विश्व हृदय दिवस पर निबंध – World Heart Day Essay in Hindi & Speech Pdf Download

विश्व हृदय दिवस पर निबंध

ह्रदय हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग होता है और हमारे पूरे जीवन काल में यह लगातार कार्य करता रहता है | ह्रदय को स्वस्थ बनाए रखने के लिए हमें नियमित व्यायाम करना चाहिए और अच्छा खान-पान लेना चाहिए | तनाव हमारे ह्रदय को सबसे ज्यादा नुक्सान पहुंचता है तो हमे ज्यादातर ये कोशिश करनी चाहिए की हम तनाव से मुक्त रहें | विश्व ह्रदय दिवस हर साल 29 सितम्बर को मनाया जाता है | ये निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए दिए गए है

World Heart Day Speech in Hindi

अक्सर class 1, class 2, class 3, class 4, class 5, class 6, class 7, class 8, class 9, class 10, class 11, class 12 के बच्चो को कहा जाता है विश्व हार्ट डे पर निबंध लिखें| आइये अब हम आपको world heart day theme 2020, विश्व हार्ट डे एस्से, आदि की जानकारी देंगे किसी भी भाषा जैसे Hindi, हिंदी फॉण्ट, मराठी, गुजराती, Urdu, उर्दू, English, sanskrit, Tamil, Telugu, Marathi, Punjabi, Gujarati, Malayalam, Nepali, Kannada के Language Font में साल 2007, 2008, 2009, 2010, 2011, 2012, 2013, 2014, 2015, 2016, 2017 का full collection whatsapp, facebook (fb) व instagram पर share कर सकते हैं| साथ ही World Heart Day 2020 Slogans व World Heart Day Quotes in Hindi देखें |

विश्व हृदय दिवस वार्षिक तौर पर 29 सितंबर को मनाया जाने वाला आयोजन है| इसका उद्देश्य जनसाधारण में हृदय से संबंधित होने वाले रोगों, उनके परिणाम व उनके रोकथाम के लिए जागरूक बनाना है| विश्व में हृदय रोग से होने वाली मृत्यु की दर सबसे अधिक है|

इस आयोजन की पहल विश्व हृदय संघ के निदेशक ने 1999 में आंटोनी बेस दे लुना ने डब्ल्यूएचओ (WHO) के साथ मिल कर की थी| इसकी स्थापना लोगो को इसकी जानकारी देने के लिए की गयी थी किस प्रकार वह एक स्वस्थ हृदय का वातावरण बना सकते हैं, और किस प्रकार एक स्वस्थ जीवन शैली अपना कर हृदय से संबंधित रोगों पर रोक लगा सकते है|

कोरोनरी धमनी रोग:

हृदय के रोगो में होने वाला यह एक सबसे सामान्य प्रकार का रोग है, जिसका कारण कोलोस्टराल द्वारा उन धमनियों पर एक दीवार जैसी संरचना को बना देना है जो की रक्त को हृदय तक पहुचाने का कार्य करती हैं| जिसके परिणामस्वरूप हृदय घात, हृदय पीड़ा, हृदय गति का रुक जाना, तथा अनियमित हृदय गति हो सकती है|

पड़ने वाले घाट को ब्रेन अटैक या मस्तिष्क का काम ना करना से जाना जाता है| यह तब होता है जब मस्तिष्क के रक्त प्रवाह को जाने वाली धमनी का मार्ग अवरुद्ध हो जाता है, या मस्तिष्क में या उसके आस पास की धमनी फट जाती है जिसके परिणाम स्वरूप मस्तिष्क कार्य करना बंद कर देता है या मृत्यु तक हो जाती है|

रोकथाम:

इस तरह के अधिकांश रोग अपनी प्राथमिक अवस्था में ही ख़तम किए जा सकते है अगर उनकी पहचान कर ली जाए या वह स्वास्थ्य कार्यक्रमों के तहत बता दिए जाएँ| ग़लत ख़ान पान, व्यायाम की कमी, धूम्रपान या मादक द्रव्यों का सेवन, अत्यधिक वजन, उच्च रक्त चाप , तथा मधुमेह इत्यादि इसके ख़तरे बन सकते हैं जिससे की हृदय से संबंधित होने वाली 80% मृत्यु का कारण है|

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हृदय दिवस पाए फैलाई जाने वाली जागरूकता इस परिप्रेक्ष्य में सहायक सिद्ध हुई है| इनका उद्देश्य जन साधारण में हृदय सम्बन्धी रोगो के चिन्ह व उनके रोकथाम के प्रयास बताना है| इनमें से कई चरण बहुत ही सरल व सर्वग्यात होने के बावजूद भी लोगों स्वरा अपनाए नहीं जाते|

जागरूकता का विस्तारण:

अपने हृदय को बचाने के उपायों के चरण को जाने तथा उसे परिवार व मित्रों को भी बताए जिससे की उनके भी हृदय की रक्षा हो सके| स्वास्थ जाँच, सभा, इत्यादि को बढ़ावा देने के साथ ही लोगों को इसके बारे में पोस्टर्स व पर्चों के माध्यम से बताएँ|

हृदय दिवस अपने स्वस्थ के प्रति जागरूक होने के साथ ही धूम्रपान छोड़ने, अपने जीवन शैली में बदलाव लाने, व्यायाम की महत्ता पहचानने हेतु इन सभी बातों की शपथ लेने के लिए उपयुक्त दिन है|

 World Heart Day Essay in Hindi

हृदय दिवस 2014 का उद्देश्य महिलाओं तथा बच्चों पर ध्यान देना है| हालाँकि विगत कुछ शोधों से यह पता चला है कि हृदय संबंधी रोग पुरुषों में सबसे ज़्यादा होते हैं किंतु महिलाओं को भी इस परिप्रेक्ष्य में नज़रअंदाज़ नही किया जा सकता| विश्व की कुल महिलाओं जिन्हें हृदय संबंधी रोग है उसका 15% भारतीय महिलाओं का आकड़ा है|

स्वास्थ्यवर्धक चीज़ों को बढ़ावा देना:

विश्व स्वास्थ्य संगठन सभी को कम नमक के उपभोग पर बल देता है जो कि प्रत्यक्ष तौर पर हृदय सबंधी रोगो का कारण है| इसके अनूसार सही मात्रा में कम नमक व वसा वाला भोजन ही ग्रहण करने योग्य है|

शरीर के तंदुरुस्ती को मापने वाला सूचक बीएमआई के नाम से जाना जाता है जो की व्यक्ति के कद व वजन पर निर्भर करता है| स्वस्थ वजन को बनाए रखने के लिए :
– बी एम आई का आकलन करवाते रहें|
– उच्च रक्त चाप तथा कोलेस्टराल की नियमित जाँच करवाएँ|
– लोगों को सीढ़ियों के प्रयोग के लिए बढ़ावा दें, तथा अपने दैनिक जीवन में पैदल चलने की आदत डालें|
– इस विश्व हृदय दिवस पर आइए एक स्वस्थ विश्व के निर्माण की शपथ लें|

Essay on World Heart Day in Hindi

हृदय रोग (CVDs- Cardio Vascular Diseases) हर साल 17.7 मिलियन लोगों की जान लेता हैं, जो विश्व में 31% मृत्यु का कारण है। इस रोग के मुख्य कारण, मुख्य रूप से दिल के दौरे के रूप में – तंबाकू का उपयोग, अस्वास्थ्यकर भोजन, शारीरिक निष्क्रियता और शराब के हानिकारक उपयोग हैं| ये बदले में लोगों में बढ़े हुए (हाइपरटेंशन) उच्च रक्त शर्करा(डायबिटीज़), अधिक वजन और मोटापे के रूप में दिखाई देते हैं, यह अच्छे हृदय और अच्छे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक जोखिम है।

ग्लोबल हार्ट्स इनिशिएटिव(The Global Heart Initiative) के माध्यम से WHO दुनिया भर में सरकारों को तीन तकनीकी पैकेजों के माध्यम से Cardio Vascular Diseases की रोकथाम और नियंत्रण के पैमाने पर प्रयासों का समर्थन कर रहा है: प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल में Cardio Vascular Diseases प्रबंधन को सुदृढ़ बनाने के लिए तम्बाकू नियंत्रण के लिये सशक्त किया जा रहा है, नमक के कम उपयोग के लिए शेक, इस प्रकार सितंबर 2016 में, दि ग्लोबल हर्ट्स इनिशिएटिव को कई देशों में शुरू किया गया।

इन व्यवस्था के जरिये स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि Cardio Vascular Diseases से लोगों की सुरक्षा के लिए बेहतर परीक्षण और सस्ती रोकथाम मिल सके और उनको हार्ट अटेक से बचाया जा सके| एक नई वैश्विक पहल – जीवन को बचाने के लिए यह संकल्प – इन प्रयासों को नए सिरे से प्रोत्साहन देगा|

उत्सव Celebration
स्वस्थ ह्रदय हम सभी के स्वास्थ्य की कुंजी है| विश्व हार्ट फ़ाउंडेशन हर साल 29 सितंबर को हृदय दिवस का आयोजन करता है, ताकि लोगों को हृदय रोगों (Cardio Vascular Diseases) के बारे में सूचित किया जा सके, जो कि दुनिया में मौत और विकलांगता का सबसे बड़ा कारण है। यह दिन Cardio Vascular Diseases के जोखिम को कम करने के लिए निवारक उपायों के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देता है।

कार्डियोवास्कुलर रोग, हृदय और रक्त वाहिकाओं(Blood vessels) को प्रभावित करने वाले विकारों का एक समूह है जो फेफड़े, मस्तिष्क, गुर्दे और शरीर के अन्य भागों में रक्त की आपूर्ति को रोकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के पास 2025 तक 25% गैर-संचारी रोगों (NCDs-Non Communicable Diseases) से समयपूर्व मृत्यु कम करने का लक्ष्य है, जिनमें से Cardio Vascular Diseasess का सबसे बड़ा अनुपात हैं।

इस साल, वर्ल्ड हार्ट डे की थीम ‘शेयर ऑफ़ पॉवर’ है| इसमें छोटे-छोटे बदलाव, जैसे कि स्वस्थ भोजन करना, अधिक व्यायाम करना और धूम्रपान छोड़ना आदि हमारे दिल को शक्तिशाली बना सकता है| विश्व हार्ट फाउंडेशन इस विश्व हार्ट दिवस पर हर किसी को जागृत कर रहा है कि अपने दिल को कैसे बचाना हैं ? और दिल को स्वस्थ रखने के लिए दुनिया भर के लाखों लोगों को प्रेरित किया जा रहा हैं। हमारे दिलों को स्वस्थ और कुशल रखने के लिए हमें हमें अपनी दिनचर्या में कुछ सुधार करने होंगे।

इन दिनों कार्डियोवास्कुलर बीमारी (Cardio Vascular Diseases) दुनिया में मृत्यु और विकलांगता के प्रमुख कारणों में से एक है जिसमें एक साल में 17.5 मिलियन लोगों की मौत हो जाती है (जिसमें आधी मौते गैर संक्रमित-रोग से संबंधित है); और Cardio Vascular Diseases से 23 मिलियन से ज्यादा मौत की भविष्यवाणी 2030 तक की गई (31% Cardio Vascular Diseases से वैश्विक मौत)|

विश्व हार्ट दिवस लोगों में जागरूकता बढ़ाने और व्यक्तियों, परिवारों, समुदायों और सरकारों को अब इसे रोकने के लिए मुहिम करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक महत्वपूर्ण वैश्विक मंच प्रदान करता है। हमें एक साथ मिलकर Cardio Vascular Diseases से होने वाली असामयिक मौतों को कम करना है और हर जगह के लोग को अब, बेहतर, हृदय-स्वस्थ जीवन जीने के लिये उनको प्रोत्साहित करना है ।

विश्व हृदय दिवस हिंदी निबंध

विश्व ह्रदय दिवस कब मनाया जाता है : विश्व के विभिन्न देशों में हर साल 29 सितंबर को ‘विश्व हृदय दिवस’ या ‘वर्ल्ड हार्ट डे’ मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, हृदय रोग से प्रतिवर्ष 2.5 मिलियन लोगों की मृत्यु हो जाती हैं तथा वर्ष 2030 तक इन आंकड़ों में 23 मिलियन की वृद्धि होने की संभावना हैं। भारत में कुल मौतों में से लगभग 26% मौते गैर-संक्रामक रोगों (एनसीडी) यानि कि हृदय रोगों के कारण होती है।

इतिहास : विश्व के लोगों को हृदय रोग के प्रति जागरुक करने के मकसद से संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2000 में हर साल 29 सितंबर को ‘विश्व हृदय दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया। अब तक सितम्बर के अंतिम रविवार को ‘विश्व हृदय दिवस’ मनाया जाता रहा था, लेकिन 2014 से इसे 29 सितम्बर के दिन ही मनाया जाएगा। ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ (डब्ल्यूएचओ) की भागीदारी से स्वयंसेवी संगठन ‘वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन’ हर साल ‘विश्व हृदय दिवस’ मनाता है।

उद्देश्य : विश्व हृदय दिवस का उद्देश्य पूरे विश्व के लोगों में हृदय से संबंधित होने वाले रोगों, उनके परिणाम व उनके रोकथाम के लिए जागरूक बनाना है। विश्व में हृदय रोग से होने वाली मृत्यु की दर सबसे अधिक है।

ह्रदय किसे कहते हैं ? हृदय एक पेशी अंग है, जो कि जो हमारे परिसंचरण तंत्र के केंद्र में होता है। इस प्रणाली में केशिका, शिराओं और धमनियों का एक नेटवर्क होता हैं। यहाँ से रक्त वाहिकाएं, हमारे शरीर के सभी भागों में रक्त को लेकर जाती हैं। इस प्रकार यह शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग होता है। हृदय रोग, हृदय एवं रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करने वाले रोग विकारों का समूह है, जो कि फेफड़े, मस्तिष्क, गुर्दे और शरीर के अन्य भागों में रक्त की आपूर्ति को बाधित करता है।

ह्रदय के रोगों के प्रकार : हृदयाघात, रुमेटिक हृदय रोग, जन्मजात खराबियां, हृदय की विफलता, पेरिकार्डियल बहाव |

हृदय रोग के प्रमुख कारण: उच्च रक्तचाप (उच्च रक्तचाप), उच्च रक्त शर्करा (मधुमेह), उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल, धूम्रपान एवं अत्यधिक शराब का सेवन करना, परिवार में हृदय रोग का इतिहास, अत्यधिक मोटा होना या मोटापे से पीड़ित होना, उच्च वसा युक्त अस्वस्थ आहार, तनाव, व्यायाम की कमी।

हृदय को स्वस्थ बनाए रखने के लिए सुझाव:- कम वसा एवं उच्च रेशा युक्त आहार जैसे कि साबुत अनाजों और फलों तथा सब्जियों का सेवन करें। पैक्ड या प्रसंस्कृत आहार जैसे कि डिब्बाबंद, जमे हुए खाद्य पदार्थों और/या तैयार आहार का सेवन करने से बचें। तंबाकू व धूम्रपान का सेवन करने से बचें। यदि आपका वज़न ज़्यादा हैं, तो अपने शरीर की वसा को कम करें। प्रतिदिन कम से कम तीस मिनट व्यायाम अवश्य करें। नमक का सेवन कम करें। योग, ध्यान एवं अन्य मनोरंजक गतिविधियों द्वारा तनाव को कम करें। अपने वज़न, ब्लड प्रेशर, ग्लूकोज और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखें। अपने स्वास्थ्य की नियमित जांच कराने अवश्य जाएँ।

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