मातृ दिवस 2022– मातृ दिवस प्रत्येक बच्चे, बच्चों और छात्रों के लिए साल का सबसे सुखद और अत्यधिक यादगार दिन है। मातृ दिवस वर्ष का एक विशेष दिन है जो भारत की सभी माताओं के लिए समर्पित है। मातृ दिवस हर साल मई के महीने में दूसरे रविवार को मनाया जाता है। इस साल 2022 में, यह 08 मई (दूसरे रविवार) को बहुत खुशी और खुशी के साथ मनाया जाएगा। बच्चे इस दिन बहुत खुश हो जाते हैं और अपनी माताओं का सम्मान करने के लिए घर पर या स्कूल में अपनी मां के लिए कविता समर्पित करते है| आज के इस पोस्ट में हम आपको माँ पर मार्मिक कविता, माँ पर कुछ पंक्तियाँ, माँ के ऊपर छोटी कविता, माँ पर गीत, मदर’स डे पोएम, आदि की जानकारी देंगे|Happy Mothers Day!
मातृ दिवस कविता
Happy Mother Day 2022: आइये अब हम आपको mother’s day poem short, मदर्स डे पर निबंध, mother’s day poem from a child, mother’s day poem in marathi, मदर डे स्पीच इन स्कूल इन हिंदी, mother day poem in punjabi language, Mother Day Quotes in Hindi, mother’s day poem in urdu, mother’s day poem for preschoolers कक्षा class 1, class 2, class 3, class 4, class 5, class 6, class 7, class 8, class 9, class 10, class 11, class 12 के बच्चो के लिए जानकारी देते है|
अपने आंचल की छाओं में,
छिपा लेती है हर दुःख से वोह
एक दुआ दे दे तो
काम सारे पूरे हों…अदृश्य है भगवान,
ऐसा कहते है जो…
कहीं ना कहीं एक सत्य से,
अपरिचित होते है वोह…
खुद रोकर भी हमें
हसाती है वोह…
हर सलीका हमें
सिखलाती है वोह…परेशानी हो चाहे जितनी भी,
हमारे लिए मुस्कुराती है वोह…
हमारी खुशियों की खातिर
दुखो को भी गले लगाती है वो…
हम निभाएं ना निभाएं
अपना हर फ़र्ज़ निभाती है वोह…
हमने देखा जो सपना
सच उसे बनती है वो…दुःख के बादल जो छाये हमपर
तो धुप सी खिल जाती है वोह…
ज़िन्दगी की हर रेस में
हमारा होसला बढाती है वोह…
हमारी आँखों से पढ़ लेती है
तकलीफ और उसे मिटाती है वोह…
पर अपनी तकलीफ कभी नही जताती है वोह…शायद तभी भगवान से भी ऊपर आती है वोह…
तब भी त्याग की मूरत नही माँ कहलाती है ‘वोह’….
Poem on Mother’s Day in Hindi
अक्सर class 1, class 2, class 3, class 4, class 5, class 6, class 7, class 8, class 9, class 10, class 11, class 12 के बच्चो को कहा जाता है Happy Mothers Day poem in hindi pdf, Mothers Day poem in hindi language, मेरी माँ कविता, मदर डे पर शायरी, Mothers Day Kavita, Mother’s Day short poem in hindi, मदर डे पर कविता लिखें| जिसके लिए हम पेश कर रहे हैं Mothers Day kavita hindi Me.
मां
तुम जो रंगोली दहलीज पर बनाती हो
उसके रंग मेरी उपलब्धियों में चमकते हैं
तुम जो समिधा सुबह के हवन में डालती हो
उसकी सुगंध मेरे जीवन में महकती है
तुम जो मंत्र पढ़ती हो वे सब के सब
मेरे मंदिर में गुंजते हैं
तुम जो ढेर सारी चूडियां
अपनी गोरी कलाई में पहनती हो
वे यहां मेरे सांवले हाथों में खनकती है …मां
तुम्हारे भाल पर सजी गोल बिंदिया
मेरे कपाल पर रोज दमकती है
तुम्हारे मुख से झरी कहावतें
अनजाने ही मेरे होंठों पर थिरक उठती है
लेकिन मां
मैं तुम जैसी कभी नहीं बन सकी
तुम जैसा उजला रंग भी मैंने नहीं पायालेकिन तुम
मेरे विचार और संस्कार में
खामोशी से झांकती हो
क्योंकि तुमसे जुड़ी है मेरी पहचान
यह मैं जानती हूं, यह तुम जानती हो…..
Mother Day Poem in Hindi
ये पोएम व कविता को आप Hindi, English, sanskrit, Tamil, Telugu, Marathi, Punjabi, Gujarati, Kannada, Malayalam, Nepali के Language व Font के अनुसार बधाई सन्देश, Poem के Image, Wallpapers, Photos, Pictures अपने परिवार, दोस्तों, friends, girlfriend, boyfriend, पति-पत्नी, रिश्तेदार, बॉस, टीचर आदि को मातृ डे विशेष पिक्स, फोटो, इमेजेज, वॉलपेपर आदि जिसे आप whatsapp, facebook व instagram पर अपने family group, व्हाट्सप्प ग्रुप में share कर सकते हैं|
माँ भगवान का दूसरा रूप
उनके लिए दे देंगे जानहमको मिलता जीवन उनसे
कदमो में है स्वर्ग बसासंस्कार वह हमे बतलाती
अच्छा बुरा हमे बतलातीहमारी गलतियों को सुधारती
प्यार वह हमपर बरसती.तबियत अगर हो जाए खराब
रात-रात भर जागते रहनामाँ बिन जीवन है अधुरा
खाली-खाली सुना-सुनाखाना पहले हमे खिलाती
बादमे वह खुद खातीहमारी ख़ुशी में खुश हो जाती
दुःख में हमारी आँसू बहातीकितने खुश नसीब है हम
पास हमारे है माँहोते बदनसीब वो कितने
जिनके पास ना होती माँ….
Mother Day Poem in English
Itni dur tum kyu ho maa
Pass kyu nahi ho maaDur dur tak dikhe na maa
Rokar kise dikahau maaDard kisse chipau maa
Kaise ye batau maaDekh kar tum samjh khud jati
Rone kabhi na mujhe detiTab rone ko kona dhudhnti
Tum peeche peeche aa jatiSath mere baithi rahti
Jab tak me phir has na detiMujhe hasa kar hi tum jati
Aansu ko aane na detiAkele kone me rona tab accha lagta tha
Tumhara peeche aana tab bhata na thaAb soona sa har kona hai
Koi nahi yaha ab haiChahu jitna ro lu me ab
Hasane wala na koi haiBhare bhare aankho se maa
Tum shayad dikti na hogiYahi sochkar me toh ab
dinbhar roti rahtiEk baar phir aa jao maa
Aasoo ab na chipaungiBhar bahr kar teri godh me
Jeebhar kar me roungiItni door tum kyu ho maa
Pass mere kyu nahi ho maa
A Mother’s Day Poem From Daughter
माँ की ममता करुणा न्यारी,
जैसे दया की चादर
शक्ति देती नित हम सबको,
बन अमृत की गागरसाया बन कर साथ निभाती,
चोट न लगने देती
पीड़ा अपने उपर ले लेती,
सदा सदा सुख देतीमाँ का आँचल सब खुशियों की,
रंगा रंग फुलवारी
इसके चरणों में जन्नत है,
आनन्द की किलकारीअदभुत माँ का रूप सलोना,
बिलकुल रब के जैसा
प्रेम के सागर सा लहराता,
इसका अपनापन ऐसा….
Mother’s Day Par Kavita
प्यारी प्यारी मेरी माँ
प्यारी-प्यारी मेरी माँ
सारे जाग से न्यारी माँ.लोरी रोज सुनाती है,
थपकी दे सुलाती है.
जब उतरे आँगन में धूप,
प्यार से मुझे जगाती है.देती चीज़ें सारी माँ,
प्यारी प्यारी मेरी माँ.उंगली पकड़ चलाती है,
सुबह-शाम घुमाती है.
ममता भरे हुए हाथों से,
खाना रोज खिलाती है.देवी जैसी मेरी माँ,
सारे जाग से न्यारी माँ….
Mother’s Day Poem From Son
कोई अौर झुलाता है झूले मैं तो भी रो जाता हूँ,
मैं तो बस अपनी माँ की थपकी पाकर ही सो पाता हूँ।कुछ ऐसा रिश्ता है मेरा मेरी माँ से
दर्द वो ले लेती है सारे और मैं बस मुस्कुराता हूँ।यूँ तो जमाने के नजरों मैं मैं बड़ा हो गया हूँ,
पर दूर जब माँ से होता हूँ तो रो जाता हूँ।चारदिवारी से घिरा वो कमरा बिन तेरे घर नहीं लगता माँ,
मैं हर रोज अपने ही कमरें मैं मेहमान हो जाता हूँ।जब भी ज़माना मुझे कमजोर करने की कोशिश करता है,
याद करके तुझे माँ मजबूत बन जाता हूँ।जब सोचता हूँ कुर्बानियां तेरी माँ
आंसुओं के समंदर में खो जाता हूँ।मैं रात-रात भर जागता ही रहता हूँ माँ,
अब तेरे आँचल में छुप कर कहाँ सो पाता हूँ।
मदर डे पोएम इन हिंदी
बाजुओं में खींच के आजाये गी जैसे क़ाएनात
अपने बच्चे के लिए ऐसे बाहें फेलाती है माँज़िन्दगी के सफ़र मै गर्दिशों की धुप में
जब कोई साया नहीं मिलता तब बहुत याद आती है माँप्यार कहते हैं किसे और ममता क्या चीज़ है
कोई उन बच्चों से पूछे जिनकी मर जाती है माँसफा-ए-हस्ती पे लिखती है असूल-ए-ज़िन्दगी
इसलिए तो मक़सद-ए-इस्लाम कहलाती है माँजब ज़िगर परदेस जाता है ए नूर-ए-नज़र
कुरान लेके सर पे आ जाती है माँलेके ज़मानत में रज़ा-ए-पाक की
पीछे पीछे सर झुकाए दूर तक जाती है माँकाँपती आवाज़ में कहती है बेटा अलविदा
सामने जब तक रहे हाथों को लहराती है माँजब परेशानी में फँस जाते हैं हम परदेस में
आंसुओं को पोंछने ख्वाबों में आ जाती है माँमरते दम तक आ सका न बच्चा घर परदेस से
अपनी सारी दुआएं चौखट पे छोड़ जाती है माँबाद मरने के बेटे की खिदमत के लिए
रूप बेटी का बदल के घर में आ जाती है माँ….
Small poem on mothers day in english
So Blessed by You, Mom
A mother who always cares,
A mother who’s always there.
A mother who always prays,
A mother who always stays.
When things get rough,
When life gets tough,
When all is just too much to bear,
God’s Word she shares.
God’s light she shines.
So blessed God made this mother mine
Very short poem on mothers day in hindi
I see you’re tired when I get home.
You feel some days you’re all alone.
But what you’re doing is priceless, dear,
And one day you’ll look back–one year.
Far from now when these kids are grown,
You’ll remember the days you spent at home.
Wiping noses, washing dishes,
Having tea parties, getting kisses.
Playing ball and tying shoes,
Dressing dolls and kissing boo-boo’s,
Then you’ll look at me with tearful eyes,
and know you got the better prize.