National Voters Day Essay | राष्ट्रीय मतदाता दिवस निबंध | National Voters Day Speech in Hindi

National Voters Day Essay

National Voters Day in India:25 जनवरी को आयोग का स्थापना दिवस भी है, जो 1950 में इसी दिन अस्तित्व में आया था। चुनाव आयोग मेघालय के पोल-बाउंड में 133 मतदाताओं को राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर सम्मानित करेगा। इस दिन का महत्व 18 वर्ष की आयु तक पहुंचने वाले युवाओं को चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने, खुद को मतदाता सूची में दर्ज करने या पंजीकृत करने और अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना है। गुरुवार को 9 वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जा रहा है।

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National Voters Day 2020 Theme:This year’s theme revolved around the theme is ‘Accessible Elections’,

National Voters’ Day or Rashtriya Matdata Diwas is celebrated on January 25 every year. The significance of National Voters’ Day is to encourage more young voters to take part in the political process. It is a day to celebrate the right to vote and vibrant democracy of India. The day was first celebrated in 2011 to mark Election Commission’s Foundation Day. This will be eighth National Voters’ Day (NVD) and will be used to spread awareness among voters regarding effective participation in the electoral process.
To increase people’s participation in the electoral process, the Election Commission of India adopted a Systematic Voters’ Education and Electoral Participation strategy in 2009 and it got reflected in a range of policy initiatives, programmes and activities. It’s popularly known as SVEEP.
In poll-bound Meghalaya, the Election Commission will felicitate 133 millennium voters – the voters born on January 1 in the year 2000 and have attained the age of 18 on the first day of this year. In Manipur, the National Voters’ Day will be celebrated with the theme “Assessable Elections” and new electors will be felicitated.
In Haryana, activities to promote electoral participation like rangoli making, essay writing, declamation competitions, street plays and rallies by students would be held. In Bengaluru, the Election Commission has decided to use millennial voters as ambassadors under Systematic Voters’ Education and Electoral Participation (SVEEP).
Through National Voters’ Day, the Election Commission’s objective is to increase enrolment of voters, especially of the newly eligible ones. The Election Commission of India is an autonomous constitutional authority responsible for administering election processes in the country and founded in 1950. It administers elections to the Lok Sabha, Rajya Sabha, state legislatures and the offices of the President and Vice President in India.

राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर निबंध

भारत में राष्ट्रीय मतदाता दिवस हर साल 25 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिवस भारत के प्रत्येक नागरिक के लिए अहम है। इस दिन भारत के प्रत्येक नागरिक को अपने राष्ट्र के प्रत्येक चुनाव में भागीदारी की शपथ लेनी चाहिए, क्योंकि भारत के प्रत्येक व्यक्ति का वोट ही देश के भावी भविष्य की नींव रखता है। इसलिए हर एक व्यक्ति का वोट राष्ट्र के निर्माण में भागीदार बनता है।
भारत में जितने भी चुनाव होते हैं, उनको निष्पक्षता से संपन्न कराने की जिम्मेदारी ‘भारत निर्वाचन आयोग’ की होती है। ‘भारत निर्वाचन आयोग’ का गठन भारतीय संविधान के लागू होने से 1 दिन पहले 25 जनवरी 1950 को हुआ था, क्योंकि 26 जनवरी 1950 को भारत एक गणतांत्रिक देश बनने वाला था और भारत में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं से चुनाव कराने के लिए निर्वाचन आयोग का गठन जरूरी था इसलिए 25 जनवरी 1950 को ‘भारत निर्वाचन आयोग’ गठन हुआ।
भारत सरकार ने वर्ष 2011 से हर चुनाव में लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस ’25 जनवरी’ को ही ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ के रूप में मनाने की शुरुआत की थी और 2011 से ही हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है। इस दिन देश में सरकारों और अनेक सामजिक संथाओं द्वारा लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिससे कि देश की राजनीतिक प्रक्रियाओं में लोगों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित की जा सके।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस का हर वर्ष आयोजन सभी भारत के नागरिकों को अपने राष्ट्र के प्रति कर्तव्य की याद दिलाता है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस का आयोजन लोगों को यह भी बताता है कि हर व्यक्ति के लिए मतदान करना जरूरी है। भारत के प्रत्येक नागरिक का मतदान प्रक्रिया में भागीदारी जरूरी है, क्योंकि आम आदमी का एक वोट ही सरकारें बदल देता है। हम सबका एक वोट ही पलभर में एक अच्छा प्रतिनिधि भी चुन सकता है और एक बेकार प्रतिनिधि भी चुन सकता है इसलिए भारत के प्रत्येक नागरिक को अपने मत का प्रयोग सोच-समझकर करना चाहिए और ऐसी सरकारें या प्रतिनिधि चुनने के लिए करना चाहिए, जो कि देश को विकास और तरक्की के पथ पर ले जा सकें।
भारत देश की 65 प्रतिशत आबादी युवाओं की है इसलिए देश के प्रत्येक चुनाव में युवाओं को ज्यादा से ज्यादा भागीदारी करनी चाहिए और ऐसी सरकारें चुननी चाहिए, जो कि सांप्रदायिकता और जातिवाद से ऊपर उठकर देश के विकास के बारे में सोचें। जिस दिन देश का युवा जाग जाएगा, उस दिन देश से जातिवाद, ऊंच-नीच, सांप्रदायिक भेदभाव खत्म हो जाएगा। ये सिर्फ और सिर्फ हो सकता है हम सबके मतदान करने से।
25 जनवरी को भारत के प्रत्येक नागरिक को लोकतंत्र में विश्वास रखते हुए शपथ लेनी चाहिए कि वे देश की स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने की लोकतांत्रिक परंपरा को बरकरार रखेंगे और प्रत्येक चुनाव में धर्म, नस्ल, जाति, समुदाय, भाषा आधार पर प्रभावित हुए बिना निर्भीक होकर मतदान करेंगे। ऐसी शपथें हर वर्ष 25 जनवरी को लाखों लोग लेते हैं।
लेकिन फिर भी इस शपथ पर अमल बहुत कम होता है, क्योंकि आज भी लोग सांप्रदायिक, जातिवाद और भाषायी आधार पर वोट देते हैं। इससे अनेक अपराधी प्रवृत्ति के लोग भी देश की संसद और विधानसभाओं में प्रतिनिधि चुनकर चले जाते हैं। इसलिए भारत के प्रत्येक नागरिक को सांप्रदायिक और जातीय आधार से ऊपर उठकर एक साफ-सुथरी छवि के व्यक्ति के लिए अपने मत का प्रयोग करना चाहिए।
‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ का उद्देश्य लोगों की मतदान में अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के साथ-साथ मतदाताओं को एक अच्छा साफ-सुथरी छवि का प्रतिनिधि चुनने हेतु मतदान के लिए जागरूक करना है। हमारे लोकतंत्र को विश्व में इतना मजबूत बनाने के लिए मतदाताओं के साथ-साथ भारत देश के निर्वाचन आयोग का भी अहम् योगदान है। हमारे निर्वाचन आयोग की वजह से ही देश में निष्पक्ष चुनाव हो पाते हैं।

National voter day speech in hindi

National Voters Day Speech in Hindi

रुद्रपुर 09 जनवरी- भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 9वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी को समारोह के रूप में मनाये जाने हेतु अपर जिलाधिकारी/उप जिला निर्वाचन अधिकारी उत्तम सिंह चैहान की अध्यक्षता में कलक्टेªट सभागार में बैठक सम्पन्न हुयी। उन्होने कहा राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी को जनपद के समस्त शासकीय,अर्द्ध शासकीय कार्यालयों में कार्यरत कर्मचारियों को 11 बजे आयोग द्वारा निर्धारित शपथ सम्बन्धित विभागाध्यक्ष द्वारा दिलायी जायगी। उन्होने बताया इस वर्ष राष्ट्रीय मतदाता दिवस को मनाने हेतु ’’कोई भी मतदाता न छुटे’’ थीम रखी गयी है। उन्होने कहा कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस प्रत्येक मतदेय स्थलों पर मनाया जायेगा जिसमे छुटे हुये नागरिक,दिव्यांगजन ,प्रवासी भारतीयों के नाम मतदाता सूची में पंजीकृृत कराये जाने के दृृष्टिगत मतदेय स्थलो पर सम्बन्धित बीएलओ उपस्थित रहेगें। उन्होने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा सभी विद्यालयो में राष्ट्रीय मतदाता दिवस आयोजित किये जाय साथ ही विद्यालयों से रैलियों का आयोजन किया जाय। 18 वर्ष व उससे अधिक आयु वर्ग के छात्र-छात्राओं के नाम आवश्यकरूप से मतदाता सूची में जोडे जाय। इस दौरान एनसीसी स्काउट,एनएसएस सामाजिक स्वंयसेवी संस्थाओं,नेहरू युवा केन्द्र जनपद स्तर पर समिति के संरक्षण में मतदाता जागरूकता हेतु वाद-विवाद प्रतियोगिता,सफाई अभियान,सडक सुरक्षा अभियान आदि कार्यक्रम करने के भी निर्देश दिये। उन्होने मेला स्थानो पर भी मतदाता जागरूकता अभियान के लिये नुक्कड नाटकों के माध्यम से विशेष रूप से वन गुज्जरो,जनजातिया,अनुसूचित जाति बाहुल्य क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार करने को कहा। उन्होने जनपद के समस्त तहसीलो,विकास खण्डो,नगर निगम,नगर पालिका,नगर पंचायतो में भी लोगों को जागरूक करने के उद््देश्य से राष्ट्रीय मतदाता दिवस आयोजित करने के निर्देश दिये। उन्होने कहा 18 वर्ष पूर्ण करने वाले नये मतदाताओ का बैच लगाकर स्वागत करने के साथ 100 वर्ष पूर्ण कर चुके मतदाताओ को सम्मानित किया जायेगा। उन्होने स्वंय सेवी संस्थाओ के पदाधिकारियो से आग्रह किया कि वे भी मतदाताओ को जागरूक करने के लिये विभिन्न आयोजनो मेले आदि में राष्ट्रीय मतदाता दिवस से सम्बन्धित कार्यक्रम आयोजित करें। उन्होने कहा दिव्यांग मतदाताओ के लिये भी विशेष कार्यक्रम आयोजित किये जाय ताकि सभी मतदाता अपना नाम निर्वाचन नामावली में जुडवा सकें। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित अधिकारियो/कर्मचारियों को मतदाता जागरूकता की शपथ दिलायी।
बैठक में महाप्रबन्धक उद्योग चंचल सिंह बोहरा,जिला विकास अधिकारी अजय सिंह,मुख्य शिक्षा अधिकारी एके सिंह,जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक पी सकलानी,एसीएमओ उदय शंकर,सहायक निर्वाचन अधिकारी पीबी बुलाकोटि,सहित विभिन्न स्वंय सेवी संस्थाओं के पदाधिकारी उपस्थित थे।

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జాతీయ ఓటర్ల దినం లేదా రాష్ట్రీయ మదిదా దివాస్ ప్రతి సంవత్సరం జనవరి 25 న జరుపుకుంటారు. రాజకీయ విధానంలో పాల్గొనడానికి యువ ఓటర్లను ప్రోత్సహించడం జాతీయ ఓటర్ల దినోత్సవ ప్రాముఖ్యత. ఇది భారతదేశం యొక్క ఓటు హక్కు మరియు శక్తివంతమైన ప్రజాస్వామ్యం జరుపుకునేందుకు ఒక రోజు. ఎన్నికల కమిషన్ ఫౌండేషన్ దినోత్సవాన్ని గుర్తించడానికి ఈ రోజు మొదటిసారి 2011 లో జరుపుకున్నారు. ఇది ఎనిమిదవ జాతీయ ఓటర్ డే (ఎన్.డి.వి) గా ఉంటుంది మరియు ఎన్నికల విధానంలో ప్రభావవంతమైన పాల్గొనడం గురించి ఓటర్లలో అవగాహన కల్పించడానికి ఉపయోగించబడుతుంది.
ఎన్నికల విధానంలో ప్రజల భాగస్వామ్యాన్ని పెంచడానికి, 2009 లో భారతదేశ ఎన్నికల సంఘం వ్యవస్థీకృత ఓటర్ల విద్య మరియు ఎన్నికల భాగస్వామ్య వ్యూహాన్ని అవలంబించింది మరియు ఇది అనేక విధాన కార్యక్రమాలు, కార్యక్రమాలు మరియు కార్యక్రమాలలో ప్రతిబింబిస్తుంది. ఇది ప్రముఖంగా SVEEP అని పిలుస్తారు.
ఎన్నికల కమీషనలో ఎన్నికల కమిషన్ 133 మిలియనుల ఓటర్లు – 2000 జనవరిలో జన్మించిన వోటర్లు మరియు ఈ ఏడాది మొదటి రోజు 18 ఏళ్ల వయస్సుని సాధించారు. మణిపూర్లో, జాతీయ ఓటర్ల దినం “అసెస్మెంట్ ఎన్నికలు” తో జరుపుకుంటుంది, కొత్త ఓటర్లు ఓటు వేయబడతారు.
హర్యానాలో, రాంగోలి మేకింగ్, వ్యాస రచన, డిక్లేమేషన్ పోటీలు, వీధి నాటకాలు మరియు విద్యార్థుల ర్యాలీలు వంటి ఎన్నికల భాగస్వామ్యాన్ని ప్రోత్సహించే కార్యక్రమాలు నిర్వహించబడతాయి. బెంగళూరులో, వ్యవస్థాగత ఓటర్ల విద్య మరియు ఎన్నికల పార్టిసిపేషన్ (SVEEP) కింద రాయబారులుగా వెయ్యేళ్లపాటు ఓటర్లు ఉపయోగించాలని ఎన్నికల కమిషన్ నిర్ణయించింది.
జాతీయ ఓటర్ల దినం ద్వారా, ఎన్నికల సంఘం యొక్క లక్ష్యం ముఖ్యంగా క్రొత్తగా అర్హులైనవారికి, ఓటర్లు నమోదు పెంచడం. భారతదేశ ఎన్నికల సంఘం దేశంలో ఎన్నికల ప్రక్రియల నిర్వహణకు బాధ్యత వహిస్తూ, 1950 లో స్థాపించబడింది. ఇది లోక్సభ, రాజ్యసభ, రాష్ట్ర శాసనసభలకు, రాష్ట్రపతి మరియు వైస్ ప్రెసిడెంట్ కార్యాలయాలకు ఎన్నికలను నిర్వహిస్తుంది.

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