Makar Sankranti का त्यौहार हिन्दुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक त्योहारों है यह दिन हिन्दू धर्म में बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है | इस त्यौहार का मानाने का सबसे बड़ा कारण है की इसी दिन भगवन सूर्य देव ने धनु राशि को छोड़ा था व मकर राशि में प्रवेश किया था | यह त्यौहार पुरे भारत के अलग-2 राज्यों में अलग-2 तरीके से मनाया जाता है तथा यह दिन हर साल जनवरी माह की चौदह तारीख को पड़ता है|
और साल 2023 में भी यह त्यौहार जनवरी माह की 14 तारीख को पड़ेगा इसीलिए हम आपको मकर संक्रांति के ऊपर 10 लाइन बताते है जो की आपके लिए बहुत अधिक महत्वपूर्ण है जिनको पढ़ कर आप मकर संक्रांति के बारे में अधिक जानकारी पा सकते है |
मकर संक्रांति के बारे में – Makar sankranti 10 lines in Hindi
मकर संक्रांति कब है: मकर संक्रांति 15 जनवरी बुधवार को पड़ रही है | आप सभी को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं | अगर आपको मकर संक्रांति पर निबंध लिखना है तो यह से आप जानकारी ले सकते है|
1. यह त्यौहार भारत के अलग राज्यों में मनाया जाता है तथा हर राज्य में इसे अलग-2 नाम से जाना जाता है जो की निम्नलिखित है :
- मकर संक्रान्ति : छत्तीसगढ़, गोआ, ओड़ीसा, हरियाणा, बिहार, झारखण्ड, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, राजस्थान, सिक्किम, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, बिहार, पश्चिम बंगाल, और जम्मू
- ताइ पोंगल, उझवर तिरुनल : तमिलनाडु
- उत्तरायण : गुजरात, उत्तराखण्ड
- माघी : हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब
- भोगाली बिहु : असम
- शिशुर सेंक्रात : कश्मीर घाटी
- खिचड़ी : पश्चिमी बिहार
- पौष संक्रान्ति : पश्चिम बंगाल
- मकर संक्रमण : कर्नाटक
2. इस दिन भारत की सभी पवित्र नदियों में लोग स्नान करके लोग इस दिन पहला सनान पवित्र नदियों में करना ही उचित मानते है इसीलिए इस दिन का महत्त्व और भी अधिक बढ़ जाता है |
3. हिन्दू पुराणों की मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान् सूर्य अपने पुत्र शनि से मिलने जाते है लेकिन शनि मकर राशि के स्वामी है व ज्योतिष की दृष्टि से सूर्य और शनि का तालमेल असंभव व हानिकारक है इसीलिए सूर्य देव खुद शनि के पास जाते है इसीलिए यह दिन पिता पुत्र के संबंधो के बीच पारस्परिक निकटता दर्शाता है
4. इस दिन विश्व प्रसिद्ध कुम्भ का मेला भी इसी पवित्र महीने में हर पवित्र नदी वाले स्थानों पर मेले का आयोजन किया जाता है और दूर-2 से लोग मेले को देखने के लिए आते है |
5. इस दिन खाने में सबसे अधिक चावल तथा खिचड़ी सबसे लोकप्रिय माने जाते है कई राज्यों में इसे खिचड़ी का पर्व के नाम से भी जाना जाता है | कई लोग खिचड़ी को गुड़ व घी के साथ भी खाते है तथा इस त्यौहार का आनंद लेते है |
Importance Of Makar Sankranti In Hindi
मकर संक्रांति के पावन अवसर पर हम आके लिए लाए है Makar Sankranti Messages एवं मकर संक्रांति शायरी जो की आप अपने भाई, बहन, दोस्त, मित्र, ब्रो, सिस्टर, आदि रिश्तेदारों के साथ साझा कर सकते है|
6. इस उत्सव को बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है व इस दिन घर-2 में पतंगबाजी की जाती है कई स्थानों पर पतंगबाजी की प्रतियोगिताएं की जाती है |
7. इस दिन लोग अपने घर में तिल की मिठाइयां बनाते है तथा उन मिठाइयों को वह लोग अपने रिश्तेदारों, दोस्तों व सगे-सम्बन्धियों को बांटते है |
8. यह दिन पिता व पुत्र के बीच पारस्परिक प्रेम को दर्शाता है इसीलिए इस दिन पुत्र को अपने पिता को तिलक लगा कर स्वागत करना चाहिए तथा इस दिन की शुरुआत करनी चाहिए |
9. इस दिन का महत्त्व इसीलिए और भी अधिक बढ़ जाता है क्योकि इसी दिन महाभारत काल में भीष्म पितामह ने अपने देह को त्यागने के लिए इसी दिन को चुना था |
10. जिस तरह के भारत के अलग-2 राज्यों में इस पर्व का नाम अलग-2 रखा गया है और लोग इसे अपनी मान्यताओं के अनुसार ही मनाते है उसी तरह से इस पर्व पर अपनी मान्यतओं के अनुसार ही पकवान बनाये जाते है |