Hausla Shayari in Hindi

आत्मविश्वास और साहस के बिना जीवन क्या है, या जीने की इच्छा के बिना भी क्या है? वास्तव में, जीवन जीने के लायक है क्योंकि हममें कुछ साहस है कि हम जो भी स्थिति में हैं उसे जीने के लिए। इनमें से कुछ शेर तंत्रिका, दृढ़ता, शिष्टता और आत्म-आश्वासन के साथ जीवन के वास्तविक अर्थ का खुलासा करेंगे। जीवन के कुछ पाठ पाने के लिए आप इस चयन से गुजर सकते हैं। आज क इस पोस्ट मे हम आपको अलोन शायरी की जानकारी देंगे| हमारे द्वारा आपको भाऊत  सुंदर एवं दिल को छू जाने वाली 4 line shayari की जानकारी मिलेगी जिसको आप अपने दोस्त एवं परिवार वालों या रिश्तेदारों के साथ साझा कर सकते है| Hausla shayari urdu mein, english, punjabi, hindi मे जान सकते है| हमारे द्वारा प्रदान करी गई शायरी आपके दिल को छु जैगी एवं आप इन Hausla शायरी डाउनलोड करके अपने परिवार, दोस्त, रिश्तेदार, आदि से साझा कर सकते है|

हौसला पर शायरी

ख़्वाब टूटे हैं मगर हौंसले ज़िन्दा हैं हम वो हैं जहॉ मुश्किलें शर्मिदा हैं…!! Click To Tweet

सियाह रात नहीं लेती नाम ढलने का यही तो वक़्त है सूरज तिरे निकलने का Click To Tweet

हौसला बुलंद शायरी

चूम लेता हूॅ हर मुश्किलों को..मैं अपना मानकर ज़िन्दगी कैसी भी है आखिर है तो मेरी.. Click To Tweet

हौसले भी किसी हकीम से कम नहीं होते हर तकलिफ में ताकत की दवा देते हैं Click To Tweet

himmat e hausla shayari

उसूल तो हमारे भी बहुत थे मगर वो ज़माने को नागवार गुज़रे Click To Tweet

मजबूरियाँ होती है, यक़ीन जाता है बचपन का प्यार अक्सर तजुर्बे दे जाता है Click To Tweet

हौसला अफजाई शायरी

hausla shayari in hindi images

मुसीबत का पहाड़ आख़िर किसी दिन कट ही जाएगा मुझे सर मार कर तेशे से मर जाना नहीं आता Click To Tweet

जूते फटे पहन आखाश पे चढ़े थे सपने हमेशा हमारे अौकात से बङे थे.. Click To Tweet

संसार में सबसे बड़ा आदमी वही कहलाता है , जिससे मिलने के बाद कोई इन्सान खुद को छोटा महसूस ना करे Click To Tweet

hausla buland shayari in english

Hausla Deti Rahi... Mujhko Meri Baisakhiyan, Sar Unhin Ke Dam Pe Saari Manzilein Hoti Rahi. Click To Tweet

Zindagi Jab Zakhm Par De Zakhm To HansKar Humein, Aajmaish Ki Hadon Ko... Aajmana Chahiye. Click To Tweet

Lakeerein Apne Haathon Ki Banana Humko Aata Hai, Woh Koi Aur Honge Apni Kismat Pe Jo Rote Hain. Click To Tweet

Chain Se Rehne Ka Humko Mashwara Mat Dijiye, Ab Mazaa Dene Lagi Hain Zindagi Ki Mushkilein. Click To Tweet

Sochne Se Kahan Milte Hain Tamannaon Ke Shahar, Chalna Bhi Jaroori Hai Manzil Ko Paane Ke Liye. Click To Tweet

hausla attitude shayari

जलाने वाले जलाते ही हैं चराग़ आख़िर ये क्या कहा कि हवा तेज़ है ज़माने की Click To Tweet

तुंदी-ए-बाद-ए-मुख़ालिफ़ से न घबरा ऐ उक़ाब ये तो चलती है तुझे ऊँचा उड़ाने के लिए Click To Tweet

मैं आँधियों के पास तलाश-ए-सबा में हूँ तुम मुझ से पूछते हो मिरा हौसला है क्या Click To Tweet

हौसला वाली शायरी

हज़ार बर्क़ गिरे लाख आँधियाँ उट्ठें वो फूल खिल के रहेंगे जो खिलने वाले हैं Click To Tweet

खामोशियाँ कर दे बयाँ तो अलग बात है कुछ दर्द एसे भी है जो लफ्जों में उतारे नहीं जाते Click To Tweet

सफलता एक दिन में नहीं मिलती, मगर ठान लो तो एक दिन ज़रूर मिलती है Click To Tweet

2 line hausla shayari

हौसला शायरी इमेज

मौजों की सियासत से मायूस न हो ‘फ़ानी’ गिर्दाब की हर तह में साहिल नज़र आता है Click To Tweet

तू शाहीं है परवाज़ है काम तेरा तिरे सामने आसमाँ और भी हैं Click To Tweet

खुद को भी कभी महसूस कर लिया करो, कुछ रौनकें खुद से भी हुअा करती हैं Click To Tweet

चाहता कौन है बेवफ़ायी करना उसने परिवार सम्भाला होगा यही सोच कर समझाता हूँ ख़ुदको मजबूर होकर मुझे दिल से निकाला होगा Click To Tweet

राहें खुश्क हों कितनीं कदम मेरा हर चुस्त हो मौला नज़र कमज़ोर बेशक हो नज़रिया दुरुस्त हो मौला Click To Tweet

इतने मायूस तो हालात नहीं लोग किस वास्ते घबराए हैं Click To Tweet

hausla badhane wali shayari

नहीं तेरा नशेमन क़स्र-ए-सुल्तानी के गुम्बद पर तू शाहीं है बसेरा कर पहाड़ों की चटानों में Click To Tweet

नशेमन पर नशेमन इस क़दर तामीर करता जा कि बिजली गिरते गिरते आप ख़ुद बे-ज़ार हो जाए Click To Tweet

बना लेता है मौज-ए-ख़ून-ए-दिल से इक चमन अपना वो पाबंद-ए-क़फ़स जो फ़ितरतन आज़ाद होता है Click To Tweet

भँवर से लड़ो तुंद लहरों से उलझो कहाँ तक चलोगे किनारे किनारे Click To Tweet

वो कोई अौर चिराग होते हैं जो हवाअों से बुझ जाते हैं… हमने तो जलने का हुनर भी तूफानों से सीखा है Click To Tweet

लज़्ज़त-ए-ग़म तो बख़्श दी उस ने हौसले भी ‘अदम’ दिए होते Click To Tweet

हौसला रख शायरी

मेरे टूटे हौसले के पर निकलते देख कर उस ने दीवारों को अपनी और ऊँचा कर दिया Click To Tweet

सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में है Click To Tweet

कल का दिन किसने देखा है आज का दिन भी खोए क्यों, जिस घड़ियों में हस सकते है उस घडियों में रोए क्यों Click To Tweet

रख भरोसा खुद पर क्यो ढूॅढता है फरिश्ते पंछीअो के पास कहॉ होते है नक्शे फिर भी ढूॅढ लेते है रास्ते Click To Tweet

ऐ उदास पल जरा धीरे धीरे चल तू भी चला गया तो कैसे पाउँगा संभल Click To Tweet

साहिल के सुकून से किसे इन्कार है लेकिन, तूफान से लङने में मज़ा ही कुछ अौर है Click To Tweet

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