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गणतंत्र दिवस पर भाषण 2023- Republic Day Speech in Hindi – 26 जनवरी स्पीच हिंदी में

गणतंत्र दिवस पर भाषण 2018

26 january 2023 : भारत में गणतंत्र दिवस को बहुत अहम दिन माना जाता है क्योंकि इस दिन हमारे देश का संविधान लिखा गया था| गणतंत्र दिवस से सभी भारतीयों की भावनाएं जुडी हुई हैं|आज हम सभी यहां बेहद खास अवसर पर 74th Republic Day मनाने इकट्ठा हुए हैं।  यहाँ से आप Republic day Speech in Hindi language & Hindi Font स्टूडेंट्स के लिए (शब्दों) में देख व pdf डाउनलोड कर सकते हैं| साथ ही 74th republic day, class 1, class 2, class 3, class 4, class 5, class 6, class 7, class 8, class 9, class 10, class 11, class 12 के बच्चे इन्हे अपने स्कूल फंक्शन celebration व प्रोग्राम में सुना सकते हैं| गणतंत्र दिवस पर स्पीच इन हिंदी – गणतंत्र दिवस परेड पर भाषण इस प्रकार हैं|

रिपब्लिक डे स्पीच इन हिंदी

नमस्ते, आज 26 जनवरी, भारत के 74th गणतंत्र दिवस हैं| प्रत्येक देश में समय – समय पर कुछ ऐसे त्यौहार और उत्सव मनाये जाते हैं जिनका ऐतिहासिक , राष्ट्रीय और धार्मिक महत्व होता है ।हमारे देश में भी वर्ष भर कई धार्मिक सामाजिक और राष्ट्रीय पर्व मनाये जाते हैं । राष्ट्रीय पर्वो में स्वतंत्रता दिवस तथा गणतंत्र दिवस का विशेष महत्व है ।

यह तो सभी को ज्ञात है कि पहले हमारा देश पराधीन था और यहाँ अंग्रेजों(British) का राज्य था । हमारा देश शताब्दियों तक अंग्रेजों की गुलामी सहन करता रहा । कि प्रत्येक व्यक्ति को अपनी स्वतन्त्रता प्रिय होती है । अंग्रेज भारतीयों पर अनेक प्रकार से अत्याचार करते थे । उनके उन अत्याचारों को हमारे देशभक्त सहन नहीं कर सके और उन्होंने स्वतंत्रता के लिए संग्राम शुरू कर दिया ।

उस समय स्वतन्त्रता आन्दोलन में महात्मा गाँधी , पण्डित नेहरू , मदन मोहन मालवीय , लोकमान्य तिलक , नेताजी सुभाषचन्द्र बोस , चन्द्रशेखर आजाद तथा भगत सिंह अदि ने स्वतंत्रता आन्दोलन के लिए निरन्तर संघर्ष किया ।अनेकों देशभक्त स्वतंत्रता संग्राम में साथ मिलकर काम किये । अनेकों को अपना प्राण गंवाना पड़ा । अनेका न अपना सवस्व बलिदान कर दिया ।इसके पश्चात 15 अगस्त , 1947 ई0 को समस्त भारतवासी ने खुली हवा में साँस ली । 15 अगस्त , 1947 को भारत अंग्रेजों की दासता से पूर्णतः मुक्त हुआ । देश को पूर्ण स्वतंत्रता मिली ।

अत : 26 जनवरी सन् 1950 ई0 को भारत का नवीन संविधान लागू किया गया । हमारे संविधान का निर्माण करने में डॉ . भीमराव अम्बेडकर का विशेष योगदान है ।26 जनवरी को गणतन्त्र के दिवस के नाम से अभिहित किया , क्योंकि इसी दिन भारत में गणराज्य की स्थापना हुई । अत : 26 जनवरी को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाने लगा ।गणतन्त्र दिवस का प्रमुख समारोह भारत की राजधानी Dellihi में होता है । Dellhi में इस आयोजन को देखने के लिए लाखों दर्शक लाल किले जाते हैं । परेड के लिए विशेष व्यवस्था की जाती है । यातायात में भी विशेष परिवर्तन किया जाता है । इस परेड में जल सेना , स्थल सेना तथा बायु सेना तीनों अंगों का सुन्दर प्रदर्शन होता है ।

26 जनवरी पर भाषण 2023 – Short speech

1.ऐतिहासिक क्षण, जिसने भारत सरकार अधिनियम को भारत के शासन कानून को बदल दिया, जिससे एक लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली शुरू हुई। वह दिन इसलिए चुना गया क्योंकि यह तब भी था जब भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा 1930 में भारतीय स्वतंत्रता की घोषणा “पूर्ण स्वराज” की घोषणा की गई थी।

भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना के बड़े सैन्य परेड, इसमें हिस्सा लेने वाले पारंपरिक नृत्य समूह, जो राजकोट, नई दिल्ली में आयोजित किए जाते हैं। इस घटना का पूरी दुनिया द्वारा बारीकी से अवलोकन किया जाएगा और लोग स्वतंत्रता सेनानी के प्रति सम्मान व्यक्त कर रहे हैं।गणतंत्र दिवस भारत में एक राष्ट्रीय अवकाश है। सरकारी अधिकारियों, पीएम और राज्य के मुख्यमंत्रियों ने देश और संविधान निर्माताओं का सम्मान करने के लिए फ्लैग होस्टिंग की है।

2.आदरणीय अतिथिगण और मेरे साथियों गणतंत्र दिवस भारत का राष्ट्रीय पर्व है इसे सभी धर्मों के लोग समान भाव से मनाते हैं। इसका संबंध किसी धर्म या जाति से न होकर राष्ट्र से होता है इसलिए इसे राष्ट्रीय पर्व कहा जाता है। स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस और गांधी जयंती हमारे राष्ट्रीय पर्व हैं। ये राष्ट्रीय पर्व भारतीय जनमानस को एकता के सूत्र में पिरोते हैं। ये पर्व उन शहीदों देशभक्तों का स्मरण कराते हैं जिन्होंने राष्ट्र की स्वतंत्रता, गौरव और इसकी प्रतिष्ठा को बनाए रखने के लिए अपने प्राण की आहुति दे दी।

26 जनवरी 1950 को भारत का अपना संविधान लागू हुआ था। इससे पहले भारत में अंग्रेजों के नियम कायदे ही चल रहे थे। भारत के संविधान को बनाने में बाबा साहब डॉक्टर भीम राव अंबेडकर का बड़ा स्थान है। गणतंत्र दिवस हम सभी भारतीयों के अंदर हर्ष, उल्लास और नवीन चेतना का संचार करता है। देशवासियों को यह संकल्प लेने के लिए भी प्रेरित करता है कि वो अमर शहीदों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे और अपने देश की रक्षा, गौरव और उत्थान के लिए सदा समर्पित रहेंगे।

26 जनवरी क्यों मनाई जाती है: भारत में गणतंत्र और संविधान की स्थापना के उपलक्ष में यह दिन मनाया जाता है |

26 जनवरी हमारे देश के लिए बहुत खास दिन है। गणतन्त्र (गण+तंत्र) का अर्थ है, जनता के द्वारा जनता के लिये शासन। हमारे देश का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागु हुआ था। 26 जनवरी 1950 को हमारे देश भारत एक गणतंत्र देश बन गया था। इस दिन की सबसे अच्छी बात यह है कि सभी जाति एवं वर्ग के लोग इसको एक साथ मिलकर मनाते हैं। आप सभी को पता होगा कि रिपब्लिक या गणतंत्र का मतलब क्या होता है। अपने राजनीतिक नेता को चुनने का अधिकार देश में लोगों के ऊपर होता है। भारत के महान स्वतंत्रता सेनानियों ने कड़ी मेहनत और संघर्ष के करके ही भारत को पूर्ण स्वराज दिलाया है। उन्होंने हमारे लिए बहुत कुछ किया है उसका ही नतीजा है कि आज हम अपने देश भारत में आराम से रह रहें है।भारत देश के कुछ महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानी नेताओं में इन महान नेताओं का नाम आता है। जैसे महात्मा गाँधी, भगत सिंह, चन्द्र शेखर आजाद, लाला लाजपत राय, सरदार बल्लभ भाई पटेल, लाल बहादुर शास्त्री इन स्वतंत्रता सेनानियों ने हमारे भारत देश को आजाद कराने के लिए अपनी जान भी न्यौछावर कर दी थी। और उनके इन महान कामों के लिए ही आज भी उनका नाम भारत देश के इतिहास में लिखा है। न ही सिर्फ लिखा ब्लकि आज भी देश का बच्चा बच्चा उनको याद करता है और उनके तरह बनना चाहता है। लगातार कई वर्षों तक इन महान लोगों ने ब्रिटिश सरकार का सामना किया और हमारे वतन को उनकी गुलामी से आज़ाद कराया। भारत वासी उनके इस बलिदान को कभी भी भुला नहीं सकते हैं। उन्ही के कारण आज हम अपने देश में आज़ादी से सांस ले रहे हैं।हमारे प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने कहा था कि, ” हमने एक ही संविधान और संघ में हमारे पूर्ण महान और विशाल देश के अधिकार को पाया है। जो देश में रह रहे सभी पुरुषों और महिलाओं के कल्याण की जिम्मेदारी लेता है। यह बहुत ही शर्म की बात है कि आजादी के इतने वर्षों के बाद भी हम आज अपराध, भ्रष्टाचार और हिंसा जैसी समस्याओं से लड़ रहे हैं। अब समय आ गया है कि हमें दोबारा एक साथ मिलकर अपने देश से इन बुराइयों को बाहर निकाल फेंकना है जैसे कि स्वतंत्रता सेनानी नेताओं ने अंग्रेजों को हमारे देश से निकाल दिया था। हमें अपने भारत देश को एक सफल, विकसित और स्वच्छ देश बनाना होगा। हमें अपने भारत देश की गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा, ग्लोबल वार्मिंग, असमानता, आदि जैसे चीजों को अच्छी तरह समझना होगा और इनका हल निकालना होगा।

आओ करे प्रतिज्ञा हम सब इस पावन गणतन्त्र दिवस पर,
हम सब बापू के आदर्शों को अपनायेगे नया समाज बनायेंगे,
भारत माँ के वीर सपूतों के बलिदानों को हम व्यर्थ न जानें देंगे,
जाति ,धर्म के भेदभाव से ऊपर उठकर नया समाज बनायेंगे.

मैं एक बार फिर आपको अपने भाषण को ध्यान से सुनने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं और मुझे आप सभी के सामने अपनी बात रखने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। और आपको भी बात करने का मौका देना चाहता हूं। जय हिन्द! वन्दे मातरम!”

A republic day speech – Speech on republic day

आप हमारे द्वारा दिए हुए भाषन में गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है के बारे में जान सकते हैं |26 january speech in hindi 2023 इस प्रकार हैं:

मेरी आदरणीय प्रधानाध्यापक मैडम, मेरे आदरणीय सर और मैडम और मेरे सभी सहपाठियों को सुबह का नमस्कार। हमारे गणतंत्र दिवस पर कुछ बोलने के लिये ऐसा एक महान अवसर देने के लिये मैं आपको धन्यवाद देना चाहूंगा। मेरा नाम अनन्त श्रीवास्तव है और मैं कक्षा 6 में पढ़ता हूँ। आज, हमारे राष्ट्र के 74th गणतंत्र दिवस को मनाने के लिये हम सभी यहाँ पर एकत्रित हुए हैं। हम सभी के लिये ये एक महान और शुभ अवसर है। हमें एक-दूसरे को बधाई देना चाहिये और अपने राष्ट्र के विकास और समृद्धि के लिये भगवान से दुआ करनी चाहिये। हर वर्ष 26 जनवरी को भारत में हम गणतंत्र दिवस मनाते हैं क्योंकि इसी दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। हमलोग 1950 से ही लगातार भारत का गणतंत्र दिवस मना रहें हैं क्योंकि 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था। भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहां देश के नेतृत्व के लिये अपने नेता को चुनने के लिये जनता अधिकृत है। डॉ राजेन्द्र प्रसाद भारत के पहले राष्ट्रपति थे। 1947 में ब्रिटिश शासन से जब से हमने स्वतंत्रता प्राप्त की है, हमारे देश ने बहुत विकास किया है और ताकतवर देशों में गिना जाने लगा है। विकास के साथ, कुछ कमियाँ भी खड़ी हुई हैं जैसे असमानता, गरीबी, बेरोज़गारी, भ्रष्टाचार, अशिक्षा आदि। अपने देश को विश्व का एक बेहतरीन देश बनाने के लिये समाज में ऐसे समस्याओं को सुलझाने के लिये हमें आज प्रतिज्ञा लेने की जरुरत है। धन्यवाद, जय हिन्द!

26 january speech in hindi for school | Republic day in hindi speech

26 january hindi speech: 26 जनवरी Republic Day Speech in Hindi for Teachers and Students इस प्रकार है:

मैं अपने आदरणीय प्रधानाध्यापक, शिक्षक, शिक्षिका, और मेरे सभी सहपाठियों को सुबह का नमस्कार कहना चाहूंगा। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हम सभी यहाँ अपने राष्ट्र का 74th गणतंत्र दिवस मनाने के लिये एकत्रित हुए हैं। ये हम सभी के लिये बेहद शुभ अवसर है। 1950 से, हम गणतंत्र दिवस को हर वर्ष ढ़ेर सारे हर्ष और खुशी के साथ मनाते हैं। उत्सव की शुरुआत के पहले, हमारे मुख्य अतिथि देश के राष्ट्रीय ध्वज़ को फहराते हैं। इसके बाद हम सभी खड़े होते हैं और राष्ट्र-गान गाते हैं जो कि भारत की एकता और शांति का प्रतीक है। हमारा राष्ट्र-गान महान कवि रबीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा लिखा गया है। हमारे राष्ट्रीय ध्वज़ में तीन रंग और 24 बराबर तीलियों के साथ मध्य में एक चक्र है। भारतीय राष्ट्रीय ध्वज़ के सभी तीन रंगों का अपना अर्थ है। सबसे ऊपर का केसरिया रंग हमारे देश की मजबूती और हिम्मत को दिखाता है। मध्य का सफेद रंग शांति को प्रदर्शित करता है जबकि सबसे नीचे का हरा रंग वृद्धि और समृद्धि को इंगित करता है। ध्वज़ के मध्य में 24 बराबर तीलियों वाला एक नेवी नीले रंग का चक्र है जो महान राजा अशोक के धर्म चक्र को प्रदर्शित करता है। हम 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाते हैं क्योंकि 1950 में ही इस दिन भारतीय संविधान अस्तित्व में आया था। गणतंत्र दिवस उत्सव में, इंडिया गेट के सामने नयी दिल्ली में राजपथ़ पर भारत की सरकार द्वारा एक बड़ा आयोजन किया जाता है। हर साल, इस उत्सव की चमक को बढ़ाने के साथ ही “अतिथि देवो भव:” के कथन के उद्देश्य को पूरा करने के लिये एक मुख्य अतिथि (देश के प्रधानमंत्री) को बुलाया जाता है। भारतीय सेना इस अवसर पर परेड के साथ ही राष्ट्रीय ध्वज़ को सलामी देती है। भारत में विविधता में एकता को प्रदर्शित करने के लिये अलग-अलग राज्यों के द्वारा भारतीय संस्कृति और परंपरा की एक बड़ी प्रदर्शनी भी दिखायी जाती है।

रिपब्लिक डे स्पीच इन हिंदी | Speech on Republic Day in Hindi

भारत के गणतंत्र दिवस पर भाषण: साथ ही आप 26 जनवरी पर निबंध 2023 भी देख सकते हैं

मान्यवर अतिथिगण, प्रधानाचार्य, अध्यापक, अध्यापिकाएं, मेरे सीनियर और मेरे सहपाठी, सुबह की नमस्ते। मेरा नाम…….। मैं कक्षा….में पढ़ती/पढ़ता हूँ। अपने इस महान उत्सव गणतंत्र दिवस पर भाषण देना मेरे लिये बहुत सौभाग्य की बात है। सबसे पहले, मैं अपने कक्षा अध्यापक को इस महान भारतीय गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुझे बोलने का मौका देने के लिये हार्दिक अभिनंदन करती/करता हूँ। मेरे प्रिय साथियों, हम आज यहाँ अपने राष्ट्र का सबसे विशेष उत्सव मनाने के लिये एकत्र हुये हैं। हम प्रति वर्ष 26 जनवरी को भारतीय संविधान के लागू होने और भारत को एक गणतंत्र देश के रुप में घोषित होने के कारण गणतंत्र दिवस मनाते हैं। मुझे भारत का नागरिक होने पर बहुत गर्व है। इस दिन पर, हम अपने गणतंत्र देश के लिये दिल से सम्मान प्रदर्शित करने के लिये भारत के राष्ट्रीय ध्वज को फहराते और राष्ट्रीय गान गाते हैं। ये पूरे देश में स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, शैक्षिण संस्थाओं, बैंको और भी बहुत से स्थानों पर मनाया जाता है। 26 जनवरी, 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ था। 1947 से 1950 के बीच का समय परिवर्तन का समय था और किंग जार्ज प्रथम राज्य के प्रमुख वहीं लार्ड मांउटबेटेन और सी. राजगोपालचार्य जी भारत के गवर्नर बने थे। भारत सरकार अधिनियम 1935 को भारतीय संविधान के 26 जनवरी 1950 के अस्तिस्व में आने के बाद भारत के सरकारी कागजातों के रुप में रख दिया था। 1949 में भारत के संविधान को संवैधानिक समिति द्वारा 26 नवम्बर को ग्रहण किया गया था हांलाकि इसे लोकतांत्रिक सरकारी प्रणाली के साथ बाद में 1950 को देश को एक पूरा तरह से स्वतंत्र गणराज्य के रुप में घोषित किया गया था। 26 जनवरी को विशेष रुप से इसलिये चुना गया क्योंकि इस समान दिन पर 1930 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारतीय स्वतंत्रता अर्थात् पूर्ण स्वराज्य घोषित किया था। 1950 में, संविधान को ग्रहण करने बाद, गणतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति, राजेन्द्र प्रसाद बने थे। भारतीय सेनाओं (सभी तीनों सेनाओं द्वारा) राष्ट्रीय राजधानी (नई दिल्ली) के साथ-साथ देश के राज्यों की राजधानियों में भी एक भव्य परेड का आयोजन किया जाता है। राष्ट्रीय राजधानी की परेड रायसीना हिल (राष्ट्रपति भवन के पास, भारतीय राष्ट्रपति का आधिकारिक निवास स्थान) से शुरु होकर और राजपथ से होते हुये पुराने इंडिया गेट पर समाप्त होती है। भारतीय सेना के साथ, देश के राज्य भी अपने देश की संस्कृति और परंपराओं को दिखाने के लिये परेड में भाग लेते हैं। इस दिन पर, हमारा देश, मुख्य अतिथि (किसी दूसरे देश के राजा, प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति) को 26 जनवरी पर “अतिथि देवो भव” की परंपरा को निभाते हुये आमंत्रित करता है। भारत के राष्ट्रपति, भारतीय सेनाओं के कमांडर-इन-चीफ, भारतीय सेनाओं द्वारा सलामी लेते हैं। भारत के प्रधानमंत्री, अमर जवान ज्योति, इंडिया गेट पर शहीद हुये भारतीय सैनिकों को पुष्प अर्पित करके श्रद्धाजंलि देते हैं। गणतंत्र दिवस का उत्सव 29 जनवरी तक लगातार जारी रहता है जो बीटिंग रिट्रीट समारोह के साथ समाप्त होता है। इस दिन पर, प्रत्येक भारतीय संविधान के लिये अपनी/अपना सम्मान प्रदर्शित करते हैं। जय हिन्द, जय भारत

26 जनवरी के उपलक्ष्य पर देशभक्ति स्पीच | Republic day speech in hindi pdf

मैं अपने आदरणीय प्रधानाध्यापक, मेरे शिक्षकगण, मेरे वरिष्ठ और सहपाठीयों को सुबह का नमस्कार कहना चाहूंगा। चलिये मैं आप सबको इस खास अवसर के बारे में कुछ जानकारी देता हूं। आज हम सभी अपने राष्ट्र का 74th गणतंत्र दिवस मना रहें हैं। 1947 में भारत की आजादी के ढाई साल बाद इसको मनाने की शुरुआत सन् 1950 से हुई। हम इसे हर वर्ष 26 जनवरी को मनाते हैं क्योंकि इसी दिन भारत का संविधान अस्तित्व में आया था। 1947 में ब्रिटिश शासन से आजादी पाने के बाद, भारत एक स्व-शासित देश नहीं था आर्थात् एक संप्रभु राज्य नहीं था। भारत एक स्व-शासित देश बना जब 1950 में इसका संविधान लागू हुआ। भारत एक लोकतांत्रिक देश है जिसका यहाँ पर शासन करने के लिये कोई राजा या रानी नहीं है हालांकि यहाँ की जनता यहाँ की शासक है। इस देश में रहने वाले हरेक नागरिक के पास बराबर का अधिकार है, बिना हमारे वोट के कोई भी मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री नहीं बन सकता है। देश को सही दिशा में नेतृत्व प्रदान करने के लिये हमें अपना सबसे अच्छा प्रधानमंत्री या कोई भी दूसरा नेता चुनने का ह़क है। हमारे नेता को अपने देश के पक्ष में सोचने के लिये पर्याप्त दक्षता होनी चाहिये। देश के सभी राज्यों, गाँवों और शहरों के बारे में उसको एक बराबर सोचना चाहिये जिससे नस्ल, धर्म, गरीब, अमीर, उच्च वर्ग, मध्यम वर्ग, निम्न वर्ग, अशिक्षा आदि के बिना किसी भेदभाव के भारत एक अच्छा विकसित देश बन सकता है। देश के पक्ष में हमारे नेताओं को प्रभुत्वशाली प्रकृति का होना चाहिये जिससे हर अधिकारी सभी नियमों और नियंत्रकों को सही तरीके से अनुसरण कर सकें। इस देश को एक भष्ट्राचार मुक्त देश बनाने के लिये सभी अधिकारियों को भारतीय नियमों और नियामकों का अनुगमन करना चाहिये। “विविधता में एकता” के साथ केवल एक भष्टाचार मुक्त भारत ही वास्तविक और सच्चा देश होगा। हमारे नेताओं को खुद को एक खास व्यक्ति नहीं समझना चाहिये, क्योंकि वो हम लोगों में से ही एक हैं और देश को नेतृत्व देने के लिये अपनी क्षमता के अनुसार चयनित होते हैं। एक सीमित अंतराल के लिये भारत के लिये अपनी सच्ची सेवा देने के लिये हमारे द्वारा उन्हें चुना जाता है। इसलिये, उनके अहम और सत्ता और पद के बीच में कोई दुविधा नहीं होनी चाहिये। भारतीय नागरिक होने के नाते, हम भी अपने देश के प्रति पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। हमें अपने आपको नियमित बनाना चाहिये, ख़बरों को पढ़ें और देश में होने वाली घटनाओं के प्रति जागरुक रहें, क्या सही और गलत हो रहा है, क्या हमारे नेता कर रहें हैं और सबसे पहले क्या हम अपने देश के लिये कर रहें हैं। पूर्व में, ब्रिटिश शासन के तहत भारत एक गुलाम देश था जिसे हमारे हजारों स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों के द्वारा बहुत वर्षों के संर्घषों के बाद आजादी प्राप्त हुई। इसलिये, हमें आसानी से अपने सभी बहुमूल्य बलिदानों को नहीं जाने देना चाहिये और फिर से इसे भ्रष्टाचार, अशिक्षा, असमानता और दूसरे सामाजिक भेदभाव का गुलाम नहीं बनने देना है। आज का दिन सबसे बेहतर दिन है जब हमें अपने देश के वास्तविक अर्थ, स्थिति, प्रतिष्ठा और सबसे जरुरी मानवता की संस्कृति को संरक्षित करने के लिये प्रतिज्ञा करनी चाहिये। धन्यवाद, जय हिन्द!

69th Republic Day Speech In Hindi

गणतंत्र दिवस हिन्दी भाषण |

26 january speech in hindi for school इस प्रकार है:

माननीय प्रधानाचार्य, अध्यापक, अध्यापिकाएं, मेरे सहपाठियों को सुबह की नमस्ते। मेरा नांम…….। मैं कक्षा…….में पढ़ता/पढ़ती हूँ। मैं आपके सामने गणतंत्र दिवस पर भाषण दे रहा/रही हूँ। मैं अपने कक्षा अध्यापक की बहुत आभारी हूँ कि उन्होंने मुझे गणतंत्र दिवस के इस महान अवसर पर अपने विचार रखने का मौका दिया। मेरे प्यारे मित्रों, हम इस राष्ट्रीय उत्सव को हर साल संविधान निर्माण की याद और इसके सम्मान में मनाया जाता है। ये सभी स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षक और विद्यार्थियों द्वारा मनाया जाता है, हांलाकि, पूरे देश के सभी राज्यों के सरकारी कार्यालयों और अन्य संस्थानों में भी मनाया जाता है। मुख्य कार्यक्रम, भारत के राष्ट्रपति और दूसरे देश के आमंत्रित मुख्य अतिथि के सामने राष्ट्रीय राजधानी, नई दिल्ली, राजपथ, इंडिया गेट पर होता है। एक भव्य समारोह परेड भारत के लिये अपनी कृतज्ञता प्रदर्शित करने के लिये राजपथ पर आयोजित की जाती है। इस दिन पर, भारत का संविधान 1950 में अस्तित्व में आया था, हांलाकि, इसे संविधान सभा के द्वारा 26 नवम्बर 1949 को ग्रहण किया गया था। 26 जनवरी को, 1930 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के द्वारा भारत को पूर्ण स्वराज्य घोषित किया गया था यही कारण है कि 26 जनवरी को ही भारत के संविधान को लागू करने के लिये चुना गया। इसके क्रियाशील होने के बाद, भारतीय संघ, आधिकारिक रुप से इसी समय से भारत गणतंत्र राज्य हो गया जिसने भारतीय सरकार अधिनियम 1935 को मौलिक सरकार कागजातो से प्रतिस्थापित कर दिया। हमारा देश संविधान के द्वारा समप्रभु, धर्मनिरपेक्ष, समाजवादी और लोकतांत्रिक गणतंत्र घोषित कर दिया गया। हमारा संविधान भारत के नागरिकों के बीच न्याय, स्वतंत्रता और सम्मान को सुनिश्चित करता है। हमारे संविधान का प्रारुप संविधानिक सभा (389 सदस्य) द्वारा बनाया गया था। इसके निर्माण में लगभग तीन साल (वास्तव में, 2 साल, 11 महीने और 18 दिन) लगे थे। संविधान सभा के द्वारा 1947 में, 29 अगस्त को, डॉ. भीम राव अम्बेडकर की अध्यक्षता में प्रारुप समिति का निर्माण किया था। प्रारुप समिति के मुख्य सदस्य डॉ.भीम राव अम्बेडकर, जवाहर लाल नेहरु, गणेश वासुदेव मालवांकर, सी.राजगोपालचार्य जी, संजय पाखे, बलवंत राय मेहता, सरदार वल्लभभाई पटेल, कैन्हया लाल मुंशी, राजेन्द्र प्रसाद, मौलाना अब्टुस कलाम आजाद, नालिनी रजन घोष, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और संदीप कुमार पटेल थे। प्रारुप समिति के सभी सदस्यों में से लगभग 30 से ज्यादा सदस्य अनुसूचित जाति से थे। समिति की कुछ महत्वपूर्ण महिलाएं सरोजनी नायडू, राजकुमारी अमृत कौर, दुर्गा देवी देशमुख, हंसा मेहता और विजय लक्ष्मी पंड़ित थी। भारत का संविधान नागरिकों को खुद की सरकार चुनने के लिये अधिकार देता है। भारत को 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली थी, हांलाकि, संविधान को ग्रहण करने के बाद ये सम्प्रभु, लोकतांत्रिक और गणतंत्र बना था। राष्ट्रीय राजधानी में, राष्ट्रीय तिरंगे को 21 तोपो की सलामी दी जाती है और इसके बाद राष्ट्रीयगान जन-गण-मन गाया जाता है। भारत के राष्ट्रपति और मुख्य अतिथि के सामने भारतीय सेना के द्वारा आयोजित की जाती है। स्कूल के बच्चे भी परेड में भाग लेकर नृत्य और गाने के माध्यम से अपनी कलात्मकता को प्रदर्शित करते हैं। भारत की विविधता में एकता दिखाने के लिये ये राजपथ पर राज्यों के अनुसार झांकियों को शामिल करता है। धन्यवाद, जय हिन्द!

74th Republic Day Speech In Hindi

Short Speech on Republic Day in Hindi 2023 – अध्यापक द्वारा 26 जनवरी पर दिया गया भाषण

आओ मिल कर तिरंगा लहराये, आओ तिरंगा फहराये अपना गणतंत्र दिवस है आया, झूमे, नाचे, खुशी मनाये। अपना 74th गणतंत्र दिवस खुशी से मनायेगे देश पर कुर्बान हुये शहीदों पर श्रद्धा सुमन चढ़ायेंगे। 26 जनवरी 1950 को अपना गणतंत्र लागू हुआ था, भारत के पहले राष्ट्रपति, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने झंड़ा फहराया था, मुख्य अतिथि के रुप में सुकारनो को बुलाया था, थे जो इंडोनेशियन राष्ट्रपति, भारत के भी थे हितैषी, था वो ऐतिहासिक पल हमारा, जिससे गौरवान्वित था भारत सारा। विश्व के सबसे बड़े संविधान का खिताब हमने पाया है, पूरे विश्व में लोकतंत्र का डंका हमने बजाया है। इसमें बताये नियमों को अपने जीवन में अपनाये, थाम एक दूसरे का हाथ आगे-आगे कदम बढ़ाये, आओ तिरंगा लहराये, आओ तिरंगा फहराये, अपना गणतंत्र दिवस है आया, झूमे, नाचे, खुशी मनाये| दोस्तों स्वतंत्रा बहुत ही मेहनत और परेशानियों को झेलने के बाद हमारे देश को मिल पाई है| इसे बर्बाद ना होने दे, पढ़े लिखे विकास करे, और सबके साथ आगे बढे| अभी तो हम सिर्फ सुनते है की भारत पिछड़े देशो में से एक है, कही ऐसा ना हो की हम सच में धीरे-धीरे पीछे चले जाये| नरेंदर मोदी (भारत के प्रधान मंत्री) जी का कहना है की “सबका साथ – सबका विकास” तो दोस्तों इसे फॉलो करे और भारत को विकास करने में मदद करे. हम बहुत भाग्य शाली हैं की हमे अन, वस्त्र, निवास आदि सबकुछ दिया है, बस ज़रुरत है की हम सीखे की कैसे हमे प्रेम से एक साथ रहना चाहिए| अंत में मै बस यही कहना चाहूँगा की आओ मिल के कुछ ऐसा करे की भारत का झंडा हमेशा उचा रहे| || जय हिन्द ||

English speech on republic day

Speech on republic day in english इस प्रकार है:

Speech on republic day in english

गणतंत्र दिवस हिन्दी भाषण English speech on republic day

Gantantra diwas speech in hindi

भारत अब एक लोकतान्त्रिक देश है| इस देश के प्रत्येक नागरिक को सामान नागरिकता का अधिकार है. हम खुद वोट देकर मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री का चुनाव करते है| हमे अपना नेता अपने आप चुनने का पूरा हक है हमे किसी भी व्यक्ति को कोई व्यक्ति न समझकर यह समझना चाइये की वो व्यक्ति भी हम में से ही एक है. गणतंत्र दिवस के दिन ऐतिहासिक राजपथ पर (दिल्ली) विशेष इंतजाम किये जाते है| राजपथ पर इस राष्ट्रिय पर्व को ऐतिहासिकता से हर वर्ष मनाया जाता है. राजपथ पर तीनो सेनाओ जल सेना, वायु सेना, थल सेना अपनी अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करती है. भारतीय सेना परैड और सभी राज्यों की सुन्दर झांकी का प्रदर्शन भी करती है तथा इस दिन मुख्य अतिथि के रूप में वहा राष्ट्रपती, उपराष्ट्रपति , प्रधानमंत्री, सेना प्रमुख जनरल होते है. इसके अलावा देश भर से चुने गए NCC कैडेट भी परेड कर अपना प्रदर्शन करते है| प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को प्रधानमंत्री द्वारा इण्डिया गेट पर स्थित अमर जवान ज्योति पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है. इस दिन राजपथ पर देश के अलग अलग राज्यों की सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाया जाता है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की गणतंत्र दिवस के दिन भारतीय राष्ट्र ध्वज को भारत के राष्ट्रपती के द्वारा फहराया जाता है|

Speech on republic day by principal

मातृभूमि की रक्षा हेतु असंख्य विरो ने अपने जीवन की आहुति दी थी| इस देश को देश प्रेमियों ने अपनी धरती को स्वतंत्रता दिलाने के लिए स्वम् को न्योछावर कर दिया था| इन्ही देश प्रेमियों के त्याग और बलिदान के परिणाम में आज हमारा देश स्वतंत्र और गणतांत्रिक देश बना है. 13 अप्रैल 1919 को जलियाँवाला बाग की घटना ने भगत सिंह और उधम सिंह जैसे क्रांतिकारीयो को जन्म दिया था| उस घटना के दौरान जनरल डायर के नेतृत्व में ब्रिटिश फौज ने कई मासूम हिन्दुस्तानियों को मार डाला था. इस घटना के बाद सभी हिन्दुस्तानियों का दिल आजादी पाने की आग में जलने लगा था| लोग अपनी जान की बलिदानी तक देश को देने को त्यार थे. 26 जनवरी 1930 को स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारीयो ने यह शपथ ली थी की जब तक भारत स्वतंत्र नहीं हो जाता तब तक यह आंदोलन इसी तरह चलता रहेगा तथा 15 अगस्त 1947 को भारत देश को आजादी मिली और 26 जनवरी 1950 को भारत देश को लोकतान्त्रिक गणराज्य देश के रूप में घोषित किया गया| आप सबको धन्यवाद| जय हिन्द! जय भारत! भारत माता की जय !

26 january speech in urdu

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