अश्वगंधा चूर्ण के फायदे और नुकसान

अश्वगंधा चूर्ण के फायदे और नुकसान

अश्वगंधा एक जड़ी बूटी है जो की को हम सब के लिए बहुत कारगर साबित होती है। अश्वगंधा का प्रयोग आयुर्वेदिक दवाओं में बहुत समय से किया जाता है| इसके प्रयोग से काफी लोगों की परेशानियां जैसे की तनाव, चिंता, थकावट, नींद न आना आदि दूर हुई हैं| यह आयुर्वेदिक चिकित्सा में सबसे शक्तिशाली जड़ी-बूटियों में से एक है। यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है व दीर्घायु में वृद्धि भी करती है| लेकिन बहुत से लोगो का यह भी मानना है की यह हानिकारक है|याद रखें अश्वगंधा का ज़रूरत से अधिक प्रयोग करना हानिकारक हो सकता है| इसके बारे में नीचे पूरी जानकारी पढ़ते हैं|

अश्वगंधा चूर्ण के फायदे

तनाव से राहत

अश्वगंधा का सबसे बढ़ा लाभ तनाव से जूझ रहे लोगों के लिए है क्योंकि इसके प्रयोग से हाई कोर्टिसोल कण्ट्रोल में रहता है। इसका प्रयोग antidepressant दवाओं में किया जाता है| ऐसा इसलिए है क्योंकि यह शरीर से मानसिक तनाव को दूर करता है।

शुगर लेवल कम करता है

अश्वगंधा डायबिटीज के मरीज़ो के लिए काफी फायदेमंद है क्योंकि यह शरीर के अंदर के ब्लड शुगर लेवल्स कंट्रोल में रहते हैं|

शक्ति बढ़ाता है

आयुर्वेद में, अश्वगंधा को बाल्या के नाम से जाना जाता है, जिसका अर्थ है दुर्बलता मिटा शक्ति देना। यह ऊर्जा में सुधार, सहनशक्ति और धीरज बढ़ाने के लिए जाना जाता है|

यौन ऊर्जा बढ़ाता है

अश्वगंधा के प्रयोग से कामोत्तेजना बढ़ती है, ऐसा इसलिए है क्योंकि यह यौन स्वास्थ्य का बढ़ाता है।
कैंसर ट्यूमर के खिलाफ प्रभावशाली:
यह कैंसर के ट्यूमर को दबाता है जिससे शरीर में इम्युनिटी व मेटाबोलिस्म बढ़ता है, यही कारण है यह इतना प्रभावशाली है|

अश्वगंधा का सेवन कैसे करे

अश्वगंधा पाउडर (चूर्ण) को आमतौर पर एक बार में 300-500 मिलीग्राम तक लेते है। यह पाउडर और टैबलेट रूपों में उपलब्ध होता है| इसका पारंपरिक उपयोग पाउडर के रूप में होता है, चूर्ण को गर्म दूध और शहद के साथ मिलाएं, और सोने से पहले सेवन करें| इसकी सामान्य खुराक 1/4 से 1/2 चम्मच दैनिक एक या दो बार हो सकती है|अश्वगंधा चूर्ण के उपयोग के लिए सबसे ज़्यादा लोग अश्वगंधा चूर्ण पतंजलि इस्तेमाल करते हैं क्यूंकि यह पूरी तरह से आयुर्वेदिक होता है|

 

अश्वगंधा के नुकसान

यह औषधि वैसे तो आयुर्वेदिक है परन्तु इसके भी कुछ साइड इफेक्ट्स यानी की नुक्सान हो सकते हैं जैसे की इसका सेवन गर्भवती महिलाओ को नहीं करना चाहिए क्योंकि इसके वजह से महिला और बच्चे दोनों को खतरा हो सकता है| अश्वगंधा शामक और विरोधी चिंता दवाओं के प्रभाव को बढ़ा सकता है|इसका प्रयोग शराब के बाद बिलकुल नहीं करना चाहिए क्योंकि यह उसके प्रभाव को बढ़ाता है| अगर किसी की सर्जरी हुई हो तो उसे इसका प्रयोग बिलकुल नहीं करनी चाहिए| इसके अन्य संभावित दुष्प्रभाव में दस्त, मतली, पेट दर्द, उनींदापन और धीमी पल्स शामिल हैं।

ऊपर दिए हुए जानकारी से आप जाएं पाएंगे अश्वगंधा के फायदे और नुक्सान| आशा है आपको हमारा यह पोस्ट अच्छा लगा होगा, ज़्यादा जानकारी के लिए पढ़ते रहे हमारी वेबसाइट|

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