“शिरडी के साईं” के नाम से जानें जाने वाले साईं को हर कोई जानता है और आज के समय में उनके लाखों भक्त भी है जो उन्हें भगवान का स्वरुप मानते हैं व पूजते भी हैं| उन्होंने अपने जीवन काल में लोगों को हमेशा प्रेम, क्षमा, दूसरों की सहायता, दान व सैयम व् भगवान और गुरु के लिए समर्पण की शिक्षा दी| साईं का जन्म 27 सितंबर 1830 में हुआ था | उन्हें साईं नाम शिरडी से मिला था| आज शिरडी में साईं का बहुत भव्य मंदिर बना हुआ है और यहां काफी लोग दर्शन व पूजा करने आते हैं| आज के इस पोस्ट मे हम आपको sai baba shayari hindi with image, photo, wallpaper, pic, marathi, dp, image download, बाबा शायरी हिंदी, आदि की जानकारी देंगे|
Sai baba shayari in hindi
जिसका का चरित्र अच्छा है, उसके अच्छे मित्र होंगे और जिसका चरित्र बुरा है, उसके इर्द-गिर्द अपने आपको मित्र कहने वाले उसके शत्रु ही घूमते रहते हैं। Click To Tweet
पैसा सब कुछ नहीं है…. पैसा ही सब कुछ होता तो हर पैसे वाला सुखी होता, दुरुस्त होता, आनंदमय में होता। Click To Tweet
जागता है…. सिर्फ दीया(दिपक)। यह दिया नहीं योगी है; परम योगी। अपने अंत तक दूसरों के लिए जलता है और दूसरों की जिंदगी को रोशन करता है। अंधेरे में रास्ता दिखाता है और जो रात के अंधेरे में काम करता है, उसको आगाह करता है कि ये मैं देख रहा हूं। Click To Tweet
साईं बाबा व्हाट्सएप शायरी
यहां कोई किसी का नहीं है। पैसा पास होता है तो दया छोड़कर भाग जाती है। कोई नाता, कोई रिश्ता पैसे से बड़ा नहीं है। पैसा भगवान से भी बड़ा है यही तो कलयुग की माया है… महिमा है। Click To Tweet
मालिक की कृपा प्रसाद का साक्षत्कार करना है तो अपने दिल में भक्ति और विश्वास के लिए दीपक बनाकर उसमें प्रेम और श्रद्धा की ज्योति जलानी चाहिए। Click To Tweet
The end of education is character Click To Tweet
Life is a mosaic of pleasure and pain - grief is an interval between two moments of joy. Click To Tweet असल में पैसा इंसान का दुश्मन है लेकिन इंसान अपने दुश्मन को अपने शत्रु से बड़ा दोस्त समझता है। Click To Tweet
मिलना…बिछड़ना ये तो जिंदगी का अटूट हिस्सा है। हम सब जानते हैं फिर भी इंसान जब किसी को अपने दिल में जगह देता है तो बिछड़ते समय इंसान का दिल रोता है। Click To Tweet
इंसान क्यों यह भूल जाता है कि भक्ति जगत नारायण की करनी चाहिए.. नगद नारायण की नहीं। Click To Tweet
असली सुख दूसरों को सुख देने में ही मिलता है और सच्चा सुख प्रभु की भक्ति में है इसलिए मालिक को दिन रात याद करो और जन्म मरण के चक्र से मुक्त हो जाओ। Click To Tweet