World Cancer Day Essay in Hindi – विश्व कैंसर दिवस पर निबंध 2022-23|Pdf Download

World Cancer Day Essay in Hindi

World cancer day 2022 : यह तो हम जानते ही हैं की कैंसर एक बहुत खतरनाक बीमारी है और लोगो को कैंसर जैसी बीमारी के बारे में अवगत कराने के लिए “विश्व कैंसर दिवस” हर साल 4 फरवरी को मनाया जाता है | कैंसर एक स्वस्थ शरीर को धीरे-धीरे खत्म कर देता है| कैंसर की अलग-अलग स्टेज होतीं हैं जिनके जरिये डॉक्टर कैंसर के मरीज का इलाज सुनिश्चित करते हैं|कैंसर से बचने के बहुत से तरीके होते हैं जिनके बारे में बहुत लोग जानते भी हैं फिर भी उन्हें अपनाते नहीं हैं और लोगों को कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के प्रति जागरूक करने के लिए विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है|

वर्ल्ड कैंसर डे निबंध

World cancer day 2022 theme: विश्व कैंसर दिवस 2022 की थीम “आई ऍम एंड आई विल” है |

वैश्विक आधार पर एक दिन सभी लोगों को एक करने के द्वारा इसके एहतियाति कदम सहित इसके उपचार और इस महामारी के बारे में वास्तविक संदेश को फैलाने के साथ ही कैंसर के खिलाफ लड़ने के लिये रणनीति बनाने की ओर सरकारी और गैर-सरकारी स्वास्थ्य संगठन, संयुक्त राष्ट्र, डबल्युएचओ के द्वारा सभी प्रयासों को याद करने के लिये पूरे विश्व में 4 फरवरी को हर साल विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। इसे कुछ नयी रणनीतियों की योजना के साथ ही कुछ नये कार्यक्रमों को लागू करने के लिये मनाया जाता है जो इस बीमारी के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरुक करने में मदद करता है। ये कार्यक्रम वार्षिक आधर पर कैंसर के खिलाफ लड़ाई में शामिल केन्द्रीय अंतरराष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण (यूआईसीसी) और दूसरे प्रमुख स्वास्थ्य संगठन की देखरेख में आयोजित किया जाता है।

विश्व कैंसर दिवस का इतिहास

यूआईसीसी (केन्द्रीय अंतरराष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण) के नियंत्रण में और विभिन्न दूसरे प्रसिद्ध कैंसर समाजों, शोध संस्थानों, उपचार केन्द्रों और मरीजों के समूह की सहायता के साथ 1933 में स्वीट्ज़रलैण्ड के जेनेवा में विश्व कैंसर दिवस को मनाने की योजना की शुरुआत हुई थी। इस घातक बीमारी को नियंत्रित करने और लड़ने के लिये सभी जरुरतों को पूरा करने के लिये विश्व कैंसर दिवस के कार्यक्रम स्थापना हुई थी।

एक रिपोर्ट के अनुसार ये ध्यान देने योग्य है कि 12.7 मिलीयन से अधिक लोगों की कैंसर की पहचान की गयी साथ ही हर वर्ष 7 मिलीयन लोग इस बीमारी से मरते हैं। इस संक्रामक बीमारी के खतरे से बचाने और इसके एहतियातन कदम का अनुसरण करने, लोगों को इसके लक्षणों की जाँच करने के लिये निर्देश देना साथ ही साथ कैंसर से लाखों जीवन बचाने के लिये इस दिन के वार्षिक उत्सव को मनाने की योजना की शुरुआत की गयी। 4 फरवरी की स्थापना खासतौर से सही खान-पान के बारे में उन्हें सिखाने, नियमित और उचित शारीरिक क्रियाकलाप के लिये और एक सीख कि कैसे कैंसरकारी तत्व या परिस्थिति से बचाव किया जाए आदि कैंसर के प्रति लोगों में जागरुकता फैलाने के लिये की गयी है।

विश्व कैंसर दिवस कैसे मनाया जाता है

कैंसर से बचाव और इसके रोकथाम के बारे में खास संदेश फैलाने के लिये प्रमुख स्वास्थ्य संगठन के साथ ही गैर-सरकारी संगठन कैंप आयोजित करके, जागरुकता कार्यक्रम, रैली, भाषण, सेमिनार आदि के द्वारा भाग लेते है। विभिन्न नियंत्रित उपाय नीति लागू की गयी है तथा बड़ी संख्या में इससे जुड़ने के लिये लोगों को बढ़ावा दिया जाता है।
उत्सव को मनाने के दौरान भाग लेने के लिये इस दिन को मनाने से पहले कई तरीकों के द्वारा आमजनों, स्वास्थ्य संगठनों और दूसरे गैर-सरकारी संगठनों को बढ़ावा और निवेदन किया जाता है। आम नागरिक इस कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य होते है जिनके लिये ये संदेश फैलाया और बाँटा जाता है जिससे कैंसर को नियंत्रित किया जा सके। तदनुसार यूआईसीसी के द्वारा बेहतर सहायता के लिये एक उपकरण साजो-सामान जिसके पास साँचा, सूचना पत्रक, और निर्देश होता है, विभिन्न संगठनों के लिये उपलब्ध कराया जाता है।

लोगों के बीच इस कार्यक्रम को और परिणाम केन्द्रीत बनाने के लिये एक खास थीम के इस्तेमाल के द्वारा हर वर्ष इसे मनाया जाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रति वर्ष विभिन्न प्रकार के कैंसर और मृत्यु दर के लिहाज से कलेजे के कैंसर/6,10,000, फेफड़ा के कैंसर/1.3 मिलीयन, कोलोरेक्टल के कैंसर/6,39,000, पेट का कैंसर/8,03,000, स्तन कैंसर/5,19,000 आदि के लोग (मध्यम और निम्न आय) शामिल हैं।

उत्सव को मनाने के दौरान, कैंसर होने के कारण के खतरों के बारे उनको बताने के लिये लोगों को लक्षित किया जाता है जैसे तंबाकू का इस्तेमाल, अत्यधिक वजन, कम सब्जी और फल खाना, कम या बिल्कुल भी शारीरिक क्रियाएँ नहीं करना, शराब का इस्तेमाल, एचपीवी संक्रमण, शहरी क्षेत्रों के वायु प्रदूषण, घर के अंदर धुम्रपान, अनुवांशिक खतरा, अत्यधिक धूप में रहना आदि। ह्यूमन पेपिलोमा वायरस और हेपेटाईटिस बी के अलावा टीकाकरण के तरीकों के बारे में भी लोगों को जागरुक किया जाता हैं।

विश्व कैंसर दिवस क्यों मनाया जाता है

इसके पूर्व पहचान या रोकथाम के लिये कैंसर से बचाव के उपाय और खतरों के बारे में आम लोगों को जागरुक करने के लिये विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। सामान्यत: कैंसर से पीड़ित व्यक्ति को आम लोगों द्वारा समाज में घृणा और अस्पृश्य के रुप में समझा जाता है। आम लोगों में कैंसर से संबंधित विभिन्न प्रकार के सामाजिक मिथक है जैसे कि कैंसर पीड़ित के साथ रहने या स्पर्श से उन्हें भी ये घातक बीमारी हो सकती है। इस तरह के मिथक को खत्म करने के लिये भी ये दिन मनाया जाता है। इसके होने के कारण, लक्षण और उपचार आदि जैसे कैंसर की सभी वास्तविकता के बारे में सामान्य जागरुकता बनाने के लिये इसे मनाया जाता है।
लोगों को दिखाने के लिये इस दिन पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं कि कैंसर से पीड़ित व्यक्ति को अलग से उपचारित न किया जाये, उन्हें समाज में एक आम इंसान की तरह जीने का अधिकार होना चाहिये और कोई भी रिश्ता उनके लिये बदलना नहीं चाहिये। अपने रिश्तेदारों के द्वारा उनकी हर इच्छाओं को पूरा करना चाहिये भले ही उनके जीने की उम्मीद कम क्यों न हों। ये बहुत जरुरी है कि उन्हें एक आम इंसान की तरह अच्छा महसूस कराना चाहिये और ऐसा प्रतीत नहीं कराना चाहिये जैसे उनको कुछ उपचार दिया जा रहा है क्योंकि वो मरने वाले हैं। उन्हें आत्म-सम्मान को महसूस करने की जरुरत है और अपने समाज और घर में एक सामान्य वातावरण की जरुरत है। कैंसर की उपस्थिति के खतरे को घटाने के लिये अपनी अच्छी जीवनशैली, नियंत्रित आहार, नियमित शारीरिक क्रियाकलाप और भार प्रबंधन के बारे में इस कार्यक्रम के दौरान लोगों को अच्छे से बढ़ावा दिया जाता है। उन्हें अपने शराब की लत, अस्वास्थ्यकर आहार और शारीरिक स्थिरता से मुक्त कराने के लिये बढ़ावा दिया जाता है।

कैंसर के बारे में आम मिथक और तथ्य

आम लोगों के बीच में कैंसर के बारे में यहाँ नीचे कुछ आम मिथक और तथ्य दिये गये हैं जिसको हटाना बहुत जरुरी है तथा इसके ऊपर नियंत्रण पाने के लिये इसकी वास्तविकता को अच्छे से समझना होगा।
आमतौर पर लोग ये सोचते हैं कि कैंसर के ऊत्तक केवल स्वास्थ्य का मसला होता है जबकि ऐसा नहीं होता।
सामान्य लोग समझते हैं कि कैंसर धनवान और उम्रदराज़ लोगों की बीमारी है जबकि ये एक वैश्विक और संक्रामक रोग है जो सभी उम्र के लोगों को हो सकता है।
आमजन को लगता है कि कैंसर से पीड़ित होना मतलब ये एक सजा के समान है लेकिन अब ज्यादातर कैंसर उपचार योग्य है।
आम लोगों को लगता है कि कैंसर उनकी किस्मत में था जबकि 30% मामलों में इसे पूरे जीवन भर के लिये ठीक और रोका जा सकता है।

Essay in hindi

विश्व कैंसर दिवस एक एकमात्र पहल है जिसके तहत पूरी दुनिया को वैश्विक कैंसर की महामारी के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होना है| यह हर साल 4 फरवरी को आयोजित होता है| विश्व कैंसर दिवस का उद्देश्य लोगों में जागरूकता बढ़ाना है, जिसके द्वारा प्रत्येक वर्ष लाखों लोगों को रोकथाम योग्य बनाकर मौतों से बचाया जाए। पूरी दुनिया में सरकारों और व्यक्तियों को इन रोगों के विरुद्ध कार्रवाई करनी होगी| पूरे विश्व में कैंसर दिवस 2018 को रविवार को 4 फरवरी को मनाया जायगा|

विश्व कैंसर दिवस का इतिहास

1933 में UICC(Union for International Cancer Control) की दिशा में जिनेवा, स्विट्जरलैंड और विभिन्न अन्य प्रसिद्ध कैंसर समाजों, अनुसंधान संस्थानों, उपचार केंद्रों और रोगी समूहों के समर्थन के साथ विश्व कैंसर दिवस समारोह की योजना बनाई गई थी| इस घातक बीमारी से लड़ने और इसे नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए विश्व कैंसर दिवस की घटना स्थापित की गई थी। रिपोर्ट के अनुसार यह देखा गया कि 12.7 मिलियन से अधिक लोगों की रिपोर्ट कैंसर से पीड़ित है और 7 मिलियन से अधिक लोग हर साल कैंसर से मर रहे है।

कैंसर से लाखों लोगों को बचाने के लिए लोगों को इसके लक्षणों की जांच करने, इसके निवारक उपायों का पालन करने और इस महामारी की बीमारी के जोखिम से बचाए जाने के लिए इस दिन एक वार्षिक उत्सव शुरू करने की योजना बनाई गई थी। 4 फरवरी का दिन विशेष रूप से लोगों के बीच कैंसर की जागरूकता बढ़ाने के लिए स्थापित किया गया था ताकि उन्हें स्वस्थ आहार नियमित और उचित शारीरिक गतिविधि के बारे में शिक्षा दी जा सके और पर्यावरण कार्सिनोजेन्स से कैसे बचा जा सके।

विश्व कैंसर का दिन कैसे मनाया जाता है ?

कैंसर की जागरूकता और इसकी रोकथाम के बारे में विशेष संदेश को प्रसारित करने के लिए, प्रमुख स्वास्थ्य संगठनों के साथ-साथ गैर-सरकारी संगठनों ने शिविर, जागरूकता कार्यक्रमों, रैलियों, व्याख्यानों, सेमिनारों आदि आयोजन में भाग लेते है। नियंत्रण उपायों की नीतियों को लागू किया गया और लोगों की जनता को इसमें शामिल होने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाता है।

आम जनता, स्वास्थ्य संगठनों और अन्य गैर-सरकारी संगठनों से आग्रह किया गया कि वे समारोह उत्सव के दौरान भाग लेने के लिए इस दिन के उत्सव से पहले कई तरीकों से इसका प्रचार व प्रसार करें| आम लोगों को इस त्यौहार के जश्न का मुख्य लक्ष्य बताया जाता है, जो कैंसर पर अधिक नियंत्रण पाने के लिए चारों ओर यह संदेश प्रसारित करते है। और अधिक बेहतर सहायता के लिए यूआईसीसी द्वारा एक टूलकिट प्रदान की जाती हैं।, जिसके अनुसार इस किट में विभिन्न संगठनों के लिए कार्य करने की दिशाएं टेम्पलेट्स, और पत्रक शामिल होते है|

इस दिन को हर साल एक विशेष विषय वस्तु का उपयोग करके इस दिन को और अधिक लोगों के बीच उन्मुख बनाने के लिए मनाया जाता है, ताकि लोग जागरूक हो सके। कारकों के बारे
इस उत्सव के दौरान, लोगों को उन जोखिम वाले चीजों के विषय में लक्षित किया जाता है जिनके कारण कैंसर जैसे कि तंबाकू का उपयोग, अधिक वजन या मोटापे, कम फल या सब्जी का सेवन, कम या कोई शारीरिक गतिविधि, शराब का उपयोग, एचपीवी संक्रमण का यौन संचरण, शहरी क्षेत्रों में वायु प्रदूषण, इनडोर धुआं, आनुवंशिक रूप से जोखिम वाले कारक, सूर्य के प्रकाश के संपर्क में आदि। इसके आलावा मानव पेपिलोमा वायरस और हेपेटाइटिस बी वायरस के खिलाफ टीकाकरण पद्धति के बारे में भी लोगों को जानकारी मिलती है।

Short essay on World Cancer Day

World Cancer Day Essay

विश्‍व कैंंसर दिवस (World Cancer Day) की शुरूआत वर्ष 1933 में केन्द्रीय अंतर्राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण (Central International Cancer Control) द्वारा स्वीट्ज़रलैण्ड के जेनेवा में किया गया है और अब ये दिवस विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) द्वारा प्रत्‍येक वर्ष मनाया जाता है कैंसर एक ऐसी बीमारी हैं जिससे पूरी दुनियॉ में सबसे अधिक लोंगों की मृत्‍यु हो रही है और लोखों लोग इस बीमारी की चपेट में हैं कैंसर इलाज अभी संभव नहीं हो पाया है लेकिन अगर थोडी सावधानी से इस बीमरी से बचा जा सकता है|

जानें क्‍या होता है कैंसर

जब शरीर की कोशिकाओं के समूह अनियंत्रित तरीके से बढने लगते है तो ये कैंसर का रूप धारण कर लेते हैं यह बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है कैंसर 100 से अधिक तरीके का होता है|

कैंसर के कारण

कैंसर कई प्रकार के‍ होते हैं उनके अलग अलग कारण होते हैं यदि आप किसी गंभीर बीमारी के लिए दवा ले रहे हैं तो इन दवाओं के साइड इफेक्ट्स (Side Effects) के कारण भी आपको कैंसर हो सकता है लेकिन कुछ कारण ऐसे हैं जिनकी वजह से आपको कैंंसर जैसी बीमारी हो सकती है जैसे –

धूम्रपान करना
अधिक बजन होना
पौष्टिक आहार ना लेना
तंबाकू चबाना
व्यायाम ना करना

कैंसर के लक्षण

लंबे समय तक गले में खराश होना
लगातार खांसी आना
आहार निगलने में रुकाव होना
शरीर में गठान पड़ना
कहीं से भी पानी या रक्त बहाव होना
त्वचा में मस्सा या तिल में

Essay in English

There are many Diseases in India by which people are suffering from many diseases like Cancer, Diabetes, Hepatitis, Ulcer, Skin Diseases and many other diseases. People should visit doctors for the cure of the Diseases. There are big Diseases from lots of Diseases in the World. It is the Cancer which makes the people to get suffered from much of pains and it is celebrated every year on the 4th February in the World. There are lots of people who visit the High professional doctors to get cure faster of the Cancer Disease.

World Cancer Day is celebrated by the WHO to make the people aware of the Cancer to cure the Cancer. World Cancer Day is used to develop the people to get them every information about the Cancer and to cultivate a better attitude towards the people.

World Cancer Day is used to provide many preventive measures to the people to fight with the Cancer. Who which is known as the World Health Organization, Government, as well as Non-Governmental Health Organizations, makes many strategies to build a proper idea and plan to fight against the Cancer Disease. It is celebrated to make the people know the people to get them every possible measures and idea to make the disease cure quickly.

There are many People who are recently suffering from many Diseases and Doctors provides them with many treatments to make the Disease cure in a better way. It is very important for the people to get a proper treatment of the Cancer Disease as it is very dangerous Disease which can take the life of the person. There are many types of Cancer like Skin Cancer, Blood Cancer, Throat Cancer, Lungs Cancer and many more. People suffering from these types of Cancer are very necessary to get proper treatment from the doctors to get a cure.

These types of Cancer are used to make the people suffer a lot and make them totally ill that due to their sufferings they can’t perform any work.
So it is very important to make the Cancer Patient treat better to make them cure otherwise it may lead to the death of the person. There are many hospitals opened up for the people to cure any Disease in India. But Cancer is a rare Disease which is not able to cure by the doctors in a much easy way.

There are many people who don’t know any symptoms of the Cancer, and they are used to get more suffer after they know about it. So people have to visit the Doctors quickly when they visit from many types of Symptoms for their better cure. There are many Organisations provided by the Government as well as many Non-Government Organisations to make many Big Hospitals and Clinics to save many of the Cancer Patients.
People to get cured should visit the famous Doctors which has various type of experience and can get the Doctors to make the Cancer Patient treat as per their health. Doctors are reluctant to get every Patient to manage their things in the right way by recovering from the Cancer Disease.

So one should visit Doctor to check whether which type of Disease they are going from and try to immediately make a possible cure for it. So there are not many simple ways to make the Cancer to get proper treatment for a better cure.

Essay in punjabi

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ਵਿਸ਼ਵ ਕੈਂਸਰ ਦਿਵਸ ਦਾ ਆਯੋਜਨ ਹਜ਼ਾਰਾਂ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਕਸਰ ਰੋਗ ਬਾਰੇ ਜਾਗਰੂਕ ਕਰਨ ਅਤੇ ਉਹਨਾਂ ਨੂੰ ਬਿਹਤਰ ਇਲਾਜ ਲਈ ਹਰ ਇਲਾਜ ਦੇ ਕੇ ਉਹਨਾਂ ਦਾ ਇਲਾਜ ਕਰਨ ਲਈ ਮਨਾਉਣ ਲਈ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ. ਇਹ ਬਹੁਤ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਹੈ ਕਿ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਹਰ ਕਿਸਮ ਦੇ ਕੈਂਸਰ ਨੂੰ ਛੇਤੀ ਨਾਲ ਇਲਾਜ ਕਰਨ ਲਈ ਇੱਕ ਵਧੀਆ ਦਵਾਈ ਤਿਆਰ ਕਰਨ ਵੱਲ ਸਕਾਰਾਤਮਕ ਰਵੱਈਆ ਬਰਕਰਾਰ ਰੱਖਣਾ ਹੈ. ਇਹ 4 ਫਰਵਰੀ ਨੂੰ ਮਨਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਜੋ ਕੈਂਸਰ ਦੇ ਮਰੀਜ਼ ਨੂੰ ਠੀਕ ਕਰਨ ਲਈ ਹਰ ਇਲਾਜ ਅਤੇ ਵਿਚਾਰਾਂ ਨੂੰ ਮੁਹੱਈਆ ਕਰਵਾਇਆ ਜਾ ਸਕੇ.

ਕੈਂਸਰ ਪੇਸ਼ੈਂਟ ਨੂੰ ਹਰ ਇੱਕ ਸਹੀ ਡਾਕਟਰ ਨੂੰ ਇਲਾਜ ਕਰਵਾਉਣ ਲਈ ਵਰਤਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਜੋ ਉਹ ਵਿਅਕਤੀ ਨੂੰ ਸੁਰੱਖਿਅਤ ਅਤੇ ਕਸਰ ਦਾ ਇਲਾਜ ਕਰ ਸਕੇ. ਬਹੁਤ ਸਾਰੇ ਸੰਭਵ ਵਿਚਾਰ ਅਤੇ ਯੋਜਨਾਵਾਂ ਹਨ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਕੈਂਸਰ ਨੂੰ ਬਹੁਤ ਸਾਰੇ ਬੱਚਿਆਂ ਦੀ ਪਹੁੰਚ ਤੋਂ ਬਾਹਰ ਕੱਢਣ ਦੀ ਲੋੜ ਹੈ. ਇਹ ਬਹੁਤ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਹੈ ਕਿ ਲੋਕ ਸਿਰਫ ਉਹੀ ਭੋਜਨ ਖਾਣ ਜੋ ਕਿ ਜੰਕ ਨਹੀਂ ਹੈ ਅਤੇ ਸਿਰਫ ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਸਹੀ ਸਿਹਤ ਲਈ ਘਰੇਲੂ ਉਪਜਾਊ ਭੋਜਨ ਖਾਣ ਲਈ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਹੈ. ਇਸ ਲਈ ਇਹ ਬਹੁਤ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਹੈ ਕਿ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਬੀਮਾਰੀਆਂ ਦੇ ਕਈ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੇ ਇਲਾਜਾਂ ਤੋਂ ਸੁਰੱਖਿਅਤ ਰਹਿਣ ਲਈ ਡਾਕਟਰਾਂ ਤੋਂ ਹਰੇਕ ਬਿਹਤਰ ਇਲਾਜ ਦੀ ਲੋੜ ਹੈ.

ਇਹ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ ਕਿ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਸਹੀ ਕੰਮ ਕਰਨ ਅਤੇ ਸਮਰਪਣ ਕਰਨ ਦੇ ਨਾਲ ਕੋਈ ਕੰਮ ਕਰਨਾ ਹੋਵੇ. ਵਿਸ਼ਵ ਕੈਂਸਰ ਦਿਵਸ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਸੰਦੇਸ਼ ਭੇਜਣ ਲਈ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਕਿ ਉਹ ਕੈਂਸਰ ਦੀ ਬਿਮਾਰੀ ਤੋਂ ਰੋਕਣ ਲਈ ਸਿਹਤਮੰਦ ਭੋਜਨ ਅਤੇ ਪਾਣੀ ਖਾਣ ਦੁਆਰਾ ਸਿਹਤਮੰਦ ਰਹਿੰਦੇ ਹਨ. ਕਸਰ ਰੋਗ ਦੇ ਮਾੜੇ ਪ੍ਰਭਾਵਾਂ ਤੋਂ ਬਿਹਤਰ ਸੁਰੱਖਿਆ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਕੈਂਸਰ ਦੀ ਬਿਮਾਰੀ ਬਾਰੇ ਹਰ ਜਾਣਕਾਰੀ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ ਇਹ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ. ਅੱਜ-ਕੱਲ੍ਹ ਕੁਝ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿੱਚ, ਬਹੁਤ ਸਾਰੇ ਲੋਕ ਹਨ ਜੋ ਕੈਂਸਰ ਦੀ ਬਿਮਾਰੀ ਦਾ ਸ਼ਿਕਾਰ ਹਨ ਅਤੇ ਉਹਨਾਂ ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਕੋਲ ਛੂਹਣ ਜਾਂ ਬੈਠਣ ਦੀ ਇਜਾਜ਼ਤ ਨਹੀਂ ਦਿੱਤੀ ਜਾਂਦੀ ਜਿਹੜੇ ਵਿਸ਼ਵਾਸ ਕਰਦੇ ਹਨ ਕਿ ਉਹਨਾਂ ਨੂੰ ਕੈਂਸਰ ਪੇਸ਼ੇਵਰ ਦੁਆਰਾ ਛੋਹ ਕੇ ਉਹਨਾਂ ਨੂੰ ਵੀ ਕੈਂਸਰ ਦੇ ਰੋਗੀ ਬਣਾ ਦੇਵੇਗਾ.

ਇਸ ਲਈ ਇਹ ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਦਿਮਾਗ ਵਿੱਚ ਚੰਗਾ ਸੰਕੇਤ ਨਹੀਂ ਹੈ, ਅਤੇ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਕੈਂਸਰ ਰੋਗ ਤੋਂ ਡਰ ਨਹੀਂ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ਕਿਉਂਕਿ ਕੈਂਸਰ ਰੋਗੀ ਨੂੰ ਛੂਹ ਕੇ ਕੋਈ ਵੀ ਕੈਂਸਰ ਦਾ ਸ਼ਿਕਾਰ ਨਹੀਂ ਹੋ ਸਕਦਾ. ਭਾਰਤ ਦੇ ਲੋਕ ਅਜੇ ਵੀ ਇਸ ਕਿਸਮ ਦੀਆਂ ਚੀਜ਼ਾਂ ‘ਤੇ ਵਿਸ਼ਵਾਸ ਕਰਦੇ ਹਨ ਕਿਉਂਕਿ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਕੈਂਸਰ ਦੀ ਬਿਮਾਰੀ ਦਾ ਗਿਆਨ ਨਹੀਂ ਹੈ. ਵਿਸ਼ਵ ਕੈਂਸਰ ਦਿਵਸ ਨੂੰ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਇਸ ਗੱਲ ਤੋਂ ਜਾਣੂ ਕਰਵਾਉਣ ਲਈ ਸੰਗਠਿਤ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਹੈ ਕਿ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਕੈਂਸਰ ਪੇਸ਼ੈਂਟ ਦਾ ਇਲਾਜ ਕਰਨ ਦੇ ਯੋਗ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ਜਿਵੇਂ ਕਿਸੇ ਅਜਿਹੇ ਵਿਅਕਤੀ ਦੀ ਜਿਹਦੇ ਕੋਲ ਕੋਈ ਬੀਮਾਰੀ ਨਹੀਂ ਹੈ. ਇਸ ਲਈ ਇਹ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਹੈ ਕਿ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਕੈਂਸਰ ਪੇਸ਼ੈਂਟ ਵੱਲ ਦੇਖਦੇ ਹੋਏ ਇੱਕ ਸਕਾਰਾਤਮਕ ਰਵਈਆ ਪੈਦਾ ਕਰਨ ਲਈ ਆਪਣੇ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਕੈਂਸਰ ਪ੍ਰੋਗਰਾਮ ਹੋਣ. ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਕੈਂਸਰ ਪੇਸ਼ੇਵਰ ਦਾ ਅਹਿਸਾਸ ਨਹੀਂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ਕਿ ਉਹ ਇਕੋ ਇੱਕ ਕੈਂਸਰ ਪੇਸ਼ੈਂਟ ਹਨ ਜੋ ਸਮਾਜ ਵਿੱਚ ਚੰਗੀ ਨਹੀਂ ਹਨ ਅਤੇ ਬਾਕੀ ਸਾਰੇ ਆਮ ਲੋਕ ਹਨ.

ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਇਹ ਉਹਨਾਂ ਨੂੰ ਬੁਰਾ ਅਤੇ ਨਾਖੁਸ਼ ਮਹਿਸੂਸ ਕਰੇਗਾ. ਇਸ ਲਈ ਲੋਕ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੇ ਕੈਂਸਰ ਦੇ ਮਰੀਜ਼ਾਂ ਨੂੰ ਜੀਵਨ ਦੇ ਹਰੇਕ ਸਮੇਂ ਵਿਚ ਸਵੈ-ਵਿਸ਼ਵਾਸ ਅਤੇ ਖ਼ੁਸ਼ੀ ਦੇ ਕੇ ਉਹਨਾਂ ਨੂੰ ਬਿਹਤਰ ਇਲਾਜ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਨ ਦੇ ਯੋਗ ਹੋਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ.

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