते है हम बारिश के दिनों की तरफ. तो यह ऐसा मौसम है जब मच्छरों के पनपने का सिलसिला डबल या कहे तो ट्रिपल हो जाता है. यही वह मौसम है जब बीमारियों के संचरण हेतु अनुकूल परिस्थितियां भी बन जाती है.
वैसे तो दुनियाभर में मच्छरों की हजारों प्रजातियां पाई जाती है लेकिन कुछ ऐसी जो बहुत अधिक हानिकारक होती है. इनमे से जहाँ नर मच्छर पेड़-पौधों का रस चूसकर अपना जीवन यापन कर लेते है तो वही मादा मच्छर अपनी प्यास बुझाने के लिए मनुष्य का खून चूसती हैं.
जब मादा मच्छर खून चूसती हैं तब व्यक्ति में प्राण घातक संक्रमण संचारित होने लगता है इसके चलते मनुष्य के शरीर में कई तरह की बीमारियां भी पनप जाती है जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, येलो फीवर आदि.
कैसे बच सकते है इन बिमारियों से :
वैसे तो अगर सच कहा जाए तो मच्छरों के काटने उससे होने वाली बिमारियों से दुनियाभर में कही भी नहीं बचा जा सकता है. क्योकि केवल हमारे देश भारत में ही नहीं बल्कि विश्वभर में लोग इससे परेशान है.