परीक्षा का समय बहुत ही कठिन होता हैं।सभी बच्चे परीक्षाओं की तयारी में लगे रहते हैं कुछ पहले से ही तयारी करकर रखते हैं ओर कुछ एक दिन पहले रात भर जग कर पढ़ाई करते हैं।उस वक्त तनाव होना स्वाभाविक होता हैं।सभी लोग अपने अपने तरीके से परीक्षा उत्तीर्ण करने के बारे में सोचता है।लेकिन उस समय को मजेदार बनाने के लिए हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ ऐसी कविताएँ जिनको पढ़कर आपका मन प्रसन्न होगा और आप अच्छे से पढ़ाई कर सकेंगे।
इस आर्टिकल के जरिए आप अनेकों प्रकार की कविताएँ पढ़ सकते है जेसे की एक्साम्स, Poetry, poems about exam, latest poems for exam,poem on padhai in hindi,uff ye padhai poem,hai re pariksha,padhai par kavita,on school,परीक्षा पर हास्य कविता साथ ही आप इन पोएम्स को 2020 year में for class 4,for class 5,for class 10, 9 के लिए भी use कर सकते हो।
Exam Poems in Hindi
आई परीक्षा निकला दम,
खेलकूद सब हो गये कम.
देख देख कर बस्ता भारी.
मेरी हिम्मत टूटी सारी.
दिनभर पुस्तक पढ़
फिर भी मन में डरता हूँ.
क्या जाने क्या आयेगा.
फेल मुझे कर जायेगा.
अब तो मेरे मन में आता.
सारे जग से तोडूं नाता.
यह दुनिया बेकार हो गई.
मेरी सारी ख़ुशी खो गई.
आज ले रहा तेरा नाम.
सुन लो हे ! सीतापति राम.
देव ! बना दो बिगड़ा काम.
जग में होगा तेरा नाम.
Pariksha ki Taiyari Poem
यह एग्जाम पर कविता आपको बैंक एग्जाम देने में प्रोत्साहित करेगी|
करें परीक्षा की तैयारी
बहुत लिया खेल अब,
करें परीक्षा की तैयारी,
पेन, पेन्सिल, रबर, कटर
हो सामग्री सारी.है वक़्त बड़ा अनमोल,
अब न इसे गँवाना है.
करके अच्छी तैयारी,
अच्छे अंक भी लाना है.हो पढ़ने का टाइम टेबल,
जितना पढ़े, मन से पढ़े,
एक विषय याद हो जाए
तो अगले की ओर बढ़ें.न पढ़े ज़्यादा देर,
वक़्त पे आराम करें.
याद हो गये उत्तर जो
उसे लिखने का काम करें.लिखने से बार बार
याद उत्तर हो जाएगा,
हो कैसा भी प्रश्न-पत्र
झट वो हल हो जाएगा,ठण्डे दिमाग़ से
हर प्रश्न का दें जवाब,
लिखें उत्तर वही जो
कहती है किताब.पाकर प्रथम श्रेणी को
माँ-बाप का रोशन नाम करो.
नाज़ हो “दीप” तुम पर
जो कुछ ऐसा काम करो.
Poem on Exam in English
Children shiver with fear
As the exams draw near
Eyes filled with tears
For wasting a whole year
Had they worked hard earlier
All would have been happier.
If you wish to secure marks that are rosier.
Children, do not feel the fright.
Face the exams with all your might.
Go and reach the stars.
Victory will be yours.
We are like the food and the education is the ingredient.
We are like the trees and the education is the leaves.
Exam Funny Poems | Exams Funny
Hasya Kavita on Eductaion
सुबह से शाम तक पप्पू जप रहा भगवान का नाम।
खा रहा बार-बार बादाम, लगा रहा झंडू बाम।।घरवाले समझ गये कि आ गया है एग्जाम।
आ गया है एग्जाम अतः पप्पू का सिर है जाम।।पिछली बार जाम हो गए थे याद करने वाले उत्तर।
याद हो जाते यदि होते क्लासमेट रिया से सुन्दर।।किन्तु सुन्दर सुशील तो थे पृश्न पत्र में सवाल।
ऊपर से पास में बैठी रिया, चेहरा जिसका कमाल।।कमाल था उसका नूर, धमाल थी उसकी बाते।
पप्पू जी के देखते-देखते 3 घंटे यूँही कट जाते।।3 घंटे के मनोहारी पल ने दिया, 3 नंबर का जलवा।
एग्जाम बड़ा स्वीट था किन्तु रिजल्ट आया कड़वा।।कड़वे को इस साल पप्पू ने मीठा बनाने में कसी कमर।
रिया, रीता, रीमा सबको मानेगा इस बार सिस्टर।।सब होगी सिस्टर पप्पू जी फोकस करेंगे उत्तर देने में।
समझ में आया कुछ ना धरा, सुंदर चेहरे देखते रहने में।।चेहरे देखते रहने में, नंबर मिले चेहरे जैसे गोल।
दो चार साल और देखे तो फ्यूचर बनेगा ढोल।।
Kavita Poems on Exam Stress
उफ़! ये पढाई किसने बनाई,
कहाँ से जन्मी कहाँ से आई,
पापा कहते पढो CHEMISTRY.
याद करो EQUATION.MUMMY कहती पढो HISTORY,
रटो CIVILIZATION,
भैया कहते पढ़ो MATH तुम,
सीखो CALCULATION.आ रहे हैं EXAMINATION,
बढ़ने लगा TENSION,
खत्म परीक्षा का मौसम हो,
करूँ मैं RELAXATION.प्रभु तुम हम को शक्ति देना,
डर को मन से हर लेना,
हम को पास जरूर कर देना,
करें हम CELEBRATION.Tension Tension Tension,
That we can’t mention,So much to study, learn, and write,
Read,Recall and Revize to make our future bright,In maths equations,
In physics reflections,
In biology creations,
In chemistry reactions,We try to learn history,
but its difficult to solve its mystry.Try to learn Hindi & English
But it hard to nourish,Economics & civics,
Full of etics.We try to do our best
But we forgot the rest,No medicine for Heart & Lever,
Because it is Examination fever.
Pariksha Kavita in Marathi
आपली नौका वादलापुढे आहे,
कसातरी अभ्यास करून
तिला डूबण्यापासुन वाचवायचे आहे.
परीक्षा येताच वाटते…
अभिमन्यु चक्रात फसतो आहे,
काही वाचुनी पुस्तके
त्यातून बाहेर निघायचे आहे.
परीक्षा येताच वाटते…
आयुष्यात मोठे संकट आलेले आहे.
प्राण पणाला लावून
त्याला दूर सरायचे आहे.
परीक्षा येताच वाटते…
तिसरे महायुद्ध सुरु आहे,
अभ्यासाला बनवुनी तलवार
या युद्धाला जिंकायचे आहे.
परीक्षा येताच वाटते…
नविन प्रकाश्ज्योत दिसणार आहे,
परीक्षेचा लागताच निकाल
पुढच्या वर्गात बसायला मिळणार आहे.