भारत में बहुत से ऐस धार्मिक त्यौहार है जिनसे हिन्दू समाज की सच्ची आस्था और विशवास जुड़ा हुआ है| ऐसे बहुत से त्यौहार है जिसे लोग सच्ची आस्था से मनाते है| भारत के हिन्दू समाज में हर अलग राज्य या अलग छेत्र में कई अलग त्यौहार होते है| ऐसे ही एक त्यौहार का नाम यमुना छठ पूजा है| इस त्यौहार का भारत के दक्ष्णि बाग़ में बहुत महत्व है| आज के इस आर्टिकल में हम आपको यमुना छठ पूजा का महत्व, यमुना छठ पूजा सामग्री,यमुना छठ विधि, यमुना छठ पूजा महूर्त आदि| जिसे पढ़कर आपको यमुना छठ पूजा के बारे में बहुत सी महत्वपूर्ण बाते जानने को मिलेगी|
चैती छठ पूजा २०१८
यमुना छठ पूजा भारत के उत्तरी भाग में उत्तर प्रदेश के मथुरा मे मनाई जाती है| इसे यमुना जयंती भी कहा जाता है| इस त्यौहार का मथुरा, वृन्दावन और बरसाने में बहुत महत्व है| कहा जाता है की इस दिन यमुना माँ का जन्म हुआ था| यमुना नदी भारत की पावन नदिया गंगा, सरस्वती, ब्रह्मपुत्री और गोदावरी में से एक है| भारत में यमुना की पूजा करि जाती है| कहा जाता है की यमुना में स्नान करने से सारे पाप धूल जाते है| पौराणिक कथाओ में इस बात का ज़िक्र है की यमुना श्री कृष्ण की पत्नी थी इसलिए मथुरा और वृन्दावन प्रांत में इस पर्व का बहुत महत्व है|
छठ पूजा की विधि
इस पूजा के लिए सबसे पहले लोग पूजा वाले दिन के एक दिन पहले प्रातः सुबह उठकर यमुना नदी में स्नान करके अपने शरीर की शुद्धि करते है| इस पावन नदी में स्नान करने से आत्मा की शुद्धि होती है और सारे पाप भी धूल जाते है| इसके बाद बताए हुए सही मुहर्त पर छठ पूजा करके उसे देवी यमुना को समर्पित करना चाहिए| इस दिन सभी भक्त कृष्ण भगवान् की पूजा करते है और उनके नाम का व्रत भी रखते है| इसके ठीक 24 घंटे बाद अगले दिन सही मूहर्त पर व्रत को समाप्त करके मिष्टान ग्रहण करके यमुना माँ को समर्पित करना चाहिए|
चैती छठ पूजा 2018 date
हिंदी क्लैंडर के अनुसार यमुना छठ पूजा का सही तारिक 23 मार्च 2018 को है| इस दिन से एक दिन पूर्व 22 तारिक को यमुना में स्नान करने का सही मूहर्त है|
यमुना छठ पूजा समय
इसी दिन श्री कृष्ण की पूजा करके उनके नाम पर व्रत रखना होता है| यह पर्व चैत्र महीने की शुकल पक्ष तिथि पर पड़ता है| हर साल यह त्यौहार चैत्र नवरात्रि के दिनों के दौरान ही पड़ता है| इस दिन बहुत से श्रद्धालु अलग प्रांत से मथुरा यमुना स्नान करने आते है|
यमुना छठ पूजा का शुभ महूर्त 21 मार्च 2018 को दोपहर 1:51 से शुरू होकर 22 मार्च 2018 को सुबह 12:02 तक रहेगा|
यमुना छठ पूजा विधि इन हिंदी
आज के समाय में हर कार्य सही मूहर्त देखकर किया जाता है| कहा जाता है की सही मूहर्त में कार्य करने से वे कार्य सफल होता है| बहुत सी पूजा या विधि होती है जिसे सही मूहर्त में करने से उसके पीछे के वजह में सफलता प्राप्त होती है| ऐसे ही यमुना छठ पूजा करने का भी एक अच्छा मूहर्त नियुक्त हुआ है| इस दिन 22 तारिक को दोपहर के 13:51 से 23 मार्च की 12:02 बजे का शुभ मूहर्त है| इस समय तक आप यमुना छठ पूजा की साड़ी विधि संपन्न कर सकते है|
2018 update