किसान रेल योजना 2022-23 किसान रेल रूट एवं बुकिंग | Kisan Rail Yojana

Kisan Rail Yojana in hindi

किसान रैली योजना: जैसा कि हम सब जानते हैं भारत एक कृषि प्रधान देश है। जहां की ज्यादातर जनसंख्या गांव में बसती है और उनका मुख्य व्यवसाय कृषि है। किसानों के सामने सबसे बड़ी समस्या यह आती है कि वह फसल तो गा लेते हैं परंतु उस को संरक्षित रखने के लिए स्थान नहीं मिल पाता है। जब तक किसान अपनी फसल बाजार तक ले जाता है तब तक कुछ फसल का हिस्सा खराब हो जाता है। यह स्थिति सबसे ज्यादा उन किसानों के साथ आती है जो किसान सब्जियों और फलों की खेती करते हैं उन्हें समय पर संग्रहण करने की और उसे बाजार तक सही समय तक पहुंचाने की सुविधा नहीं मिलती है तो किसानों की फसल खराब हो जाती है।
जब यह समस्या भारत सरकार के सामने आई तो तत्कालीन वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने एक महत्वकांक्षी योजना की घोषणा कर दी जिसका नाम किसान रैली योजना है।
आज हम इस लेख के माध्यम से आपको किसान रेल योजना के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी बताएंगे तथा किसान इस योजना का किस तरह से लाभ ले सकते हैं उसके बारे में भी बताएंगे साथ ही यह किसान रेल किन-किन रेल स्टेशनों पर रुकेगी उनके नाम भी बताएंगे।

किसान रेल योजना क्या है – kisan rail scheme in hindi

यह केंद्र सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक महत्वकांक्षी और महत्वपूर्ण योजना है। इसका लाभ केवल किसानों को ही प्राप्त होगा। इस योजना का शुभारंभ वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा किया गया है। उन्होंने इस साल के बजट में इस योजना के बारे में बताया। जैसा कि किसानों के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह होती है कि वह फसल होगा तो लेता है परंतु उस को संरक्षित करने के लिए जगह नहीं मिलती है और समय पर बाजार नहीं मिल पाता है तो उसकी फसल खराब हो जाती है, इसीलिए सरकार ने एक रेल सेवा चालू की है। जिसके माध्यम से किसान अपनी सब्जियों एवं फलों को उन डिब्बे में भरकर अन्य राज्यों तक पहुंचा सकते हैं। यह रेल सप्ताहिक आधार पर चलेंगी इन रोगियों को सब्जियों एवं फलों के माल वाहक के रूप में तैयार किया यह रेल के डिब्बे वातानुकूलन होंगे जो एक तरह से पार्सल ट्रेन की तरह कार्य करेंगे।

किसान रेल योजना का उद्देश्य

इस योजना के माध्यम से किसानों को काफी लाभ पहुंचेगा वह अपनी सब्जियां तथा फल समय पर संबंधित बाजार में पहुंचा सकेंगे। उनके लिए यह सुविधा बहुत जरूरी है। इस योजना का उद्देश्य है कि जो किसानों की सब्जियां तथा फल खराब हो जाया करते थे उस होने वाले नुकसान से बचाना ताकि किसान को आर्थिक रूप से क्षति न पहुंचे तथा इसका यह भी उद्देश्य है कि एक राज्य से दूसरे राज्य तक सामान को पहुंचाना ताकि सभी राज्यों को समान रूप से सभी चीजें उपलब्ध हो सके।
किसान रेल योजना के तहत पहली ट्रेन
इस योजना के तहत रेल मंत्रालय ने इसे साप्ताहिक आधार पर चलाए जाने का निर्णय लिया गया। इस योजना के तहत पहली ट्रेन 7 अगस्त को 11:00 बजे देवलाली से दानापुर के बीच चली। जिसमें लगभग 1519 किलोमीटर का सफर तय किया और 32 घंटे के बाद दानापुर जो बिहार राज्य में है, वहां पर पहुंची यह ट्रेन नासिक से होकर उत्तर प्रदेश, इलाहाबाद, मध्य प्रदेश के कटनी, सतना तथा अन्य राज्यों से गुजरी।

किन-किन स्टेशनों पर रुकी ट्रेन

किसानों के उत्पादों को अपने गंतव्य तक पहुंचाने के लिए यह ट्रेन नासिक, जलगांव, बुरहानपुर, खंडवा, इटारसी, जबलपुर, सतना, कटनी, प्रयागराज, बक्सर आदि में रुकी इन सारे स्टेशन से होकर ट्रेन बिहार के दानापुर तक पहुंची।

किसान रेल योजना के लाभ

  • इस योजना से किसानों का उत्पाद सही समय पर मंडी तक पहुंच पाएगा।
  • इसमें किसानों का उत्पाद सार्वजनिक निजी भागीदारी योजना के तहत शीत भंडारण के माध्यम से ट्रेन में रखा जाएगा।
  • किसानों को आर्थिक रूप से क्षति नहीं होगी।
  • किसानों का सब्जी फल तथा अन्य उत्पाद को किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुंचेगी।
  • किसान पहले यातायात में ज्यादा खर्च करता था परंतु उससे इसके भी पैसे बच जाएंगे।
  • आशा करता हूं मेरे द्वारा दी गई जानकारी से आप संतुष्ट होंगे। इस लेख का उद्देश्य केवल किसान रेल योजना के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान करना है
  • ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकें।

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