रामनवमी पर निबंध 2022 – Ram Navami Nibandh in Hindi – Essay on Ram Navami

रामनवमी पर निबंध

भारत में हिन्दू धर्म एक ऐसा धर्म है जिधर सबसे ज्यादा धार्मिक त्यौहार मनाई जाते है| राम नवमी इन्ही त्योहारों में से एक है| यह पर्व चैत्र मास के शुक्ल पक्ष पर चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन पड़ता है| हर साल यह पर्व चैत्र नवरात्रि के समय पड़ने वाली नवमी को मनाया जाता है| इस पर्व का महत्व इसलिए भी कई ज्यादा है क्योकि इसी दिन ही भगवान श्री राम का जन्म हुआ था| इसी दिन चैत्र नवरात्री का समापन भी होता है जिसमे माँ लक्ष्मी की और राम और माता सीता की पूजा की जाती है| आज के इस पोस्ट में हम आपको राम नवमी पर हिंदी भाषण, राम नवमी एस्से , राम नवमी शार्ट एस्से इन हिंदी, आदि की जानकारी देंगे|

Ram Navami Essay in Hindi

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रामनवमी निबंध 2021

हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन रामनवमी का त्योहार मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार इसी दिन भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन को रामजन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। राम जी के जन्म पर्व के कारण ही इस तिथि को रामनवमी कहा जाता है।
भगवान राम को विष्णु का अवतार माना जाता है। धरती पर असुरों का संहार करने के लिए भगवान विष्णु ने त्रेतायुग में श्रीराम के रूप में मानव अवतार लिया था। भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है, क्योंकि उन्होंने अपने जीवनकाल में कई कष्ट सहते हुए भी मर्यादित जीवन का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने विपरीत परिस्थियों में भी अपने आदर्शों को नहीं त्यागा और मर्यादा में रहते हुए जीवन व्यतीत किया। इसलिए उन्हें उत्तम पुरुष का स्थान दिया गया है।
इस दिन विशेष रूप से भगवान राम की पूजा अर्चना और कई तरह के आयोजन कर उनके जन्म के पर्व को मनाते हैं। वैसे तो पूरे भारत में भगवान राम का जन्मदिन उत्साह के साथ मनाया जाता है लेकिन खास तौर से श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या में इस पर्व को बेहद हर्षोल्ललास के साथ मनाया जाता है। रामनवमी के समय अयोध्या में भव्य मेले का आयोजन होता है, जिसमें दूर-दूर से भक्तगणों के अलावा साधु-संन्यासी भी पहुंचते हैं और रामजन्म का उत्सव मनाते हैं।

रामनवमी पर भाषण

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Essay on Ram Navami

राम नवमी का त्यौहार हर साल मार्च और अप्रैल महीने में मनाया जाता है. लेकिन क्या आप जानते है राम नवमी का इतिहास क्या है ? राम नवमी का त्यौहार पिछले कई हजारो सालो से मनाया जा रहा है. राम नवमी का त्यौहार भगवान विष्णु के सातवे अवतार भगवान राम के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है.
महाकाव्य रामायण के अनुसार अयोध्या के राजा दशरथ की तीन बिविया थी लेकिन बहुत समय तक कोई भी राजा दसरथ को संतान का सुख नहीं दे पायी थी. जिससे राजा दसरथ बहुत परेशान रहते थे. पुत्र प्राप्ति के लिए राजा दसरथ को ऋषि वशिष्ठ ने कमेष्टि यग्य कराने को विचार दिया. इसके पश्चात् राजा दसरथ ने महर्षि रुशया शरुंगा से यग्य कराया.
यग्य समाप्ति के बाद महर्षि ने दसरथ की तीनो पत्नियों को एक-एक कटोरी खीर खाने को दी. खीर खाने के कुछ के कुछ महीनो बाद ही तीनो रानिया गर्भवती हो गयी. ठीक 9 महीनो बाद राजा दसरथ की सबसे बड़ी रानी कोशल्या ने राम को जो भगवान विष्णु के 7 अवतार थे. कैकयी ने भरत को और सुमित्रा ने जुड़वाँ बच्चे लक्ष्मण और शत्रुधन को जन्म दिया. भगवान राम का जन्म धरती पर दुष्ट प्राणियों को खत्म करने के लिए हुआ था.

रामनवमी पर निबंध इन हिंदी

रामनवमी के दिन आम तौर पर हिन्दू परिवारों में व्रत-उपवास, पूजा पाठ व अन्य धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जाता है। राम जी के जन्म के समय पर उनके जन्मोत्सव का आयोजन किया जाता है और खुशियों के साथ उनका स्वागत किया जाता है।कई घरों में विशेष साज-सज्जा कर, घर को पवित्र कर कलश स्थापना की जाती है और श्रीराम जी का पूजन कर, भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है।इस दिन विशेष तौर पर श्रीराम के साथ माता जानकी और लक्ष्मण जी की भी पूजा होती है।
माता कैकयी द्वारा राम जी के पिता महाराजा दशरथ से वरदान मांगे जाने पर, श्रीराम ने राजपाट छोड़कर 14 वर्षों के वनवास को प्रसन्नतापूर्वक स्वीकार किया और वनवास के दौरान कई असुरों समेत अहंकारी रावण का वध कर लंका पर विजय प्राप्त की। अयोध्या छोड़ते समय श्रीराम के साथ माता जानकी और भाई लक्ष्मण भी 14 वर्षों के वनवास पर गए। यही कारण है कि रामनवमी पर उनकी भी पूजा श्रीराम के साथ की जाती है।

Ram Navami Essay Hindi Me

Ram Navami Nibandh in Hindi

रामनवमी’ हिन्दुओं का प्रसिद्द त्यौहार है। हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन रामनवमी का त्योहार मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार इसी दिन भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन को रामजन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। राम जी के जन्म पर्व के कारण ही इस तिथि को रामनवमी कहा जाता है। श्री राम को भगवान् विष्णु जी के 10 अवतारों में से 7वां अवतार माना जाता है।भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है, क्योंकि उन्होंने अपने जीवनकाल में कई कष्ट सहते हुए भी मर्यादित जीवन का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने विपरीत परिस्थियों में भी अपने आदर्शों को नहीं त्यागा और मर्यादा में रहते हुए जीवन व्यतीत किया। इसलिए उन्हें उत्तम पुरुष का स्थान दिया गया है।रामनवमी के दिन जगह-जगह घरों और मंदिरों में श्री राम की पूजा-अर्चना की जाती है और झांकियां सजाई जाती हैं। सभी लोग त्यौहार को हर्ष व उल्लास के साथ मनाते हैं।
रामनवमी के त्यौहार को 9 दिन तक मनाया जाता है। इन 9 दिनों में रामनवमी मनाने वाले सभी हिन्दू भक्त रामचरितमानस का अखंड पाठ करते हैं और साथ ही मंदिरों और घरों में धार्मिक भजन, कीर्तन और भक्ति गीतों के साथ पूजा आरती की जाती है। ज्यादाता भक्त रामनवमी के 9 दिनों के प्रथम और अंतिम दिन पूरा दिन ब्रत रखते हैं।

Ram navami par nibandh

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भगवान राम को विष्णु का अवतार माना जाता है। धरती पर असुरों का संहार करने के लिए भगवान विष्णु ने त्रेतायुग में श्रीराम के रूप में मानव अवतार लिया था। भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है क्योंकि उन्होंने अपने जीवनकाल में कई कष्ट सहते हुए भी मर्यादित जीवन का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने विपरीत परिस्थियों में भी अपने आदर्शों को नहीं त्यागा और मर्यादा में रहते हुए जीवन व्यतीत किया। इसलिए उन्हें उत्तम पुरुष का स्थान दिया गया है।

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