विश्व साक्षरता दिवस पर भाषण – World Literacy Day Speech in Hindi & English Pdf Download for Classes 1-12

विश्व साक्षरता दिवस पर भाषण

World Literacy Day 2020: प्रत्येक वर्ष पूरे विश्व में साक्षरता दिवस 8 सितम्बर को मनाया जाता है| यह दिन हमारे समाज में जागरूकता फैलाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है| यह पर्व अंतरास्ट्रीय स्तर पर पूरे विश्व में मनाया जाता है| इस दिन को मनाने का उद्देश्य समाज में लोगो के प्रति शिक्षा को प्राथमिकता देने को बढ़ावा देना है| इस दिन को मनाने की शुरुवात यूएन की संयुक्त राष्ट्र संग की यूनेस्को द्वारा 17 नवम्बर 1965 में हुई थी| इस दिन बहुत सी सामाजिक संस्था लोगो से वार्तालाप करके या रैलिया निकालकर समाज में लोगो को शिक्षा को बढ़ावा देने के लिया जागरूकता फैलाती है|

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अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर भाषण

विश्व साक्षरता दिवस कब मनाया जाता है: विश्व साक्षरता दिवस हर साल 8 सितम्बर को पूरे विश्व में जगह जगह मनाया जाता है. अक्सर class 1, class 2, class 3, class 4, class 5, class 6, class 7, class 8, class 9, class 10, class 11, class 12 के बच्चो को कहा जाता है साक्षरता दिवस पर स्पीच लिखें| आइये अब हम आपको world literacy day 2017, विश्व साक्षरता दिवस पर कविता, importance of world literacy day, World Literacy Day Slogans, speech on literacy and its importance, विश्व साक्षरता दिवस पर निबंध, short speech on literacy, saksharta din, वर्ल्ड लिटरेसी डे, World Literacy Day Quotes in Hindi, अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस, आदि की जानकारी (speech recitation activity) निश्चित रूप से आयोजन समारोह या बहस प्रतियोगिता (debate competition) यानी स्कूल कार्यक्रम में स्कूल या कॉलेज में भाषण में भाग लेने में छात्रों की सहायता करेंगे। इन साक्षरता दिवस पर हिंदी स्पीच हिंदी में 100 words, 150 words, 200 words, 400 words जिसे आप pdf download भी कर सकते हैं|

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का इतिहास
यूनेस्को ने 7 नवंबर 1965 में ये फैसला किया कि अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस हर वर्ष 8 सितंबर को मनाया जायेगा जोकि पहली बार 1966 से मनाना शुरु हुआ। व्यक्ति, समाज और समुदाय के लिये साक्षरता के बड़े महत्व को ध्यान दिलाने के लिये पूरे विश्व भर में इसे मनाना शुरु किया गया। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिये वयस्क शिक्षा और साक्षरता की दर को दुबारा ध्यान दिलाने के लिये इस दिन को खासतौर पर मनाया जाता है।

अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस समारोह
शिक्षा पर वैश्विक निगरानी रिपोर्ट के अनुसार ये ध्यान देने योग्य है कि हर पाँच में से एक पुरुष और दो-तिहाई महिलाएँ अनपढ़ है। उनमें से कुछ के पास कम साक्षरता कौशल है, कुछ बच्चों की पहुँच आज भी स्कूलों से बाहर है और कुछ बच्चे स्कूलों में अनियमित रहते हैं। लगभग 58.6% की सबसे कम वयस्क साक्षरता दर दक्षिण और पश्चिम एशिया के नाम है। बुरकिना फासो, माली और नाइजर वो देश है जहाँ सबसे कम साक्षरता दर है।

यह पूरे विश्व में शिक्षा की खास विषय-वस्तु, कार्यक्रम और लक्ष्य से साथ मनाया जाता है। वर्ष 2007 और 2008 में इस दिन की विषय-वस्तु साक्षरता और स्वास्थ्य था (टीबी, कॉलेरा, एचआईवी और मलेरिया जैसी फैलने वाली बीमारी से लोगों को बचाने के लिये महामारी के ऊपर मजबूत ध्यान देने के लिये)। वर्ष 2009 और 2010 का मुद्दा साक्षरता और महिला सशक्तिकरण था जबकि 2011 और 2012 के इस उत्सव का विषय साक्षरता और शांति था।

समाज की साक्षरता दर को बढ़ावा देने के लिये असाधारण मूल्य के लिखित शब्द और जरुरत के बारे सार्वजनिक चेतना को बढ़ावा देने के लिये इस दिन को मनाने का खास महत्व है। साक्षरता सुधार की मदद करने के लिये कुछ लेखकों ने लेख लिखे हैं वो हैं- मारगरेट एटवुड, पॉलो कोहेलहो, फिलीप डेलर्म, पॉल ऑस्टर, फिलीप क्लॉडेल, फैटेउ डियोम आदि और भी बहुत सारे। कुछ कंपनियाँ, दानी संस्थाएँ, वैश्विक विकास शोध केन्द्र, रोटरी अंतर्राष्ट्रीय, मौंटब्लैंक और राष्ट्रीय साक्षरता संस्थान भी सामाजिक साक्षरत को बढ़ावा देने में शामिल हैं। साक्षरता इंसान के जीवन को आकार देने के साथ ही उनकी सांस्कृतिक पहचान को भी बनाता है।

अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस क्यों मनाया जाता है
मानव विकास और समाज के लिये उनके अधिकारों को जानने और साक्षरता की ओर मानव चेतना को बढ़ावा देने के लिये अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है। सफलता और जीने के लिये खाने की तरह ही साक्षरता भी महत्वपूर्णं है। गरीबी को मिटाना, बाल मृत्यु दर को कम करना, जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करना, लैंगिक समानता को प्राप्त करना आदि को जड़ से उखाड़ना बहुत जरुरी है। साक्षरता में वो क्षमता है जो परिवार और देश की प्रतिष्ठा को बढ़ा सकता है। ये उत्सव लगातार शिक्षा को प्राप्त करने की ओर लोगों को बढ़ावा देने के लिये और परिवार, समाज तथा देश के लिये अपनी जिम्मेदारी को समझने के लिये मनाया जाता है।

World Literacy Day Speech in Hindi

विश्व साक्षरता दिवस हर साल 8 सितम्बर को राष्ट्रिय और अन्तर्राष्ट्रीय डे के रूप में मनाया जाता हैं. इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को साक्षरता (शिक्षा) के प्रति जागरूक कर समाज में शिक्षा के महत्व को प्रदर्शित करना हैं. 8 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाने की परम्परा की शुरुआत 17 नवम्बर 1965 को सयुक्त राष्ट्र संघ के यूनेस्को (Educational, Scientific and Cultural Organization) द्वारा की गई. हर साल साक्षरता दिवस को एक नई थीम और लक्ष्य निर्धारित कर मनाया जाता हैं.

शिक्षा और विकास, 21 वी सदी के लिए शिक्षा और शिक्षा व् स्वास्थ्य जैसे विषयों को लेकर साक्षरता दिवस उत्सव पिछले कई वर्षो से मनाया जा रहा हैं. इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य समाज के सभी वर्गो तक शिक्षा के संदेश को पहुचाना. उन लोगों को शिक्षा के साथ जोड़ना जो अब तक इससे वाचित रहे हैं. आज के समय में व्यक्ति की प्राथमिक आवश्यकताएं रोटी, कपड़ा और मकान से अधिक महत्वपूर्ण शिक्षा( साक्षरता) को माना जाता हैं.

saakshar bharat mission कई वर्षो से चल रहा हैं. जब तक देश की अधिकांश आबादी साक्षर नही हो जाती हैं. गरीबी, अंधविश्वास, लिंग भेद, जनसंख्या बढ़ोतरी जैसी सामजिक समस्याओं से पार पाना असम्भव हैं. सरकार द्वारा इस दिशा में कई सार्थक कदम उठाने के बावजूद सार्थक परिणाम नजर नही आ रहे हैं. सर्व शिक्षा अभियान, मिड डे मिल प्रोढ़ शिक्षा जैसे साक्षरता कार्यक्रम कई वर्षो से भारत में चल रहे हैं.

वर्ष 2011 में हुई जनगणन के आकड़ो पर हम नजर डाले तो भले ही हमारी पुरुष साक्षरता 80 फिसद से अधिक हो. 2001 से 2011 के मध्य 10 वर्षो की अवधि के दौरान मात्र 4 फीसदी ही महिलाएँ साक्षर हो पाई हैं. जहाँ 2001 की जनगणना में महिलओं की साक्षरता दर 60 फीसदी के आस-पास थी जो अब 64 तक ही बढ़ पाई हैं. बिहार, उत्तरप्रदेश जैसे राज्यों में महिला शिक्षा का स्तर बेहद न्यून हैं जो हम सबके लिए चिंता का विषय हैं.

हमारा भारत प्राचीन समय में विश्व गुरु कहलाता था, मगर आज हालत यह हैं कि कुल आबादी का एक चौथाई तक़रीबन 30 करोड़ लोग आज भी अशिक्षित हैं. इस असफलता के पीछे हमारी सरकारों और समाज दोनों की गलतियाँ बराबर जिम्मेदार हैं. सभी सरकारों विद्यालयों में निशुल्क दोपहरी भोजन की योजना निश्चय ही विद्यालय में बच्चो के ठहराव और उपस्थति के आकड़ो को सुधार करने में मदद कर रही हैं. साक्षरता के महत्व को समझते हुए International Literacy Day की पहल शिक्षा के प्रचार-प्रचार में अहम हथियार हैं. शिक्षित युवाओं द्वारा सक्रिय भूमिका निभाने से वर्तमान स्थति में काफी हद तक सुधार लाया जा सकता हैं.

गणतंत्र राष्ट्र के शिक्षित नागरिक ही अपने कर्तव्यो और अधिकारों के लिए जागरूक होकर इनका सही उपयोग कर सकता हैं. सामजिक द्रष्टि से भी शिक्षा जरुरी हैं. पढ़ा-लिखा व्यक्ति ही समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारियों को समझते हुए सदुपयोग कर सकता हैं. देश की अधिकतर आबादी गाँवों में बस्ती हैं. जहाँ शिक्षा का आज भी निम्न स्तर हैं, जिस कारण लोग जाति धर्म जैसे बन्धनों में खुद को बांधे रखते हैं.

ज्ञान व्यक्ति को अँधेरे से बाहर निकालकर एक उज्जवल भविष्य की राह दिखाने का कार्य करता हैं. आज जो भी देश विकास व् तकनीक के विषय में सर्वोच्च हैं जिनका आधार मूलत शिक्षा ही हैं. असाक्षर व्यक्ति को पशु के समान समझने वाली संभ्यता में आज भी बेटियों की शिक्षा के द्वार पूर्ण रूप से नही खुले हैं. साक्षरता दिवस जैसे अवसर हमारे इस तरह के नासूरो पर फिर से गौर कर नये विचारों के साथ समाज को आगे ले जाने का पथ प्रशस्त करते हैं.

जब हमारा देश अंग्रेजो की गुलामी से आजाद हुआ उस समय हमारी साक्षरता दर मात्र 12-13 फिसद ही थी. आजादी के बाद के इन 70 वर्षो बाद आज हमारी शिक्षा दर 74 प्रतिशत तक पहुच चुकी हैं. मगर वैश्विक साक्षरता दर जो 85 फीसदी के आस-पास हैं. अब भी हम उस लिहाज से काफी पीछे चल रहे हैं.

साक्षरता दर बढ़ाने के लिए किये गये प्रयासों में हमारे देश व् विभिन्न राज्यों की बात करे तो आज की स्थति में लगभग सभी राज्यों में अनिवार्य बाल शिक्षा अधिनियम को शिक्षा के अधिकार के रूप में जगह दी गई हैं. एक कानून को मौलिक अधिकार बना देने के बावजूद क्या 6 से 14 वर्ष के सभी बच्चे स्कुलो तक पहुच पाए. क्या बाल श्रम पर पूर्ण रोक लग पाई. ये सवाल हमारे दिलों दिमाग को तब तक कोसते रहेंगे, जब तक समाज के हर तबके का व्यक्ति शिक्षा के प्रति जाग्रत नही हो जाता. जरुरत हैं इस तरह के कानूनों को आमजन तक पहुचाने की ओर उन्हें इसके प्रति जागरूक करने की. तभी असल में विश्व साक्षरता दिवस मनाने का उद्देश्य सच्चे अर्थो में साकार होगा.

World Literacy Day Speech in English

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस भाषण

“Education is not preparation for life; Education is life itself.” – John Dewey

With no boundaries or limitation, the only thing that can make you a diamond from coal is Education. There is nothing as powerful as education and we should celebrate the day to revise the goals of distributing this power.
Every year, the World Literacy Day is celebrated on September 8. This year, UNESCO is celebrating the 51tst anniversary of International Literacy Day with the quote “Reading the Past, Writing the Future”. This day was is celebrated all around the world to spread awareness about the importance of the literacy to individuals, society, and communities.

UNESCO Director-General Irina Bokova said, “The world has changed since 1966, but our determination to offer every woman and man with the capacities, skills, and opportunities to become everything they wish, in respect and dignity, remains as firm as ever. Literacy is a foundation to build a more sustainable future for all.”

As per the report of the global monitoring, it has been observed that one among every 5 men and two third women are illiterate. Hence, to increase the literacy rate World Literacy Day is celebrated.

Why We Celebrate International Literacy Day-
The main purpose to celebrate the International Literacy Day is to encourage awareness towards literacy so that everyone can know their social and individual rights. As we need food to be live, we need literacy for social and personal development. Considering the immensely increased rate of poverty, uncontrollable population growth, gender inequality, etc. UNESCO has decided to celebrate the day with a goal to remove these problems. Eliminating them not only helps individuals to grow, but also contributes to the overall growth and upliftment of the nation.

Why Literacy is Important-
Literacy is not only the way to get employment however, it encourages to know human rights so that everyone can get what they deserve. Due to illiteracy, many people face humiliation every day. Moreover, they make their own life full of struggles. Hence, to make a better world and to make use of community resources for gaining information from local and school libraries, literacy is of utmost important.

In the mission to spread literacy around the globe, Robomate+ has taken an initiative. It is the India’s largest video platform that provides easy to understand and interactive video lectures. No matter which class or exam you are preparing for, video lectures on almost every concept are available at Robomate+.

So let’s pledge on this literacy day, we learn, we teach, we inspire, to make our future full of knowledge and success

International Literacy Day Speech

International Literacy Day 2020 theme: इस साल की थीम UN ने ‘साक्षरता और कौशल विकास’ है यानी की ‘Literacy and skills development‘ है| International literacy day is observed on 8th September 2020 on Saturday this year. आइये हम आपको world literacy day speech for school, world literacy day speech writing, prepare a speech on world literacy day, speech on literacy day in india, किसी भी भाषा जैसे Hindi, हिंदी फॉण्ट, मराठी, गुजराती, Urdu, उर्दू, English, sanskrit, Tamil, Telugu, Marathi, Punjabi, Gujarati, Malayalam, Nepali, Kannada के Language Font में साल 2007, 2008, 2009, 2010, 2011, 2012, 2013, 2014, 2015, 2016, 2017 का full collection जिसे आप अपने अध्यापक, मैडम, mam, सर, बॉस, माता, पिता, आई, बाबा, sir, madam, teachers, boss, principal, parents, master, relative, friends & family whatsapp, facebook (fb) व instagram पर share कर सकते हैं|

September 8 was proclaimed as the International Literacy Day by UN Educational, Scientific and Cultural Organization (UNESCO) in November 17, 1965. It was first celebrated on 1966. Its aim is to highlight the importance of literacy to individuals, communities and societies, now celebrations take place all around the world.

This annual celebration started following a recommendation of the World Conference of Minister of Education on the Eradication of Illiteracy that met in Tehran in September 1965. The Conference recommended that 8 September, the date of the inauguration of the Conference, be proclaimed International Literacy Day and be observed worldwide.

Each year the celebration is going on with the aim to sensitize and mobilize international public opinion and to elicit their interest preoccupations, since its first Vernal Conference in 1946. On this day, the Director – General of UNESCO address a message to the world, appealing to individuals , organizations and states, to demonstrate their support and solidarity for literacy and to promote non- formal education for all, particularly of those who have been excluded from the school system.

International Literacy Day is an occasion to give hope to the millions of women, men and children who cannot read or write even their own names. It is a timely reminder to the world about the importance of literacy for individuals, families, communities and whole societies.

Concept of Literacy

“Literacy is not merely a cognitive skill of reading, writing and arithmetic, for literacy helps in the acquisition of leaning and life skills that, when strengthened by usage and application throughout people’s lives, lead to forms of individual, community and societal development that are sustainable,” UNESCO Director- General said in his message on the occasion of international Literacy Day 2006.

This concept of Education for all had global reception and even the World Bank deeply appreciated this programme. “Education is a liberating force as also an evolutionary force. Which enables the individual to rise from mere materiality to superior planes of intellectual and spiritual consciousness. Education is a dialogue between past, present and the future, so that the coming generations receive the accumulated lessons of the heritage and carry it forward”.

An estimated 781 million adults live without basic literacy skills. Of whom two- thirds are women. In addition, approximately 103 million children have no access to school and are therefore no learning to read, write or count.

According to UNESCO’s “Global Monitoring Report on Education for all (2006)”, South and West Asia have the lowest regional adult literacy rate (58.6%), followed b sub- Saharan Africa (59.7%), and the Arab States (62.7%). Countries with the lowest literacy rates in the world are Burkina Faso (12.8%), Niger (14.4%) and Mali (19%). The report shows a clear connection between illiteracy in severe property, and between illiteracy and prejudice against women.

The United Nations defines illiteracy as the inability to read and write a simple sentence in any language. So, these literacy rates refer only to basic, no advanced, literacy.

Literacy Initiative for Empowerment (LIFE)

2006 celebration’s theme is “Literacy sustains development”. It emphasizes that literacy is not only a positive outcome of development processes but also a lever of change and an instrument for achieving further social progress. The 2006 celebration was combined with UNESCO’s Literacy initiative for Empowerment (LIFE), launched on 2005, which seeks by 2015 to help reduce by half, the rate of adult illiteracy in the world. LIFE is being implemented in 35 countries with a literacy rate of less than 50 per cent or a population of more than 10 million illiterates and it is designed to further the goals of the UN Literacy Decade (2003-2012).

World Literacy Day Speech in Telugu

“విద్య జీవితం కోసం తయారు కాదు; విద్య అనేది జీవితమే. “- జాన్ డ్యూయీ

సరిహద్దులు లేదా పరిమితులు లేకుంటే, బొగ్గు నుండి వజ్రం చేయగల ఏకైక విషయం విద్య. ఈ విద్యను శక్తివంతంగా ఏదీ లేదు మరియు మేము ఈ శక్తి పంపిణీ లక్ష్యాలను సవరించడానికి రోజు జరుపుకుంటారు ఉండాలి.
ప్రతి సంవత్సరం, ప్రపంచ అక్షరాస్యత దినోత్సవం ఈ ఏడాది సెప్టెంబర్ 8 న జరుపుకుంటారు, యునెస్కో కోట్ “ఫ్యూచర్ రాయడం, గత పఠనం” తో అంతర్జాతీయ అక్షరాస్యత దినోత్సవం 51tst వ వార్షికోత్సవం వేడుకలు జరుపుకుంటోంది. వ్యక్తులు, సమాజం, మరియు వర్గాలకు అక్షరాస్యత యొక్క ప్రాముఖ్యత గురించి అవగాహనను వ్యాపింపజేయడానికి ప్రపంచవ్యాప్తంగా ఈ రోజు జరుపుకుంది.

యునెస్కో డైరెక్టర్ జనరల్ ఇరినా ప్రపంచ 1966 నుండి మార్చబడింది, కానీ సామర్థ్యాలను, నైపుణ్యాలను, మరియు అవకాశాలు ప్రతి మహిళ మరియు మనిషి అందించే మా సంకల్పం గౌరవం మరియు గౌరవం లో వారు కోరుతున్నారు ప్రతిదీ, మారింది, ఎప్పుడూ సంస్థ ఉంది “, అన్నాడు. అక్షరాస్యత అందరికీ మరింత స్థిరమైన భవిష్యత్తును నిర్మించే పునాది. ”

ప్రపంచ పర్యవేక్షణ యొక్క నివేదిక ప్రకారం, ప్రతి 5 మంది పురుషులు మరియు మూడో మహిళల్లో ఒకరు నిరక్షరాస్యులుగా ఉంటారని గమనించబడింది. అందువల్ల, అక్షరాస్యత రేటును ప్రపంచ అక్షరాస్యత దినోత్సవాన్ని జరుపుకుంటారు.

ఎందుకు మేము అంతర్జాతీయ అక్షరాస్యత దినోత్సవాన్ని జరుపుకుంటాము?
అంతర్జాతీయ అక్షరాస్యత దినోత్సవాన్ని జరుపుకోవడానికి ప్రధాన ఉద్దేశం, ప్రతి ఒక్కరికి వారి సామాజిక మరియు వ్యక్తిగత హక్కులను తెలుసుకొనుటకు, అక్షరాస్యతకు అవగాహనను ప్రోత్సహించడం. మనకు ఆహారంగా జీవించాలంటే మనకు సామాజిక మరియు వ్యక్తిగత అభివృద్ధికి అక్షరాస్యత అవసరం. పెరిగిన పేదరిక రేటు, అనియంత్రిత జనాభా పెరుగుదల, లింగ అసమానత మొదలైన వాటి గురించి ఆలోచించండి. యునెస్కో ఈ సమస్యలను తొలగించడానికి లక్ష్యాన్ని జరుపుకోవాలని నిర్ణయించింది. వాటిని తొలగిస్తే, వ్యక్తులు వృద్ధి చెందడానికి మాత్రమే సహాయం చేస్తుంది, కానీ దేశం యొక్క మొత్తం పెరుగుదల మరియు ఉద్ధరణకు దోహదం చేస్తుంది.

అక్షరాస్యత ఎందుకు ముఖ్యమైనది-
అయితే అక్షరాస్యత ఉపాధి పొందడానికి మార్గమే కాదు, మానవ హక్కులను తెలుసుకోవటానికి అది ప్రోత్సహిస్తుంది, తద్వారా ప్రతి ఒక్కరూ తమకు ఎలాంటి అర్హతను పొందగలుగుతారు. నిరక్షరాస్యత కారణంగా చాలామంది ప్రతి రోజు అవమానాన్ని ఎదుర్కొంటారు. అంతేకాక, వారు తమ పోరాటాల పూర్తి జీవితాన్ని పూర్తి చేస్తారు. అందువల్ల, ఒక మంచి ప్రపంచాన్ని మరియు స్థానిక మరియు పాఠశాల గ్రంథాలయాల నుండి సమాచారాన్ని పొందడం కోసం కమ్యూనిటీ వనరులను ఉపయోగించడం, అక్షరాస్యత ఎంతో ముఖ్యమైనది.

ప్రపంచవ్యాప్తంగా అక్షరాస్యతను వ్యాపింపచేసే లక్ష్యంతో, ఒక చొరవ తీసుకుంది. ఇది అర్థం చేసుకునే మరియు ఇంటరాక్టివ్ వీడియో ఉపన్యాసాలు సులభంగా అందించే భారతదేశం యొక్క అతిపెద్ద వీడియో వేదిక. మీరు సిద్ధమౌతున్న ఏ క్లాస్ లేదా పరీక్షలో ఉన్నా, దాదాపు ప్రతి భావనపై వీడియో ఉపన్యాసాలు లో అందుబాటులో ఉన్నాయి.

కాబట్టి ఈ అక్షరాస్యత రోజున ప్రతిజ్ఞ లెట్, మనం నేర్చుకుంటాము, మేము బోధిస్తాము, మేము ప్రేరేపిస్తాము, మన భవిష్యత్ జ్ఞానం మరియు విజయం పూర్తి చేయడానికి

World Literacy Day Speech in Urdu

“تعلیم زندگی کے لئے تیار نہیں ہے؛ تعلیم خود ہی زندگی ہے. “- جان ڈیوی

کوئی حدود یا حدود کے ساتھ کوئلہ سے صرف ایک ہی چیز جو آپ کو ہیرے بنا سکتی ہے تعلیم ہے. تعلیم کے طور پر طاقتور کچھ بھی نہیں ہے اور ہمیں اس طاقت کو تقسیم کرنے کے مقاصد کو نظر انداز کرنے کے لئے دن کا جشن منایا جانا چاہئے.
ہر سال، عالمی سوسائٹی ڈے 8 ستمبر کو منایا جاتا ہے. اس سال، یونیسکو انٹرنیشنل سوسائٹی ڈیوٹی کی 51 ویں سالگرہ کا “جشن ماضی پڑھنا، مستقبل کی تحریر” کے ساتھ منایا جاتا ہے. اس دن دنیا بھر میں منایا جاتا ہے کہ افراد، سماج اور کمیونٹیوں کو سوادری کی اہمیت کے بارے میں شعور کو فروغ دینے کے لئے.

یونیسکو کے ڈائریکٹر جنرل ارینا بوکوفا نے کہا، “دنیا نے 1 9 66 کے بعد تبدیل کر دیا ہے، لیکن ہر عورت اور انسان کو صلاحیتوں، صلاحیتوں اور مواقع اور عزت کے مواقع بننے کے مواقع فراہم کرنے کا عزم ہے. سوادتی ایک بنیاد ہے جس کے لئے سب سے زیادہ پائیدار مستقبل بنانا. ”

عالمی نگرانی کی رپورٹ کے مطابق، یہ دیکھا گیا ہے کہ ہر پانچ مردوں اور دو تہائی خواتین میں سے ایک بے روزگار ہیں. لہذا، خواندگی کی شرح کو بڑھانے کے لئے عالمی سوادتی کا دن منایا جاتا ہے.

ہم بین الاقوامی خواندگی کے دن کیوں منا رہے ہیں-
انٹرنیشنل سوسائٹی ڈے کا جشن منانے کا بنیادی مقصد سوادری کی طرف بیداری کی حوصلہ افزائی کرنا ہے تاکہ ہر شخص اپنے سماجی اور انفرادی حقوق کو جان سکے. جیسا کہ ہمیں خوراک رہنے کی ضرورت ہے، ہمیں سماجی اور ذاتی ترقی کے لئے سوسائٹی کی ضرورت ہے. غربت کی زیادہ سے زیادہ اضافہ کی شرح، ناقابل اعتماد آبادی کی ترقی، صنفی عدم مساوات، وغیرہ. یونیسکو نے ان مسائل کو دور کرنے کے مقصد کے ساتھ دن کا جشن منایا. ان کی خاتمہ کرنے والوں کو نہ صرف افراد میں اضافہ کرنے میں مدد ملتی ہے، بلکہ ملک کی مجموعی ترقی اور بہتری میں بھی مدد ملتی ہے.

کیوں سوادگی اہم ہے
خواندگی صرف روزگار حاصل کرنے کا راستہ نہیں ہے تاہم، یہ انسانی حقوق کو جاننے کے لئے حوصلہ افزائی کرتا ہے تاکہ ہر ایک کو حاصل ہو سکے. بے روزگاری کی وجہ سے، بہت سے افراد ہر دن ذلت کا سامنا کرتے ہیں. اس کے علاوہ، وہ اپنی زندگی کو جدوجہد سے بھرپور بنا دیتے ہیں. لہذا، بہتر دنیا بنانے اور مقامی اور اسکول کے لائبریریوں سے معلومات حاصل کرنے کے لئے کمیونٹی وسائل کا استعمال کرنے کے لئے، سواداری انتہائی اہم ہے.

دنیا بھر میں سوسائٹی پھیلانے کے مشن میں، روومیٹ نے ایک پہل لیا ہے. یہ بھارت کا سب سے بڑا ویڈیو پلیٹ فارم ہے جو سمجھنے میں آسان اور انٹرایکٹو ویڈیو لیکچرز فراہم کرتا ہے. اس بات کی کوئی بات نہیں کہ کلاس یا امتحان آپ کے لئے تیاری کر رہے ہیں، تقریبا ہر تصور پر ویڈیو لیکچرز روومومیٹ + پر دستیاب ہیں.

لہذا اس خواندگی کے دن ہم وعدہ کرتے ہیں، ہم سیکھتے ہیں، ہم سکھاتے ہیں، ہم حوصلہ افزائی کرتے ہیں کہ ہمارے مستقبل کو علم اور کامیابی سے بھرایا جائے.

World Literacy Day Speech in Tamil

“கல்வி என்பது வாழ்க்கைக்கான தயாரிப்பு அல்ல; கல்வி என்பது வாழ்க்கைதான். “- ஜான் டெவே

எல்லைகள் அல்லது வரம்புகள் இல்லாத நிலையில், நிலக்கரியிலிருந்து ஒரு வைரத்தை உங்களால் செய்ய முடியும் என்பது மட்டுமே கல்வி. கல்வியில் அதிக சக்தி வாய்ந்த ஒன்றுமில்லை, இந்த அதிகாரத்தை வழங்குவதற்கான இலக்குகளை மாற்றியமைக்க நாளையே நாம் கொண்டாட வேண்டும்.
ஒவ்வொரு ஆண்டும், உலக எழுத்தறிவு தினம் செப்டம்பர் 8 அன்று கொண்டாடப்படுகிறது. இந்த ஆண்டு, யுனெஸ்கோ சர்வதேச எழுத்தாளர் தினத்தின் 51 வது ஆண்டு நிறைவை கொண்டாடுகிறது, “படித்தல் படித்தல், எதிர்காலத்தை எழுதுதல்”. தனிநபர்கள், சமூகம் மற்றும் சமூகங்களுக்கான கல்வியின் முக்கியத்துவத்தைப் பற்றி விழிப்புணர்வை பரப்புவதற்காக உலகெங்கும் இந்த நாள் கொண்டாடப்படுகிறது.

யுனெஸ்கோவின் இயக்குநர் ஜெனரல் இரினா பொகோவா கூறுகையில், “உலகம் 1966 இலிருந்து மாறிவிட்டது, ஆனால் ஒவ்வொரு பெண்ணும், மனிதனுக்கும் திறமை, திறமை, வாய்ப்புகள் ஆகியவற்றைக் கொண்டு, அவர்கள் விரும்பும் எல்லாவற்றையும், மரியாதையுடனும் மரியாதையுடனும் கொண்டுவர வேண்டும் என்ற எங்கள் உறுதிப்பாடு எப்பொழுதும் உறுதியாக உள்ளது. கல்வியறிவு ஒரு முழுமையான எதிர்காலத்தை உருவாக்குவதற்கான அடித்தளம் ஆகும். ”

உலகளாவிய கண்காணிப்பு அறிக்கையின் படி, ஒவ்வொரு 5 ஆண்கள் மற்றும் மூன்றில் மூன்றில் ஒரு பெண்மணியாக உள்ளவர்கள் படிப்பறிவில்லாதவர்களாக உள்ளனர். எனவே, எழுத்தறிவு விகிதம் அதிகரிக்க உலக எழுத்தறிவு தினம் கொண்டாடப்படுகிறது.

ஏன் சர்வதேச எழுத்தறிவு தினத்தை கொண்டாடுகிறோம்?
சர்வதேச எழுத்தறிவு தினத்தை கொண்டாடும் பிரதான நோக்கம் கல்வியறிவுக்கான விழிப்புணர்வை ஊக்குவிப்பதாகும், இதனால் அனைவரும் தங்கள் சமூக மற்றும் தனிப்பட்ட உரிமைகளை அறிந்து கொள்ளலாம். எங்களுக்கு உணவு இருக்க வேண்டும் என, சமூக மற்றும் தனிப்பட்ட வளர்ச்சிக்கு எழுத்தறிவு தேவை. வறுமையின் அதிகரித்த விகிதம், கட்டுப்பாடற்ற மக்கள்தொகை வளர்ச்சி, பாலின சமத்துவமின்மை போன்றவற்றை கருத்தில் கொண்டு யுனெஸ்கோ இந்த பிரச்சினைகளை அகற்ற ஒரு குறிக்கோளுடன் கொண்டாட முடிவு செய்துள்ளது. அவர்களை நீக்குதல் தனிநபர்கள் வளர உதவுகிறது மட்டும், ஆனால் நாட்டின் ஒட்டுமொத்த வளர்ச்சி மற்றும் மேம்பாட்டு பங்களிப்பு.

ஏன் எழுத்தறிவு முக்கியமானது-
எவ்வாறாயினும், எழுத்தறிவு வேலைவாய்ப்பை மட்டுமல்லாமல், மனித உரிமைகளை அறிந்து கொள்ள ஊக்குவிக்கிறது, அதனால் அனைவருக்கும் அவர்கள் தகுதியுள்ளவர்களாவார்கள். கல்வியறிவு காரணமாக, பலர் ஒவ்வொரு நாளும் அவமானத்தை எதிர்கொள்கிறார்கள். மேலும், அவர்களது சொந்த வாழ்க்கையை போராட்டங்களை முழுமையாக்குகின்றனர். எனவே, ஒரு சிறந்த உலகத்தை உருவாக்கவும், உள்ளூர் மற்றும் பள்ளி நூலகங்களில் இருந்து தகவல்களைப் பெறுவதற்காக சமூக வளங்களைப் பயன்படுத்தவும், கல்வியறிவு மிகவும் முக்கியமானது.

உலகெங்கிலும் எழுத்தறிவுகளை பரப்புவதற்கு இந்த முயற்சியில், Robomate + ஒரு முன்முயற்சியை எடுத்துள்ளது. புரிந்துணர்வு மற்றும் ஊடாடும் வீடியோ விரிவுரைகளை வழங்குவதில் இந்தியாவின் மிகப்பெரிய வீடியோ தளம் இதுவாகும். எந்த வகுப்பு அல்லது பரீட்சை தயாரிக்கிறதோ, எந்தவொரு கருத்தும் வீடியோ விரிவுரைகள் Robomate இல் கிடைக்கின்றன.

எனவே, இந்த கல்வியறிவு நாளில் உறுதியளிக்கிறேன், நாம் கற்பிக்கிறோம், கற்பிக்கிறோம், ஊக்குவிக்கிறோம், அறிவையும் வெற்றிகளையும் எமது எதிர்காலத்தை முழுமையாக்குவதற்கு

World Literacy Day Speech in Punjabi

“ਸਿੱਖਿਆ ਜੀਵਨ ਲਈ ਤਿਆਰੀ ਨਹੀਂ ਕਰ ਰਹੀ ਹੈ; ਸਿੱਖਿਆ ਜੀਵਨ ਹੈ. “- ਜੌਹਨ ਡੇਵੀ

ਕੋਈ ਸੀਮਾ ਜਾਂ ਹੱਦ ਨਹੀਂ, ਸਿਰਫ ਇਕ ਚੀਜ਼ ਹੈ ਜੋ ਤੁਹਾਨੂੰ ਕੋਲੇ ਤੋਂ ਇਕ ਹੀਰਾ ਬਣਾ ਸਕਦੀ ਹੈ ਸਿੱਖਿਆ ਹੈ ਸਿੱਖਿਆ ਦੇ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਸ਼ਕਤੀਸ਼ਾਲੀ ਕੁਝ ਵੀ ਨਹੀਂ ਹੈ ਅਤੇ ਸਾਨੂੰ ਇਹ ਸ਼ਕਤੀ ਵੰਡਣ ਦੇ ਟੀਚੇ ਨੂੰ ਦੁਹਰਾਉਣ ਲਈ ਦਿਨ ਦਾ ਜਸ਼ਨ ਮਨਾਉਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ.
ਹਰ ਸਾਲ, ਵਿਸ਼ਵ ਸਾਖਰਤਾ ਦਿਵਸ 8 ਸਤੰਬਰ ਨੂੰ ਮਨਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ. ਇਸ ਸਾਲ, ਯੂਨੇਸਕੋ ਅੰਤਰਰਾਸ਼ਟਰੀ ਸਾਖਰਤਾ ਦਿਵਸ ਦੇ 51 ਵੀਂ ਬਰਸੀ ਮੌਕੇ “ਰੀਡਿੰਗ ਦ ਪਸਟ, ਰਾਈਟਿੰਗ ਦ ਫਿਊਚਰ” ਦੇ ਹਵਾਲੇ ਨਾਲ ਮਨਾ ਰਿਹਾ ਹੈ. ਇਸ ਦਿਨ ਨੂੰ ਲੋਕਾਂ, ਸਮਾਜ ਅਤੇ ਸਮੁਦਾਇਆਂ ਨੂੰ ਸਾਖਰਤਾ ਦੇ ਮਹੱਤਵ ਬਾਰੇ ਜਾਗਰੂਕਤਾ ਫੈਲਾਉਣ ਲਈ ਸੰਸਾਰ ਭਰ ਵਿੱਚ ਮਨਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ.

ਯੂਨੈਸਕੋ ਦੇ ਡਾਇਰੈਕਟਰ-ਜਨਰਲ ਇਰਿਨਾ ਬੋਕੋਵਾ ਨੇ ਕਿਹਾ, “ਸੰਸਾਰ 1966 ਤੋਂ ਬਦਲ ਗਿਆ ਹੈ, ਪਰ ਹਰ ਔਰਤ ਅਤੇ ਮਨੁੱਖ ਦੀ ਸਮਰੱਥਾ, ਹੁਨਰ, ਅਤੇ ਜੋ ਵੀ ਉਹ ਚਾਹੁੰਦੇ ਹਨ, ਬਣਨ ਦੇ ਮੌਕਿਆਂ ਦੀ ਪ੍ਰਤੀਨਿਧਤਾ ਕਰਦੇ ਹਨ. ਸਾਖਰਤਾ ਸਾਰਿਆਂ ਲਈ ਇੱਕ ਵੱਧ ਸਥਾਈ ਭਵਿੱਖ ਬਣਾਉਣ ਦੀ ਬੁਨਿਆਦ ਹੈ. ”

ਗਲੋਬਲ ਨਿਗਰਾਨੀ ਦੀ ਰਿਪੋਰਟ ਦੇ ਅਨੁਸਾਰ, ਇਹ ਦੇਖਿਆ ਗਿਆ ਹੈ ਕਿ ਹਰੇਕ 5 ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਅਤੇ ਦੋ ਤੀਹਤਰੀ ਔਰਤਾਂ ਵਿੱਚੋਂ ਇੱਕ ਅਨਪੜ੍ਹ ਹੈ. ਇਸ ਲਈ, ਸਾਖਰਤਾ ਦਰ ਨੂੰ ਵਧਾਉਣ ਲਈ ਵਿਸ਼ਵ ਸਾਖਰਤਾ ਦਿਵਸ ਮਨਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ.

ਅਸੀਂ ਇੰਟਰਨੈਸ਼ਨਲ ਸਾਖਰਤਾ ਦਿਵਸ-
ਅੰਤਰਰਾਸ਼ਟਰੀ ਸਾਖਰਤਾ ਦਿਵਸ ਮਨਾਉਣ ਦਾ ਮੁੱਖ ਮਕਸਦ ਸਾਖਰਤਾ ਪ੍ਰਤੀ ਜਾਗਰੂਕਤਾ ਪੈਦਾ ਕਰਨਾ ਹੈ ਤਾਂ ਜੋ ਹਰ ਕੋਈ ਆਪਣੇ ਸਮਾਜਿਕ ਅਤੇ ਵਿਅਕਤੀਗਤ ਅਧਿਕਾਰਾਂ ਨੂੰ ਜਾਣ ਸਕੇ. ਜਿਉਂ ਜਿਉਂ ਜਿਉਂ ਜਿਉਂ ਜਿਉਂ ਜਿਉਂ ਜਿਉਂ ਜਿਉਂ ਜਿਉਂ ਜਿਉਣ ਦੀ ਸਾਨੂੰ ਲੋੜ ਪੈਂਦੀ ਹੈ, ਸਾਨੂੰ ਸਮਾਜਿਕ ਅਤੇ ਨਿੱਜੀ ਵਿਕਾਸ ਲਈ ਸਾਖਰਤਾ ਦੀ ਜ਼ਰੂਰਤ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਗਰੀਬੀ ਦੀ ਬੇਹੱਦ ਵਾਧਾ ਦਰ, ਬੇਕਾਬੂ ਆਬਾਦੀ ਵਾਧਾ, ਲਿੰਗ ਅਸਮਾਨਤਾ ਆਦਿ ਨੂੰ ਧਿਆਨ ਵਿੱਚ ਰੱਖਦੇ ਹੋਏ, ਯੂਨੇਸਕੋ ਨੇ ਇਨ੍ਹਾਂ ਸਮੱਸਿਆਵਾਂ ਨੂੰ ਦੂਰ ਕਰਨ ਲਈ ਇੱਕ ਦਿਮਾਗ ਦੇ ਨਾਲ ਦਿਨ ਮਨਾਉਣ ਦਾ ਫੈਸਲਾ ਕੀਤਾ ਹੈ. ਉਹਨਾਂ ਨੂੰ ਖਤਮ ਕਰਨ ਨਾਲ ਨਾ ਸਿਰਫ ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਦੀ ਮਦਦ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਸਗੋਂ ਕੌਮ ਦੀ ਸਮੁੱਚੀ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਵਿਕਾਸ ਵਿਚ ਵੀ ਯੋਗਦਾਨ ਪਾਉਂਦਾ ਹੈ.

ਕਿਉਂ ਸਾਖਰਤਾ ਅਹਿਮ ਹੈ-
ਸਾਖਰਤਾ ਸਿਰਫ ਨੌਕਰੀ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਦਾ ਤਰੀਕਾ ਹੀ ਨਹੀਂ ਹੈ, ਪਰ ਇਹ ਮਨੁੱਖੀ ਅਧਿਕਾਰਾਂ ਨੂੰ ਜਾਣਨ ਲਈ ਉਤਸ਼ਾਹਿਤ ਕਰਦੀ ਹੈ ਤਾਂ ਕਿ ਹਰ ਕੋਈ ਉਹ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰ ਸਕੇ ਜਿਸ ਦੀ ਉਹ ਹੱਕਦਾਰ ਹੈ. ਅਨਪੜ੍ਹਤਾ ਦੇ ਕਾਰਨ, ਬਹੁਤ ਸਾਰੇ ਲੋਕ ਹਰ ਰੋਜ਼ ਬੇਇੱਜ਼ਤੀ ਦਾ ਸਾਹਮਣਾ ਕਰਦੇ ਹਨ. ਇਸ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ, ਉਹ ਖੁਦ ਆਪਣੀ ਜਿੰਦਗੀ ਸੰਘਰਸ਼ਾਂ ਨਾਲ ਭਰੇ ਹੋਏ ਹਨ. ਇਸ ਲਈ, ਇੱਕ ਵਧੀਆ ਸੰਸਾਰ ਬਣਾਉਣ ਅਤੇ ਸਥਾਨਕ ਅਤੇ ਸਕੂਲ ਲਾਇਬਰੇਰੀਆਂ ਦੀ ਜਾਣਕਾਰੀ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ ਕਮਿਊਨਿਟੀ ਵਸੀਲਿਆਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਨ ਲਈ, ਸਾਖਰਤਾ ਬਹੁਤ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ

ਵਿਸ਼ਵ ਭਰ ਵਿੱਚ ਸਾਖਰਤਾ ਨੂੰ ਫੈਲਾਉਣ ਦੇ ਮਿਸ਼ਨ ਵਿੱਚ, ਰੋਬੈਟ + ਨੇ ਇੱਕ ਪਹਿਲ ਕੀਤੀ ਹੈ ਇਹ ਭਾਰਤ ਦਾ ਸਭ ਤੋਂ ਵੱਡਾ ਵੀਡੀਓ ਪਲੇਟਫਾਰਮ ਹੈ ਜੋ ਸਮਝਣ ਵਿਚ ਆਸਾਨ ਅਤੇ ਇੰਟਰਐਕਟਿਵ ਵੀਡੀਓ ਲੈਕਚਰ ਦਿੰਦਾ ਹੈ. ਕੋਈ ਗੱਲ ਨਹੀਂ ਹੈ ਕਿ ਕਿਹੜਾ ਕਲਾਸ ਜਾਂ ਇਮਤਿਹਾਨ ਤੁਸੀਂ ਤਿਆਰ ਕਰ ਰਹੇ ਹੋ, ਤਕਰੀਬਨ ਹਰੇਕ ਸੰਕਲਪ ਤੇ ਵੀਡੀਓ ਭਾਸ਼ਣ ਰੋਕੋਮੇਟ + ਤੇ ਉਪਲਬਧ ਹਨ.

ਸੋ ਆਓ ਇਸ ਸਾਖਰਤਾ ਦਿਹਾੜੇ ‘ਤੇ ਵਾਅਦਾ ਕਰੀਏ, ਅਸੀਂ ਸਿੱਖਦੇ ਹਾਂ, ਅਸੀਂ ਸਿਖਾਉਂਦੇ ਹਾਂ, ਅਸੀਂ ਆਪਣੇ ਭਵਿੱਖ ਨੂੰ ਗਿਆਨ ਅਤੇ ਸਫ਼ਲਤਾ ਨਾਲ ਪੂਰਾ ਕਰਨ ਲਈ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਕਰਦੇ ਹਾਂ.

साक्षरता दिवस मराठी भाषण

“शिक्षण आयुष्यासाठी तयारी नाही; शिक्षण हेच जीवन आहे. “- जॉन डेव्ही

मर्यादा किंवा मर्यादा नसलेल्या, केवळ कोळशापासून हिरा बनविणारी एकमेव गोष्ट म्हणजे शिक्षण शिक्षणासारखी शक्तीशाली काहीही नाही आणि आपण या शक्तीचे वितरण करण्याच्या उद्दिष्टांची पुनरावृत्ती करण्याचा दिवस साजरा केला पाहिजे.
दरवर्षी, 8 सप्टेंबरला जागतिक साक्षरता दिन साजरा केला जातो. यावर्षी, युनेस्को आंतरराष्ट्रीय वाचन दिन 51tst वर्धापनदिन “वाचन पाश्चात्य, लेखन भविष्यातील” सह उद्धरण आहे. आजचा दिवस जगभरात साजरा केला जातो ज्यायोगे व्यक्ती, समाज आणि समुदायांना साक्षरतेचे महत्त्व समजले जाते.

युनेस्कोचे महासंचालक इरीना बोकोवा म्हणाले, “1 9 66 पासून जग बदलले आहे, परंतु प्रत्येक स्त्री आणि पुरुष ज्याची क्षमता, कौशल्य आणि सर्व इच्छा, सन्मान आणि सन्मानात्मक स्थितीत राहण्यासाठी संधी देण्याचे आमचे निश्चय ते आजपर्यंत कायम अवघड आहे. साक्षरता हा सर्वांसाठी एक अधिक शाश्वत भविष्य निर्माण करण्यासाठी पाया आहे. ”

जागतिक म्युच्युअलेशनच्या अहवालाप्रमाणे हे दिसून आले आहे की दर पाच पुरुष आणि दोन तृतीयांश स्त्रियांपैकी एक निरक्षर अशिक्षित आहे. म्हणून साक्षरता दर वाढवण्यासाठी जागतिक साक्षरता दिन साजरा केला जातो.

आम्ही आंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिन साजरा का करतो-
आंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिन साजरा करण्याचा मुख्य हेतू म्हणजे साक्षरतेबद्दल जागरुकता वाढवणे जेणेकरून प्रत्येकजण त्यांचे सामाजिक आणि वैयक्तिक अधिकार जाणून घेऊ शकेल. आपल्याला जीवनाची गरज आहे त्याप्रमाणे अन्नासाठी सामाजिक आणि वैयक्तिक विकासासाठी साक्षर्याची आवश्यकता आहे. गरिबीचे अत्यंत वाढीव दर, बेकायदेशीर लोकसंख्या वाढ, लिंग असमानता इत्यादि लक्षात घेता, युनेस्कोने या समस्यांना दूर करण्यासाठी एक दिवस साजरा करण्याचे ठरविले आहे. त्यांना दूर करण्याने केवळ व्यक्तींनाच वाढण्यास मदत मिळत नाही, तर देशाच्या एकूण विकासासाठी आणि उत्थाननास देखील योगदान होते.

साक्षरता महत्त्वाची का आहे?
साक्षरता केवळ रोजगार मिळविण्याचा मार्ग नाही, हे मानवाधिकार जाणून घेण्यास प्रोत्साहन देते जेणे करून प्रत्येकजण जे पात्र असेल ते प्राप्त करू शकेल. निरक्षरता असल्यामुळे बरेच लोक दररोज निराश होतात. याव्यतिरिक्त, ते स्वतःच्या आयुष्यात संघर्षापुढे भरभराट करतात. म्हणून स्थानिक आणि शाळेच्या वाचनालयांमधील माहिती मिळविण्यासाठी एक उत्तम जग निर्माण करण्यासाठी आणि सामुदायिक संसाधनांचा वापर करण्यासाठी, साक्षरता अत्यंत महत्त्वाची आहे

जगभरात साक्षरता प्रसारित करण्याच्या मोहिमेत, रोबोमेट + ने एक पुढाकार घेतला आहे. हे भारतातील सर्वात मोठे व्हिडिओ प्लॅटफॉर्म आहे जे समजण्यास सोपे आणि परस्परसंवादी व्हिडिओ व्याख्यान देते. आपण कोणत्या वर्गापैकी किंवा परीक्षेसाठी तयारी करत आहात हे महत्त्वाचे नाही, जवळजवळ प्रत्येक संकल्पनावर व्हिडिओ व्याख्याने रोबोमेट + येथे उपलब्ध आहेत.

तर आपण या साक्षरता दिवशी प्रतिज्ञा करूया, आपण शिकतो, शिकवतो, आम्ही प्रेरणा देतो, आपले भविष्य ज्ञान आणि यशाने पूर्ण करण्यासाठी.

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