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26 january 2020: भारत की सभ्यता 4000 से भी अधिक वर्ष पुरानी हैं, यहाँ अलग-अलग कई रिवाजों और परंपराओं का मिश्रण हैं, जो देश के समृद्ध संस्कृति और विरासत के प्रतिबिंबित हैं। हमारे राष्ट्र का इतिहास अपनी उन्नति की एक झलक देता है |
हमारा देश वर्षो के उपनिवेशवाद (colonialism) के दौर से गुजर कर वैश्विक परिदृश्य में आज के समय में सबसे सफल अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। किसी भी अन्य चीज़ से ज्यादा, इस तरह के विकास की परिणति के पीछे हमारे देश के नागरिकों के राष्ट्रवादी उत्साह योगदान बल है। देश का यह परिवर्तन देश और विदेश में हर भारतीय के दिल में राष्ट्रीय गौरव की भावना पैदा करता है|
About India – भारत के बारे में सामान्य जानकारी
हमारा देश भारत विश्व की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक माना जाता है| हमारा देश का अत्यंत गौरवशाली इतिहास रहा है और आगे भी हिन्दुस्तान के उज्जवल भविष्य के लिए हमारे देश के सभी नागरिक व भारत सरकार कर्मठ है| हिन्दुस्तान अपनी बहुरूपदर्शक विविधता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए पूरे विश्वभर में प्रसिद्ध है। अंग्रेजो से आजादी मिलने के बाद से हमने सामाजिक व आर्थिक प्रगति को हासिल किया है। भारत देश, दुनिया का 7वां सबसे बड़ा देश है जिसमे अलग-अलग हिस्से हैं जो की विभिन्न संस्कृति होने के बावजूद भी एक साथ प्रेम व घनिष्टता से रहते हैं| यहाँ विशाल हिमालय पर्वत और गहरे समुद्र, पवित्र नदियाँ भी हैं जो की भारत को सबसे अलग बनाती हैं साथ ही यह देश को एक विशिष्ट भौगोलिक इकाई भी देता है। उत्तर दिशा में हिमालय से दक्षिण में कन्याकुमारी तक देश की सीमा है, जो पूर्व में बंगाल की खाड़ी और पश्चिम में अरब सागर के बीच हिंद महासागर तक फैला हुआ है। Republic Day Parade in India
भारत के 71th Republic Day के उपलक्ष में आज हम अपने देश के सुनहरे इतिहास की याद व साथ ही उज्जवल भविष्य के लिए कामना करते हुए देश को गौरान्वित करने वाली शख्सियतों के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे जिससे आपके अंदर भी देशभक्ति की भावना जाग उठेगी|
71वें गणतंत्र दिवस पर ख़ास
भारत में गणतंत्र दिवस 2020, 26 जनवरी, रविवार को मनाया जाएगा। वर्ष 2020 में, भारत अपने 71st Republic Day मना रहा है। गणतंत्र दिवस पर लेख | वर्ष 1950 में भारत द्वारा अपना प्रथम gantantra diwas मनाया गया था। इस साल R-Day Celebration के आयोजन पर निम्नलिखित खासियत होगी|
- इस साल हमारा देश अपना गणतंत्र दिवस पर ब्राज़ील के राष्ट्रपति (Brazilian President) Jair Bolsonaro के साथ मनाएगा। ब्राजील के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद भारत के लिए ये उनका पहला दौरा होगा।
- हर साल 26 जनवरी की परेड में हमें कुछ नया देखने को मिलता है और इस साल भी कुछ अलग और अनोखा देखने को मिलेगा।
- देश की भव्यता को प्रदर्शित करने वाले प्रत्येक प्रांत की झाकियाँ , युद्ध में उपयोग होने वाले हथियार और लड़ाकू विमानों के द्वारा करतब दिखाए जाएंगे।
- इसके साथ ही इस साल नारी सशक्तिकरण का नजारा भी देखने को मिलेगा।
- CRPF की 65 महिला Bikers (बाइकर्स ) की टीम Stunt को दिखाने के लिए Practice (रिहास) कर रही है ।
- 65 Member वाली सीआरपीएफ की Women Team 350 सीसी रॉयल एनफलल्ड बुलेट पर आश्चर्यजनक कारनामे करते दिखाई देंगी।
- America से खरीदा गया M-777 अल्ट्रा लाइट हाविट्जर तोप और लार्सन एण्ड टूब्रो (Larson & Tubro) द्वारा बनाई गई K-9 वज्र तोप को भी पहली बार राजपथ पर दिखाया जाएगा ।
गणतंत्र दिवस 2020 पर मुख्य अतिथि

PM narendra Modi & Jair Bolsonaro meet at BRICS
- Date 24 जनवरी को Jair Bolsonaro भारत में Chief Guest बनकर आएंगे ।
- उनका ये दौरा 4 दिवसीय दौरा होगा ।
- इस Tour में उनके साथ उनके साथ शामिल होंगे ।
- 7 मंत्री (Ministers)
- सर्वोच्च अधिकारी ( Top Officers )
- एक विशाल व्यापारिक सदस्यों का समूह ( A Large business delegation)
year 2018 में बॉल्सोनरों ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली । Bolsonaro को ब्राजील का Trump (ट्रम्प) भी कहा जाता है ।
Indian president
इस वर्ष भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद अपनी पहली speech (भाषण) देंगे जिसमें वो देश की उपलब्धियों के साथ आने वाले समय में भारत में विकास को और देश को मज़बूत राष्ट्र बनाने के बारे में बताएंगे|
Indian Pride – Freedom & Revolutionaries | Republic day in hindi
भारत की आज़ादी में कई महान स्वतंत्रता सेनानियों और क्रांतिकारियों का साथ है जिन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए हमारे देश को आज़ाद करवाने में अपना पूरा ज़ोर लगा दिया| इन शहीदों को हमर शत-शत नमन जिनकी वजह से हम आज खुले आसमान में सांस ले रहे हैं| आइये जानें कुछ महँ व्यक्तियों के बारे में जो की असल मायने में भारत का गौरव हैं:
महात्मा गाँधी
महात्मा गाँधी सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विश्व के सबसे प्रतिष्ठित पुरुषों में से एक थे| जिनके अहिंसा के पाठ को अभी भी हम सब ने जीवित रखा है | बापू ने अपना सब कुछ छोड़ दिया, अपने कानून कैरियर; अपना घर और अपना धनी परिवार भी और सदैव न्याय के लिए लड़ते रहे| उनके लोगों की भलाई के लिए ब्रिटिशों के खिलाफ अहिंसा का रास्ता उठाया जिसके कारण हम आज आज़ाद हैं|
शहीद भगत सिंह
भगत सिंह भारत के इतिहास में स्वतंत्रता आंदोलन के सबसे प्रभावशाली क्रांतिकारी थे। जब कभी हम शहीदों के बारे में सोचते हैं जिन्होंने अपनी मातृभूमि के गौरव और सम्मान के लिए अपना जीवन दिया था, सबसे पहले हमारी ज़ुबान पर “शहीद” भगत सिंह का नाम आता है। लाला लाजपत राय की मृत्यु, जेल में 116 दिन तक अनशन और वर्ष 1929 में विधानसभा में बम ब्लास्ट करने तक भगत सिंह सत्याग्रह और गांधीजी की गांधीवादी विचारधारा में विश्वास नहीं रखते थे।
चंद्र शेखर आजाद
चंद्र शेखर आजाद हमारे देश के सबसे बड़े स्वतंत्र सेनानियों व क्रांतिकारी में से एक थे| जो की हर हाल में भारत को आज़ाद कराने के लिए प्रतिबद्ध थे। उन्होंने गांधी जी के आंदोलन में पहले भाग लेने के पश्चात में आजादी के संघर्ष के लिए हथियारों का इस्तेमाल किया। आज़ादी के लिए उनकी दिलेरी को कभी भूला नहीं जाएगा|
नेताजी सुभाष चंद्र बोस
भारत की तरफ से एक और महान स्वतंत्रता सेनानी थे नेताजी सुभाष चंद्र बोस जो की भारतीय राष्ट्रीय सेना (Indian National Army) के संस्थापक थे जिसे “आजाद हिंद फौज” के नाम से भी जाना जाता था। बोस एक क्रांतिकारी थे | कुछ समय बाद वहवे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए और बाद में उसके अध्यक्ष भी बने। “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आज़ादी दूंगा” नेताजी द्वारा कहे हुए कुछ मशहूर शब्द थे जिससे लाखो हिन्दुस्तानियों में आज़ादी के लिए जान लड़ाने के लिए जोश आया| अगर सुभाष बाबू की इतनी जल्द नृत्यु न हुई होती तो हमें पहले ही आज़ादी मिल गयी होती|
सरदार वल्लभभाई पटेल
सरदार वल्लभभाई पटेल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक प्रमुख नेता थे जिन्हे “लोह पुरुष” (Iron man of India) के नाम से भी जाना जाता था| उन्होंने आजादी के लिए भारत के संघर्ष में एक प्रमुख भूमिका निभाई थी । जब महात्मा गांधी जेल में थे तब वल्लभभाई पटेल ने सत्याग्रह में भाग लिया और नागपुर में सत्याग्रह का नेतृत्व किया था जिससे अंग्रेजो को घुटने टेकने पड़े।
रानी लक्ष्मी बाई
हिन्दुस्तान की आज़ादी की लड़ाई में सिर्फ मर्द ही नहीं महिलाओ ने भी साथ दिया था| राष्ट्र गौरव रानी लक्ष्मी बाई ने हमारे लिए अपनी जान की बाज़ी लड़ा दी थी| “खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी” ये शब्द वाकई काफी सुँदरता से लक्ष्मी बाई के जीवन का वर्णन करता है|
एनी बेसेंट
एनी बेसेंट एक ब्रिटिश कार्यकर्ता थे जो की हिन्दुस्तान के स्वशासन में विश्वास रखती थीं। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान, उन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए प्रचार किया था। इसी के फलस्वरूप उन्हें कांग्रेस के राष्ट्रपति के रूप में चुने गया। भारत की आज़ादी में उनका भी एक भूमिका है|
Indian Pride – Organizations
भारत में इतिहास के समय से लेकर अभी के समय तक कई ऐसे संगठन व संस्था बनी है जिन्होंने हमारे देश का लोहा पूरे विश्व भर में मनवाया है | ऐसी कुछ Indian organisations की जनकारी हमने नीचे दी हुई है|
Pride of India – ISRO
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन या इसरो (Indian Space Research Organisation – ISRO), हमारे राष्ट्र की राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी है। यह भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम, डॉ विक्रम साराभाई द्वारा प्रक्षेपित किया गया था जिनको father of Indian Space Programme भी कहा जाता है|
इसरो भारत के विभिन्न स्थानों में स्थित अपनी प्रतिष्ठानों व प्रयोगशालाओं के माध्यम से अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम को अंजाम देता है। श्री माधवन नायर ISRO के चेयरमैन है जो की वर्ष 1998 में पद्मा भूषण सम्मान से सम्मानित हैं| ISRO के Mars Orbiter Mission (MOM) के “मंगलयान” से पूरा विश्व भर भारत के अंतरिक्ष अभियानों का लोहा माना है| हाल ही में PSLV-C34 राकेट ने 20 मिसाइल का सफल प्रक्षेपण किया है|
Pride of indian army
भारतीय सेना का प्रतिष्ठित इतिहास बहुत साल पुराना है। Indian Army हमारे देश का गौरव है! यह हमारी सेना की हिम्मत और कठिन परिश्रम ही है जिसकी वजह से आज हम बेफिक्र जी रहे हैं| ऐसा इसलिए है क्योंकि हमारी जीवन के लिए हमारे सैनिक अपनी जान की परवाह किये बिना सीमा पर दिन-रात तैनात है| भारतीय सेना पर हम सभी को गर्व है|
भारतीय सैनिक अपने देश कि नागरिकों की सुरक्षा के लिए आखिरी श्वास तक लड़ते हैं। भारतीय सेना बाहरी आक्रमण और आंतरिक उलटाव से राष्ट्रीय हितों में हर हालात में रक्षा करती है। भारतीय सेना कई बार पाकिस्तान को धुल चटाई और जब भी किसी ने हमारे देश की तरफ आँख उठा के देखा है हमारे सेना ने हमेशा उसे मुँह तोड़ जवाब दिया है|
इंडियन आर्मी दुनिया के सबसे ऊँचे बैटल ग्राउंड सियाचिन (Siachen) पर तैनात है जहाँ पर सांस लेना भी मुश्किल होता है वहां भी तैनात है| यहाँ तापमान -50 डिग्री तक चला जाता है|
“When you go home, tell them of us and say, For Their Tomorrow, We Gave Our Today”.
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