Contents
- 1 Saraswati Vandana kavita in hindi
- 2 Saraswati vandana poem – सरस्वती वंदना हे शारदे
- 3 माँ सरस्वती की कविता – सरस्वती वंदना कविता इन हिंदी
- 4 Saraswati mata Poem in Hindi – Saraswati Vandana
- 5 Maa Saraswati ki Kavita
- 6 Poem on Saraswati Puja in Hindi
- 7 सरस्वती वंदना कविता – Saraswati Vandana Poem in Hindi
- 8 पोएम ऑन सरस्वती पूजा इन हिंदी
- 9 Sarasvati Maa par Kavita
- 10 Saraswati vandana lyrics
- 11 Poem on goddess saraswati in sanskrit
बसंत पंचमी का त्यौहार आने ही वाला है और इस त्यौहार को पूरे भारत में पूरी श्रद्धा व खुशहाली के साथ परिवार के सभी सदस्यों के साथ मनाया जाता है| माँ सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए हम बसंत पंचमी का त्यौहार हर साल शीत ऋतु के अंत और बसंत पंचमी की शुरुआत पर मनाते हैं | इस दिन संगीत, ज्ञान व कला की देवी माता सरस्वती का जन्म हुआ था इसीलिए इस दिन को सरस्वती जयंती के नाम से भी जाना जाता है | बसंत पंचमी के बाद से ही शीत ऋतू के समापन व बसंत ऋतू के स्वागत किया जाता है और पुरे देश में हर जगह लोग पीले रंग के वस्त्र पहन कर इस त्यौहार को मनाते है तथा माता सरस्वती की पूजा करते है | आज हम आपके सामने पेश कर रहे हैं Saraswati Vandana Kavita यानी की Saraswati Maa Quotes in Hindi & Quotes on Goddess Saraswati in Hindi.
Saraswati Vandana kavita in hindi
आइये देखें Hindi Poem on Saraswati Mata for class 2 & class 3 students, Hindi poetry for kids. 2018 सरस्वती पूजा व सरस्वती वंदना के साथ स्टूडेंट्स ये कविता भी स्कूल के प्रोग्राम में सुना सकते हैं |
हे हंसवाहिनी ज्ञानदायिनी अम्ब विमल मति दे। अम्ब विमल मति दे॥ हे हंसवाहिनी ज्ञानदायिनी वह बल विक्रम दे। वह बल विक्रम दे॥ हे हंसवाहिनी ज्ञानदायिनी अम्ब विमल मति दे। अम्ब विमल मति दे॥ साहस शील हृदय में भर दे, जीवन त्याग-तपोमर कर दे, संयम सत्य स्नेह का वर दे, स्वाभिमान भर दे। स्वाभिमान भर दे॥1॥ हे हंसवाहिनी ज्ञानदायिनी अम्ब विमल मति दे। अम्ब विमल मति दे॥ लव, कुश, ध्रुव, प्रहलाद बनें हम मानवता का त्रास हरें हम, सीता, सावित्री, दुर्गा मां, फिर घर-घर भर दे। फिर घर-घर भर दे॥2॥ हे हंसवाहिनी ज्ञानदायिनी अम्ब विमल मति दे। अम्ब विमल मति दे॥
Click To Tweet
Saraswati vandana poem – सरस्वती वंदना हे शारदे
माँ सरस्वती वंदना गीत (sarasvati vandna) इस प्रकार है:
Song hey sharde maa in hindi
शक्ति दे हमको हे शारदा माँ , मन में दे विश्वास हे ज्योति माँ , रस्ते पे चले हम धर्म के , करे न कोई भूल हे जग माँ .......... मिटा लोभ लालच की अग्नि हे माँ , फुले फले सबका जीवन यहाँ , तेरी करुना की है ये पवन दुआ ........ मिटे जुल्म की हर दस्ता हे माँ , बने न पाप की नगरी यहा , तेरी ममता की गोद में रहे ये जहाँ ........ ॐ शांति
Click To Tweet
माँ सरस्वती की कविता – सरस्वती वंदना कविता इन हिंदी
सरस्वती माँ की कृपा, बनी रहे सबपर। विद्या और बुद्धि का हो संचार, सरस्वती माँ की कृपा, बनी रहे बरकरार। माँ इसी तरह हर साल आना, अपने साथ ढेरों खुशियां लाना। सब के मन में सदबुद्धि लाना सब का मन निर्मल कर दो, है वीणावादिनी ऐसा कर दो। सब की झोली खुशियों से भर दो। है माँ आपकी कृपा , बनी रहे हमपर। ऐसा ही उपकार करना, सब की झोली ज्ञान से भरना।
Click To Tweet
Saraswati mata Poem in Hindi – Saraswati Vandana
यहाँ से आप vandana poem in Hindi language & Hindi Font स्टूडेंट्स के लिए (शब्दों) में देख व pdf डाउनलोड कर सकते हैं| साथ ही class 1, class 2, class 3, class 4, class 5, class 6, class 7, class 8, class 9, class 10, class 11, class 12 के बच्चे इन्हे अपने स्कूल फंक्शन celebration व प्रोग्राम में सुना सकते हैं| साथ ही आप चाहें तो Basant Panchami Kavita in Hindi भी देख सकते हैं |
सरस्वती माँ शत् प्रणाम, घट में भर दे ऐसा ज्ञान। करें देश सेवा का काम, पढ़ लिखकर हम पाएँ मान। हे माँ हमको शक्ति दे, जन सेवा की भक्ति दे। नेक बनें यह युक्ति दे, जात पाँत से मुक्ति दे। शिक्षा की सब ज्योति जलाएँ, अनपढ़ को हम गले लगाएँ, समता का हम साथ निभाएँ, जो सोए हैं उन्हें जगाएँ। शिक्षा की फूली फुलवारी, दुनिया में हो साख हमारी। रक्षित होंगे सब नर नारी, दे मैया आशीष तुम्हारी।
Click To Tweet
Maa Saraswati ki Kavita
जय होवे माँ सरस्वती, विनय करूँ कर जोर उर का हरिये वेग तम, दीजै सुमति बहोर दीजै सुमति बहोर माँ ,हम बालक हैं अज्ञान त्राहि त्राहि जग में करें, दीजै शक्ति महान माँ आये हैं दर आपके ,हमको यह वरदान दो मान ध्यान करें आपका,सद्बुद्धि व ज्ञान दो विनय करूँ हे मात,पूजि कर चरण तिहारे भजें तुझे दिन रात, शारदे हम दुखियारे भरो ज्ञान भण्डार, दूर करो अंधियारे
Click To Tweet
Poem on Saraswati Puja in Hindi
हम आये हैं द्वार, हँसवाहिनी के सारे तुम देवी संगीत की, हैं हर साज तुमसे माँ तुम जननी गीत की, हैं सब राज तुमसे माँ करें मात हम ध्यान ,सदा ही शारद तेरा हमको भी दो ज्ञान,चरण वंदन है मेरा हमको ऐसा वर दो हे माँ वीणा वादिनी, हम रहें करम में निरत,भक्ति में मस्त; कार्य सिधह्स्त,गाएं जीवन की रागिनी| हमको ऐसा वर दो हे माँ वीणा वादिनी
Click To Tweet
सरस्वती वंदना कविता – Saraswati Vandana Poem in Hindi
तू सरला,सुफला है माँ,माधुर मधु तेरी वाणी, विद्या का धन हमको भी दो, हे माँ विद्या दायिनि हमको ऐसा वर दो हे माँ वीणा वादिनी हे शारदे,हँसासीनी,वागीश वीणा वादिनी,तुम ग्यांन की भंडार हो,हे विश्व की सँचालिनि हमको ऐसा वर दो हे माँ वीणा वादिनी
Click To Tweet
पोएम ऑन सरस्वती पूजा इन हिंदी
हे! माँ मुझे आज यह वर दें . हे! माँ मुझे आज यह वर दें . प्रेम दया करुणा नैतिकता, गीतों का आधार बना दे. इन गीतों की नव आभा से, बाल विश्व आलोकित कर दे. वर दे. हे! माँ मुझे आज यह वर दे. बच्चों सा यह मन हो निर्मल, बच्चों सा यह मन हो कोमल. बच्चों से निश्च्छल इस मन में, भाव कल्पना के भर दे. वर दे. हे! माँ मुझे आज यह वर दे. बच्चों के ही लिए गीत का, भाव मेरे मन में आए. मेरा गीत सदा बच्चों के, तन मन को ज्योर्ठिमय कर दे. वर दे. हे! माँ मुझे आज यह वर दे. हे! माँ मुझे आज यह वर दे.
Click To Tweet
Sarasvati Maa par Kavita
Maa saraswati prayer in hindi इस प्रकार है
किताबों का साथ हो, पेन पर हाथ हो, कोपिया आपके पास हो, पढाई दिन रात हो, जिंदगी के हर इम्तिहान में आप पास हो। बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं। हैप्पी बसंत पंचमी।
Click To Tweet
Saraswati vandana lyrics
हे हंसवाहिनी ज्ञानदायिनी अम्ब विमल मति दे। अम्ब विमल मति दे॥ जग सिरमौर बनाएं भारत, वह बल विक्रम दे। वह बल विक्रम दे॥ हे हंसवाहिनी ज्ञानदायिनी अम्ब विमल मति दे। अम्ब विमल मति दे॥ साहस शील हृदय में भर दे, जीवन त्याग-तपोमर कर दे,संयम सत्य स्नेह का वर दे, स्वाभिमान भर दे। स्वाभिमान भर दे॥1॥ हे हंसवाहिनी ज्ञानदायिनी अम्ब विमल मति दे। अम्ब विमल मति दे॥ लव, कुश, ध्रुव, प्रहलाद बनें हम मानवता का त्रास हरें हम, सीता, सावित्री, दुर्गा मां,फिर घर-घर भर दे। फिर घर-घर भर दे॥2॥ हे हंसवाहिनी ज्ञानदायिनी अम्ब विमल मति दे। अम्ब विमल मति दे॥
Click To Tweet
Poem on goddess saraswati in sanskrit
Poem on Saraswati in Sanskrit इस प्रकार है:
Saraswati Vandana Shloka
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना । या ब्रह्माच्युतशंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा पूजिता सा मां पातु सरस्वति भगवती निःशेषजाड्यापहा ॥१॥
Click To Tweet