जन धन योजना पर निबंध – Jan Dhan Yojana Essay in Hindi Pdf Download

pradhan mantri jan dhan yojana essay in hindi

प्रधानमंत्री जन धन योजना भारत सरकार द्वारा भारत के माध्यम वर्ग और गरीब वर्ग की जनता के लिए एक लाभदायक योजना है| इस योजना के अंतर्गत सरकार अपने बैंक खातों को खोलने के लिए नागरिकों को विभिन्न लाभ प्रदान करती है। खाता किसी भी बैंक शाखा या बैंक मित्र आउटलेट में खोला जा सकता है। पीएमजेडीवाई के तहत खोले गए खाते शून्य बैलेंस के साथ खोले जा रहे हैं। हालांकि यदि खाता धारक चेक बुक आवेदन करना चाहता है तो उसे न्यूनतम शेष मानदंडों को पूरा करना होगा। आज के इस पोस्ट में हम आपको प्रधानमंत्री जन धन योजना निबंध, पीऍमजेडीवाई पर निबंध, पीऍमजेडीवाई हिंदी निबंध, आदि की जानकारी देंगे| ये निबंध खासकर कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए दिए गए है|

प्रधानमंत्री जन धन योजना पर निबंध

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भूमिका : प्रधानमंत्री जन धन योजना गरीबी को ध्यान में रखकर बनाई गई है जिससे उनमें बचत की भावना का विकास हो और साथ-साथ उनमें भविष्य की सुरक्षा का एक अहम भाव भी जागे। प्रधानमंत्री जन धन योजना केंद्र सरकार का बड़ा और अहम फैसला है जो देश की नीव को मजबूत रखेगा। अगर जरूरत पड़ने पर हमारे पास पैसे हों तो हमारी सारी चिंताएं दूर हो जाती हैं।

जीवन में आपात स्थिति कभी-न-कभी सामने आ जाती हैं। ऐसी स्थिति में अगर हमारे पास पैसा हो तो किसी के भी सामने हाथ फैलाना नहीं पड़ता है। लेकिन आज की पीढ़ी भौतिकतावाद से प्रभावित है। उनके जीवन का मूलमंत्र होता है – कमाओ , खाओ और मौज करो लेकिन ऐसा करते समय वे दूरदर्शिता को भूल जाते हैं , भविष्य की चिंता नहीं करते और धन को बर्बाद करते रहते हैं।

समझदारी इसी में होती है कि थोडा-थोडा पैसा बचाकर बैंक में जमा कराना चाहिए। इसलिए प्रधानमंत्री जन धन योजना गरीब जनता को सशक्त बनाने के लिए चलाई जा रही है। इसमें जिस भी देशवासी का एक भी बैंक अकाउंट नहीं है उनसे बैंक अकाउंट खोलने की अपील की गई है।

इसके अलावा अगर कोई भी भारतीय नागरिक अपने पहले से खुले हुए अकाउंट को प्रधानमंत्री जन धन योजना में शामिल करना चाहता है तो वह ऐसा कर सकता है उसे भी वह सभी सुविधाएँ दी जाएँगी जो सभी इस योजना के तहत दी जा रही हैं।

जन धन योजना : प्रधानमंत्री जन धन योजना भारत देश में फाइनेंसियल समावेशन पर एक राष्ट्रिय मिशन है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य सभी परिवारों का बैंक खाता खुलवाना है। प्रधानमंत्री जी के द्वारा स्वाधीनता दिवस के अवसर पर लाल किले से घोषित प्रधानमंत्री जन धन योजना देश भर के गरीब लोगों को बैंक और अन्य वित्तीय सेवाओं से जोड़ने के लिए एक महत्वकांक्षी परियोजना है।

जन धन योजना का आरंभ : प्रधानमंत्री जन धन योजना की घोषणा 15 अगस्त , 2014 को हुई थी लेकिन इसका शुभारम्भ 28 अगस्त , 2014 को भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने किया था। इस योजना को शुरू करने से पहले मोदी जी ने सभी बैंकों को ई-मेल भेजा था जिसमें उन्होंने हर परिवार के लिए एक बैंक खाता जरूरी होने की घोषणा की थी।

इस योजना के अंतर्गत सात करोड़ से भी ज्यादा परिवारों को प्रधानमंत्री जन धन योजना में भाग लेने और बैंक खाता खोलने के लिए बैंकों में घोषणा की। प्रधानमंत्री जन धन योजना के उद्घाटन के दिन ही एक करोड़ पचास लाख खाते खोले गये थे। नए बैंक खातों को खोलने के लिए 60000 कैंप लगाए थे। अधिकारीयों के मुताबिक जन धन सिर्फ बैंक खाता नहीं है बल्कि इसके साथ लेनदेन को कैशलेस और अर्थव्यवस्था को डिजिटल बनाने की शुरुआत हो रही है।

खाता खुलवाने के लिए आवश्यक सामग्री : अगर आपके पास आधार कार्ड या आधार संख्या उपलब्ध है तो आपको बैंक खाता खुलवाने के लिए कोई अन्य कागज की जरूरत नहीं पडती है। अगर आपके पास आधार कार्ड उपलब्ध नहीं है तो आपको क़ानूनी दस्तावेजों की जरूरत पडती है जैसे – ड्राइविंग लाइसेंस , मतदाता पहचान पत्र , पैन कार्ड , पासपोर्ट अथवा नरेगा कार्ड आदि। अगर आपका पता बदल गया है तो अपने वर्तमान पते को खुद के द्वारा प्रमाणित करके देना आवश्यक होता है।

जन धन योजना के लाभ : इस योजना में 1 लाख रुपए का बीमा होगा जो विपत्ति के समय पर परिवार की बहुत मदद करेगा। घर से बाहर नौकरी करने वाले लोग आसानी से पैसा घर पर भेज सकेंगे। ग्रामीण व् पिछड़े इलाकों में लोगों की बचत और वित्तीय सुरक्षा भी बढ़ेगी।

इस योजना के तहत जिनके पास आधार कार्ड या कोई अन्य पहचान नहीं है उसका पहचान पत्र बनाया जाएगा। किसानों , आम जनता और अन्य ग्रामीण लोगों के लिए कृषि जैसे अन्य कारणों के लिए लोन लेना सरल हो जाएगा। भारत में नकद धन का कम प्रयोग होगा जिससे काले धन पर नियंत्रण लगेगा और सरकार का खर्च भी बच जाएगा इसके साथ-साथ आमदनी भी बढ़ेगी।

इस योजना के तहत छ: महीने तक संतोषजनक परिचालन के बाद ओवरड्राफ्ट की सुविधा भी दी जाएगी। इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण लोग भी वित्तीय सुविधाओं जैसे – इंश्योरेंस , वाहन लोन , गृह लोन , फसल बीमा आदि से जुड़ सकेंगे। हर परिवार की महिला के लिए केवल एक खाते में 5000 रुपए तक की ओवरड्राफ्ट की सुविधा उपलब्ध है।

प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत 30000 रुपए तक का जीवन बीमा व्यक्ति को उसकी मृत्यु पर सामान्य शर्तों की प्रतिपूर्ति पर ही देय होगा। डेबिट कार्ड और नए मोबाइल इंटरनेट से ग्रामीण भारत के लोग भी दुनिया से जुड़ेंगे और विश्व के किसी भी शहर , बाजार से अपने लिए औजार और सामान खरीद सकेंगे।

लोगों को सरकार से मिलने वाली आर्थिक राशि का भुगतान सीधे उनके बैंक खाते में होगा जिससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा और लोगों को पूरी राशि समय पर मिलेगी। लोगों में बचत की समझ और प्रवृत्ति बढ़ेगी जिससे वह आर्थिक रूप से ज्यादा सक्षम और आत्म निर्भर बनेगा। भारतियों का अधिक-से-अधिक चालीस फीसदी प्रतिदिन एक डॉलर से भी कम पर अपना जीवन व्यतीत करते हैं प्रधानमंत्री जन धन योजना के इस तरह के जीवन को सुधारने तथा उनमें सुरक्षा के भाव को जगाने के लिए बनाई गई है।

जन धन योजना की हानियाँ : सभी वाक्यों के दो पहलू हैं इस प्रधानमंत्री जन धन योजना के भी कुछ दुष्परिणाम हैं जिनमें से एक हैं पुनर्प्राप्ति एवम ऋण संग्रह। अब इस प्रधानमंत्री जन धन योजना के कारण ऋण लेने वाले उधारकर्ता न्यूनतम राशि उधार लेंगे जो कि अधिक मात्रा में होगी जिसका असर व्यापारिक तथा उच्च सामाजिक गतिविधियों पर होगा।

सभी का ब्यौरा रखना भी मुश्किल होगा। इससे बैंक के सिस्टम भी काफी प्रभावित होंगे जिसके लिए उन्हें अभी से तैयार होना जरूरी है तथा उचित वित्तीय नियम बनाना भी जरूरी है ताकि उधार की राशि आसानी से रिकवर की जा सके। अगर उधारकर्ता से ऋण एकत्र करने की कोई व्यवस्था नहीं बनाई गई है तो इस योजना का मूल उद्देश्य विफल हो जायेगा और बनाए गए अकाउंट निष्क्रियता की स्थिति में चले जायेंगे।

जिस तेजी से बैंकों में अकाउंट ओपन हो रहे हैं अगर उसी तेजी से इस योजना पर काम नहीं किया गया तो यह योजना व्यवस्था वित्तीय प्रणाली को संकट में डाल देगी इसका देश की अर्थव्यवस्था पर बहुत भारी प्रभाव होगा।

जन धन योजना की मुख्य सेवाएं : प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत खाता धारकों को 30000 रूपए की न्यूनतम राशि का जीवन बीमा दिया जाएगा इसके साथ 1 लाख का एक्सीडेंटल बीमा भी दिया जायेगा। गरीब लोगों को आपत्ति के समय पैसे के लिए साहूकार पर निर्भर होना पड़ता है जिस कारण साहूकार उनकी मजबूरी का फायदा उठाकर उनसे मनचाहा ब्याज लेते हैं और गरीब कभी उस कर्ज से मुक्त नहीं हो पाता है।

लेकिन प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत खाता धारी छ: महीने के अन्तराल में 5000 रूपए की राशि को सीधे बैंक से लोन के रूप में प्राप्त कर सकता है। अन्य बचत खाते के लिए खाताधारी को कुछ राशि बैंक खाते में जमा करवाना अनिवार्य होता है यह राशि खाताधारी की ही होती है। लेकिन गरीबों की स्थिति को ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत खाते बिना किसी राशि के खोले जा रहे हैं जिन्हें जीरो बैलेंस सुविधा कहा जाता है।

अन्य प्रकार के एटीएम कार्ड की तरह प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत खाताधारी को भी रूपए कार्ड की सुविधा प्रदान की जा रही है यह कार्ड भी अन्य एटीएम कार्ड की तरह ही काम करता है। रूपए कार्ड की सहायता से खाताधारी किसी भी बैंक एटीएम से रूपए निकाल सकता है। इस कार्ड को एक महीने में चार बार प्रयोग किया जा सकता है लेकिन अगर आप चार बार से अधिक प्रयोग करते हैं तो आपको कुछ रुपयों का भुगतान करना पड़ता है।

अन्य खातों की तरह ही प्रधानमंत्री जन धन खाते की सभी जानकारी को मोबाइल पर मेसेज के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। इसके लिए किसी भी महंगे फोन की आवश्यकता नहीं होती है यह सुविधा साधारण फोन पर भी उपलब्ध होती है। प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत खाता 10 वर्ष से अधिक आयु का बालक या बालिका द्वारा खोला जा सकता है जिसकी देख-रेख उनके माता-पिता द्वारा की जा सकती है।

अगर किसी का पहले से ही कोई खाता खुला हुआ है तो वह उस खाते को प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत ट्रांसफर करवा सकता हैं जिससे वो प्रधानमंत्री जन धन योजना के सारे लाभ उठा सके। किसी भी बैंक में खाता खोलने के लिए एक उचित परिचय पत्र की जरूरत पडती है लेकिन अगर किसी के पास यह पत्र नहीं है तो प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत अपना खाता खोल सकता है जिसमें कोई भी गजेटेड ऑफिसर द्वारा सत्यापित प्रमाण पत्र बैंक में जमा करवाकर खाता खोला जा सकता है जिसे लो रिस्क अकाउंट की गिनती में गिना जाता है और इसे स्माल अकाउंट भी कहा जाता है। इसे एक साल की अवधि तक सुचारू रखा जाएगा इस एक साल में खाताधारी को कोई भी उचित परिचय पत्र बैंक में जमा करना होता है।

उपसंहार : प्रधानमंत्री जन धन योजना में सभी भारत के देशवासियों में बढ़-चढ़ कर भाग लिया है। आज के समय में करोड़ों की तादात में अकाउंट खोले जा चुके हैं। अब हमें यह देखना है कि यह योजना किस प्रकार देश के विकास में सहयोगी बनती है। इस योजना की सफलता का आंकलन एक या दो साल बाद ही किया जा सकता है।

एक खाता , ग्राहकों और बैंकों दोनों के लिए तभी उपयोगी है जब इसका प्रयोग किया जाए। बैंकों के द्वारा पहले खोले गये बहुत से नोफ्रिल बेसिक खाते बेकार साबित हुए हैं क्योंकि उन्होंने पाया कि इनमें बहुत अधिक लेनदेन नहीं हुए। सारे ग्रामीणों के द्वारा यदि लेनदेन इसी के द्वारा होगा तो यह समावेशन के काम को पूरा करने का बहुत ही अच्छा तरीका है।

किसानों को दिया जाने वाला समर्थन मूल्य का भुगतान , मनरेगा की मजदूरी अनिवार्य रूप से इन्हीं खातों में किया जाए वित्तीय समावेशन तभी अच्छी तरह से काम करेगा जब सभी प्रकार की सबसीडी कैश ट्रांसफर के माध्यम से दी जाने लगेगी। केवल बैंक खातों को खोलना ही वित्तीय समावेशन नहीं है।

जन धन योजना एस्से इन हिंदी

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Jan Dhan Yojana Essay in Hindi Pdf Download

भूमिका- मोदी सरकार ने सत्ता में आने के बाद से ही देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए और देश के विकास के लिए बहुत से कार्य किए हैं। गरीबों को ध्यान में रखते हुए उन्हें बैंक से जोड़ने के लिए सरकार ने सभी परिवारों को बैंक में एक खाता अवश्य होने की घोषणा १५ अगस्त २०१४ को की थी और उसकी शुरूआत २८ अगस्त २०१४ को हुई। इसके अंतर्गत लोगों का खाता खोला जाता है और एक लाख तक का बीमा भी किया जाता है।
भारत देश का एक बड़ा हिस्सा गाँव के गरीब लोग और किसान है। जब तक उनका विकास नहीं होगा तब तक देश भी आगे नहीं बढ़ सकेगा। गाँव के लोगों को भी बैंक की सुविधा देने,उनमें आत्मविश्वास जगाने और बैंको को लेकर सजगता पैदा करने के लिए ही इस योजना को शुरू किया गया। सरकार द्वारा दी गई सुविधाओं से गाँव के लोग वंचित रह जाते है क्योंकि सारी सुविधाएँ शहरों तक सीमित रह जाती थी। यह पहली योजना है जो गाँव और शहर दोनों को लाभ देगी।

प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत खाते खुलवाने के नियम-
१. आप भारत के नागरिक होने चाहिए ।
२. यदि आपके पास भारत के नागरिक होने का प्रमाण नही है तो लॉ रिस्क पर खाता खोला जाएगा। जिसमें आपको एक साल में कोई भी प्रमाण बैंक को देना होगा।
३. दस साल की उमर के बच्चों का भी खाता खुल सकता है।
४. आप अपने साधारण खाते को प्रधान मंतरी जन धन खाते में स्थानांतरित करवा सकते है।

प्रधानमंत्री जन धन योजना के लाभ- इस योजना से गरीबों को बहुत लाभ हुआ है। वो लोग भी बैंक की सुविधाओं से जुड़ सके है जो कि पहले उनकी पहुँच से दुर थी और वों बैंको के प्रति असहज थे।

प्रधानमंत्री जन धन योजना के निम्नलिखित लाभ-

१. इसके तहत लोगों का खाता खोला जाता है और एक लाख का बीमा भी किया जाता है।
२. खाता खुलने के ६ महीने बाद लोग ५००० तक का लॉन ले सकते है जिससे कि वो साहुकारों के उच्च दर के ब्याज से बच सकते है।
३. लोगों को रूपये कार्ड भी दिया गया है जिसे वो ए.टी.एम. की तरह प्रयोग कर सकते है।

निष्कर्ष- प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत खाता खोलने की न्युनतम राशि शुन्य हैं। जन धन योजना की वजह से गरीब लोगों का भी विकास हुआ है। पिछड़े हुए गाँव भी अब तरक्की कर रह् है। गरीब लोगों की जीवन शैली में बहुत सुधार हुआ है। यदि बैंक सुचारू रूप से काम करे तो लोगों और देश की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा। प्रधानमंत्री जन धन योजना एक कल्याणकारी योजना है।

Pradhan Mantri Jan Dhan Yojana (pmjdy) Essay in Hindi

लोकतंत्र प्रत्येक व्यक्ति को बुनियादी जरूरतों और संस्थागत और आर्थिक सुधारों तक पहुंच के अधिकार देता है। माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने पहले स्वतंत्रता दिवस में मई 2014 में नए निर्वाचित सरकार के भाषण में घोषणा की थी कि लोकतांत्रिक भारत के सभी लोगों के बीच एक चर्चा का निर्माण हुआ।

भारत की गरीब जनसंख्या को शामिल करने के एक कदम के रूप में, प्रधान मंत्री मोदी ने बैंकिंग, बचत और जमा खातों जैसे वित्तीय सेवाओं तक पहुंच प्रदान करने के लिए 28 अगस्त 2014 को प्रधान मंत्री जन धन योजना शुरू की। यह कहा जा सकता है कि योजना की शुरूआत के लिए दो तरफ हैं सबसे पहले, उसने पिछड़े लोगों को दिया, जिनके पास बैंक अप्राप्य थे, विश्वास है कि मोदी को सामने लाने का निर्णय एक जोखिम था जो कि भुगतान किया गया था। और, यह जून 1,2016 के रूप में वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में रु 384.11 अरब लाया, जिससे बैंकिंग विभाग में गिरावट का सकारात्मक संकेत दिया गया।

यह योजना वित्तीय सेवा विभाग, वित्त मंत्रालय द्वारा चलायी जाती है, और उद्घाटन के दिन लगभग 1.5 करोड़ बैंक खातों को खोला गया था। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स इस उपलब्धि को स्वीकार करते हैं और एक विश्व रिकॉर्ड बनाने के एक प्रमाण पत्र को सम्मानित करते हुए कहते हैं, “वित्तीय समावेश अभियान के एक हिस्से के रूप में 1 सप्ताह में सबसे बैंक खाता खोले”। सप्ताह के दौरान, 23-29 अगस्त 2014; 18,096,130 खाते खोले गए।

योजना के औपचारिक प्रक्षेपण के लिए, प्रधान मंत्री ने सभी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के अध्यक्षों को व्यक्तिगत रूप से 7.5 करोड़ से अधिक घरों में दाखिला लेने और अपने बैंक खाते खोलने के विशाल कार्य के लिए भेज दिया। अपने ईमेल में उन्होंने स्पष्ट रूप से घोषित किया कि प्रत्येक घर के लिए एक बैंक खाता “राष्ट्रीय प्राथमिकता” है। यह योजना ओवरड्राफ्ट सुविधा के साथ “बेसिक बैंकिंग अकाउंट्स” के साथ शुरू होने वाले ‘सार्वभौमिक और स्पष्ट बैंकिंग सुविधाएं’ प्रदान करने के लक्ष्य से शुरू की गई है। छह महीने के बाद 5,000 रुपये और रुपु डेबिट कार्ड ₹ 1 लाख और रुपे किसान कार्ड के इनबिल्ट दुर्घटना बीमा कवर के साथ। अगले चरण में, लघु बीमा और पेंशन आदि भी जोड़ दिए जाएंगे।

लोगों की प्रतिक्रिया का जश्न मनाते हुए प्रधान मंत्री ने कहा, “आज हम वित्तीय स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं।” इस योजना के प्रदर्शन पर आगे बढ़ते हुए लोगों ने बड़ी संख्या में वित्तीय आजादी के कदम उठाए और एक भारी योजना के तहत खोले गए खातों की संख्या 18 मई 2016 तक 21 9 मिलियन (57 मिलियन शून्य शेष खातों सहित) तक पहुंच गई। जमा राशि की राशि अप्रैल 2016 तक 380.47 अरब हो गई। 1 9 लाख घरों ने 2.56 ओवरड्राफ्ट सुविधा का लाभ उठाया है मई 2016 तक बिलियन। बिहार और पश्चिम बंगाल को इस योजना के तहत कुल जमा का 2 9% हिस्सा मिला है, जबकि केरल और गोवा देश के पहले राज्य बन गए हैं ताकि हर घर में एक बुनियादी बैंक खाता उपलब्ध कराया जा सके।

लेकिन, लेकिन, लेकिन जब से शत्रु हमेशा शत्रु हो जाते हैं और राजनीति हमारे देश में कभी भी बंद नहीं हो सकती! इस पहल ने विपक्ष की आलोचना की। उन्हें लगा कि यह उन प्रयासों को खुश करने का प्रयास था, जिन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों पर अनावश्यक काम का बोझ बनाया है। विपक्षी ने गरीबों के लिए आवश्यक खासतौर पर बैंक खाते और वित्तीय सुरक्षा नहीं महसूस की। इसके अलावा, इन खातों ने अभी तक पीएसयू बैंकों को काफी मुनाफा नहीं जोड़ा है। विशेषज्ञों के मुताबिक शून्य बैलेंस, फ्री इंश्योरेंस और ओवरड्राफ्ट सुविधा की पेशकश दोहराव के रूप में होगी। कई व्यक्तियों, जिनके पहले से ही बैंक खाते हैं, हो सकता है कि वे स्वयं के लिए खाते बनाते हैं, बीमा कवर और ओवरड्राफ्ट सुविधाएं द्वारा प्रलोभित होते हैं। इस योजना के अनुसार, बहुत कम लोग सिर्फ पांच साल की वैधता के साथ 30,000 रुपये का जीवन बीमा प्राप्त करने के लिए पात्र हैं । दावा किया गया ओवरड्राफ्ट सुविधा बैंकों पर पूरी तरह से छोड़ी गई है सरकारी नोटिस के अनुसार, केवल उन लोगों को ओवरड्राफ्ट सुविधा मिलेगी जिनके लेनदेन का रिकॉर्ड संतोषजनक और आर्थिक रूप से है।

इस निष्कर्ष पर पहुंचे, मेरी राय में, केंद्र सरकार की खबर जो कि अब और नए नहीं है, खासकर हमारे प्रधान मंत्री, इस देश की भलाई के लिए अतिरिक्त प्रयास कर रहे हैं और मुझे लगता है कि आलोचकों को उन्हें दिए गए समय की तरह ही उन्हें देना चाहिए। पिछली सरकारों के लिए जहां वास्तव में कोई बड़ी घटनाएं नहीं हुईं प्रधान मंत्री ने भ्रष्टाचार और धन के रिसावों को रोकने और लोगों के कल्याण के लिए इसे सीधे धन में डाल दिया है और मुझे लगता है कि यह कठिन प्रयास है जब समय कठिन है, अर्थव्यवस्था बहुत मजबूत नहीं है, लोग भ्रष्ट लोगों के साथ सामान्य हैं इस देश को बेहतर बनाने के लिए काम करने की बजाय प्रथाओं इसलिए मैं इस देश के लोगों से हाथ मिलाने और भारत को एक बेहतर स्थान बनाने और मोदी को अपने सपने में सहायता करने के लिए प्रोत्साहन देने के लिए अपील करता हूं।

Jan Dhan Yojana Essay in Hindi 250 Words

28 अगस्त 2014 को भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा शुरुआत की गयी लोगों की मुद्रा बचत योजना है जन धन योजना। इसे प्रधानमंत्री जन धन योजना भी कहा जाता है जोकि वास्तव में ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले आम भारतीय लोगों के लिये कुछ अवसर बनाने के लिये लोगों की एक संपत्ति योजना है। प्रधानमंत्री के द्वारा शुरु की गयी ये योजना गरीब लोगों को पैसा बचाने में सक्षम बनाती है। यहाँ रहने वाले लोगों को स्वतंत्र बनाना ही सही मायने में एक स्वतंत्र भारत बनाना है। भारत एक ऐसा देश है जो भ्रामीण क्षेत्रों में रहने लोगों की पिछड़ेपन की स्थिति के कारण अभी भी एक विकासशील देशों में गिना जाता है। अनुचित शिक्षा, असमानता, सामाजिक भेदभाव और बहुत सारी सामाजिक मुद्दों की वजह से भारत में गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोगों की दर उच्च है।

इस योजना को एक सफल योजना बनाने के लिये बहुत सारे कार्यक्रमों को लागू किया गया है। बैंक खातों के महत्व के बारे में जागरुक बनाने के साथ ही बैंक खाता खोलने के फायदे और प्रक्रिया के बारे में उनको समझाने और लोगों के दिमाग को इस ओर खींचने के लिये ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 60 हजार नामांकन कैंप लगाये गये।

ये बहुत जरुरी है कि पैसा बचाने की आदत के बारे में लोगों के बीच जागरुकता बढ़े जिससे भविष्य में कुछ बेहतर करने के लिये वो स्वतंत्र हों और उनके भीतर कुछ विश्वास बढ़े। बचत किये गये पैसों की मदद से वो बुरे दिनों में बिना किसी के सहारे अपनी मदद कर सकते हैं। जब हरेक भारतीय लोगों के पास अपना बैंक खाता होगा तब वो पैसों की बचत के महत्व को ज्यादा अच्छे से समझ सकेंगे।

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