अगनीपथ आर्मी भर्ती स्कीम 2022: काफी समय से इंतजार कर रहे भारतीय नोजवानों के लिए यह अच्छी खबर है| भारत सरकार द्वारा अगनीपथ आर्मी भर्ती शुरू होने जा रही है जिसमे भर्ती हुए नोजवानों को चार साल के लिए नौकरी पर रखा जाएगा | इस योजना के तहत भर्ती किए गए नोजवानों को अगनिवीर कहा जाएगा | सेना मे 4 साल काम करने के बाद ये नोजवान सिविल सेक्टर की नौकरी में जाने का लाभ उठा सकते हैं|
क्या है अग्निपथ आर्मी योजना ?
इस अगनीपथ भर्ती के तहत युवाओं को 4 साल के लिए सेना में काम करना पड़ेगा और इसके साथ साथ वो देश की सेवा कर सकेंगे | इसका लक्ष्य सेना के खर्च को कम करना है और इससे यह पता चला है कि सेना में काम करने वाले लोगों के वेतन और पेंशन में होने वाले खर्च से लाखों करोड़ों रुपये की बचत होगी | यह योजना वायुसेना ,नौसेना और भारतीय सेना तीनों सेनाओं के लिए शुरू की जाएगी | इस योजना का गठन भारत क भविष्य के लिए किया जा रहा है |अधिक जानकारी के लिए आप ऑफिसियल वेबसाइट देख सकते है |
आवेदन प्रक्रिया के बारे में -:
इस भर्ती में आवेदन करने के लिए आवेदक की उम्र 18 से 24 के बीच होनी चाहिए | उसके बाद उनका फिज़िकल टेस्ट कराया जायगा |
नियम -:
- इस भर्ती में कार्यकाल 4 साल का होगा |
- इस 4 साल की नौकरी में 9-6 महीने की ट्रैनिंग भी शामिल होगी |
- इस नौकरी से रिटायर होने के बाद पेंशन नही दी जाएगी बल्कि एक मुश्त राशि सरकार द्वारा दी जाएगी |
- इसकी एक खास बात और है कि अब सेना की रेजीमेंट में जाति और धरम के अनुसार भर्ती नही की जाएगी | मतलब की किसी भी जाती ओर धरम का आवेदक किसी भी रेजमेन्ट में आवेदन कर सकता है |
- अगर इस साल योजना को जल्दी हरी झंडी मिल जाती है तो भर्ती तीनों सेनाओं के लिए अगस्त से शुरू कर दी जेगी |
- भर्ती के दौरान पहली साल में 41 हजार थल सेना 4 हजार नौसेना और 3600 वायुसेना में भर्ती किए जाएंगे |
- इस नौकरी के 4 साल के कार्यकाल में बैटल कैजुअल्टी होती है तो उस दौरान सैनिक के परिवारों को 48 लाख रुपये का इन्श्योरेन्स ओर सेवा निधि मे जमा किया हुआ पैसा एक्सग्रेशिया के 44 लाख रुपये दिए जाएंगे और बची हुई नौकरी की सैलरी उस सैनिक के परिवार को दे दी जाएगी|
- ड्यूटी के दौरान अगर कोई सैनिक घायल हो जाता है तो और वो काम करने मे समर्थ ना हो तो इन्श्योरेन्स के पैसे में डिसेबिलिटी के आधारों पर पैसे दिए जाएंगे ओर बची हुई सैलरी उस सैनिक को दी जाएगी |
और देखे – Agneepath Yojana
(Tour Of Duty) टूर ऑफ ड्यूटी -:
- इसमें 4 वर्ष काम करने के बाद किसी अन्य क्षेत्र की नौकरी में छूट दी जाएगी |
- अगर आप सरकारी या निजी संस्थानों में नौकरी प्राप्त करना चाहते हैं तो (TOD स्कीम) पहली वरीयता दी जाएगी
- भारतीय सेना में 4 साल टूर ऑफ ड्यूटी के अंतर्गत काम करने के उपरांत किसी सैनिक ओके पेंशन नहीं दी जाएगी |
- अगर आप 4 साल के बाद रिटायर हो जाते हैं उसके बाद किसी अन्य क्षेत्र में नौकरी चाहते हैं तो सेना से मिले प्रमाण पत्रों से छूट दी जाएगी जिससे नौकरी मिलने में आसानी होगी |
विभाग |
भारतीय सेना |
नौकरी प्रकार |
सेंट्रल जॉब |
कार्यकाल |
4 साल |
आवेदक |
युवा |
आयु |
18 से 20 |
ट्रैनिंग |
3 से 6 महीने |
योग्यता |
10+2 |
जनरल बी पी रावत द्वारा बनाया गया था यह प्लान -:
इस योजना को जनरल बी पी रावत ने प्लान किया था जिसके तहत सेना में भर्ती होने वाले युवाओं के लिए टूर ऑफ ड्यूटी पर काम किया था | जिसके तहत सैनिकों को 4 साल का काम करना है जनरल बी पी रावत की हेलिकाप्टर क्रैश में म्रत्यु हो गई थी उसके बाद इस पर किसी ने जोर नही दिया | लेकिन सरकार अब ने इस योजना को लाने का प्लान बनाया है |