मकर संक्राति भारत एक प्रमुख पर्व है | मकर संक्रांति का पर्व सम्पूर्ण भारत में अलग-अलग नाम व परम्पराओं से मनाया जाता है | यह पर्व हर साल 14 जनवरी को मनाया जाता है | मकर संक्रांति का पर्व सूर्य के उत्तरायण होने पर मनाया जाता है इसलिए लोग गंगा स्नान कर सूर्य देव की पूजा करते हैं |
इस दिन लोग गंगा स्नान करते हैं और दान भी करते हैं इसलिए अलग-अलग राज्यों में गंगा नदी के किनारे मेले का आयोजन भी होता है | उत्तर प्रदेश में इसे खिचड़ी का पर्व भी कहा जाता है इसलिए इस दिन लोग चावल और दाल की खिचड़ी खाते हैं व दान भी करते हैं |
मकर संक्रांति कब है
आप सभी को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं | अगर आपको मकर संक्रांति पर निबंध लिखना है तो यह से आप जानकारी ले सकते है|
हर साल की तरह इस साल भी मकर संक्रांति 14 जनवरी सोमवार को मनाई जाएगी | अगर देहा जाए तो मकर संक्रांति का पर्व पूरे भारत में विभिन्न राज्यों में अलग-अलग नामों से मनाया जाता रहा है | मकर संक्रांति को दान का पर्व भी कहा जाता है इसीलिए लोग इस दिन गंगा किनारे जाकर गंगा स्नान करते हैं सूर्यदेव को जल अपर्ण करते हैं व दान भी करते हैं | इस पतंग उड़ने का भी चलन है लोग बड़े उत्साह के साथ इस दिन पतंबाजी करते दिखते हैं |
मकर संक्रांति के बारे में
मकर संक्रांति के पावन अवसर पर हम आके लिए लाए है Makar Sankranti Messages एवं मकर संक्रांति शायरी जो की आप अपने भाई, बहन, दोस्त, मित्र, ब्रो, सिस्टर, आदि रिश्तेदारों के साथ साझा कर सकते है|
मकर संक्रांति भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है | इस दिन गंगा स्नान व दान करने का बहुत महत्व होता है | लोग इस दिन खिचड़ी, चावल,गज़क आदि खाते हैं व दान भी करते हैं | मकर संक्रांति के दिन गंगा किनारे माघ मेला लगाया जाता है | मकर संक्रांति का त्यौहार सूर्य के उत्तरायण होने पर मनाया जाता है | भौगोलिक तरीके से देखा जाये तो इस दिन सूर्य मकर रेखा पर आता है इसलिए इसे मकर संक्रांति के रूप में मनाया जाता है |
मकर संक्रांति क्यों मनाया जाता है
मकर संक्रांति के दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है व दक्षिणायन से उत्तरायण होता है जो की एक शुभ संकेत है क्यूंकि उत्तरायण दवाओं का दिन मन जाता है | इसीलिए लोग मकर संक्रांति पर दान व गंगा स्नान करते हैं | अलग-अलग राज्यों में इसकी अलग-अलग मान्यता है | यही वो समय होता है जब फसलों की कटाई होती है और इसी समय पर सर्दियां छठ जाती है और नई ऋतू की शुरुआत हो जाती है इसीलिए लोग इस दिन सूर्यदेव की पूजा भी करते हैं व उनका धन्यवाद करते हैं |
Makar sankranti in marathi
पतंग उत्सव म्हणून ओळखल्या जाणार्या मकर संक्रांति हा एक लोकप्रिय हिंदू सण आहे. पंजाबमध्ये माघी म्हणून ओळखले जाते. उत्तर प्रदेशमध्ये उत्सव ‘खचिरी’ म्हणून ओळखले जाते. गुजरात आणि राजस्थानमध्ये हा सण उत्तरायण म्हणून ओळखला जातो. भारताच्या विविध संस्कृतींद्वारे परंपरेतील फरक असल्यामुळे, उत्सवाच्या खालील उत्सव आणि मिथक क्षेत्रापासून वेगवेगळ्या ठिकाणी बदलतात. सण सूर्य देव समर्पित आहे. मकर संक्रांती सूर्यप्रकाशातील मकर राशिच्या राशीय घरमध्ये साजरा करण्यासाठी साजरा केला जातो. मकरची हिंदी आवृत्ती “मकर” आहे. म्हणूनच हा दिवस “मकर संक्रांती” म्हणून ओळखला जातो. बर्याच ठिकाणी सूर्य देव पूजा करतो. मकर संक्रांती हा एक कापणीचा सण आहे. वसंत ऋतु हंगामाच्या प्रारंभास चिन्हांकित करण्यासाठी हा उत्सव साजरा केला जातो
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