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Diwali Pooja Vidhi 2018 : जैसे की आप सब जानते है दिवाली का त्यौहार सभी को प्रिय है इस दिन हम सभी के साथ मिल कर इस त्यौहार को मनाते है | माना जाता है इस दिन लक्ष्मी गणेश पूजा विधि करने से लक्ष्मी माँ प्रसन्न यानी खुश हो जाती हैं और आपके घर प्रवेश करती हैं|ऐसा भी कहा जाता है इस दिन घर में लक्ष्मी जी का वास होता है तो आपके घर में पैसे की कभी कमी नहीं होती| इसलिए इस त्यौहार को बहुत ही धूम धाम से भी बनाया जाता है | इस दिन माँ सरस्वती जी, श्री गणपति जी, और माता लक्ष्मी जी की पूजा अर्चना की जाती है |आइये अब हम आपको बताते हैं की लक्ष्मी पूजन कसे करावे, दीपावली पूजन की विधि आदि जिससे लक्ष्मी माँ की कृपा आपके ऊपर सदैव बनी रहेगी|
लक्ष्मी पूजन का समय 2018
प्रदोष काल 7 नवंबर को 17:27 से 20:06 तक रहेगा। यह समय पूजन करने के लिए सबसे शुभ रहेगा|
महालक्ष्मी पूजन -सायं 5 बजकर20 मिनिट से 8 बजकर 20 मिनट तक।
व्यापारी वर्ग के लिए बहीखाता पूजन-सायं 5 बजकर50 मिनट से 7 बजकर 50 मिनट तक।
साधको के लिए महानिशीथ काल रात 11 बजकर 15 मिनट से 12 बजकर 30 मिनट तक।
दिवाली पूजा का महत्व
Diwali Pooja Importance:पूजा तो सब जगह होती है लेकिन यदि वो पूजा पूरी विधि विधान से हो तो अधिक फल देती है | इस पूजा को यदि अच्छे से यानि की सही तरीके से किया जाये तो हर तरह की दरिद्रता को दूर कर देती है व इस से सभी प्रकार के कष्ट भी कम होते है साथ ही घर में लक्ष्मी जी का वास होता है और सुख समृद्धि भी प्राप्त होती है | साथ ही जानें दिवाली पर घर की सजावट फूलों से कैसे करे
दिवाली पूजा विधि २०१८
Diwali puja vidhi in hindi 2018: Diwali ki puja करने के लिए आपको विद्धिवद तरीके को अपनाना चाहिए और पूजन समय का खास ध्यान रखना चाहिए|
दीपावली पूजन सामग्री
Diwali Pooja ki Samagri in Hindi: Deepawali की पूजा का सामान इस प्रकार है:
रोली, चावल, पान ,कुमकुम, धुप, इलाची, लोंग, सुपारी, कपूर, कलश, माला, दीपक, रोइ, कलावा, नारियाल, शहद, दही, गंगाजल, गुड़, धनिया, फल, फूल, जौ ,गेहू, चन्दन, सिन्दूर, घृत, पंचामर्त, चांदी का सिक्का, दीपक, घी , चोकी , खील ,बताशे, मिठाई, थाली, आसन, लक्ष्मी जी, गणेश जी की मूर्ति या चित्र आदि|
लक्ष्मी पूजन विधि | दीपावली पूजन की विधि
लक्ष्मी पूजा कैसे करे: तो आइए जाते है दीपावली पूजा का तरीका व विधि:
- सब से पहले हमे दीपक को पानी में भिगोना होता है फिर उन को सूखा कर उनकी स्थापना करनी चाहिए|
- अब आपको पूजा के लिए मूर्तियों या चित्र को पवित्र करना होगा इस के लिए पहले हमे इन जल पात्र से थोड़ा सा जल ले के छिड़कना होगा और पवित्र करना होगा |
- इसी प्रकार बाकि पूजा की सामग्री और आसन को भी इसी प्रकार से पवित्र कर ले |
- अब जहा पर आप ने आसन लगाया है वहा पर भी जलपात्र से जल ले कर जल का छिड़काव करे और फिर पृथ्वी माँ को भी प्रणाम करे |
- अब हाथ जोड़ कर ध्यान करे |( यदि आप को ध्यान लगाने में परेशानी हो रही है तो आप ध्यान से पहले कुछ बार लम्बी लम्बी सास ले )
- ध्यान के बाद सवस्तिक बनाये और उस पर फूल अर्पित करे और कुछ धन भी रखे |
- अब आप गणेश जी की और माता की पूजा करे |
- इसके बाद आप को कलश पूजा करनी है फिर आप नवग्रह की पूजा करे और हाथ में पुष्प भी ले और नवग्रह स्त्रोत का जाप करे |
- अब घर की महिलाये सुहाग का सारा सामान माँ लक्ष्मी को अर्पित करती है |
- इसके बाद उनको फल खील बताशे नारियल आदि चढ़ा कर भगवान् की आरती की जाती है |
- याद रहे आरती माता लक्ष्मी और गणेश जी दोनों की एक साथ होनी चाहिए |
ऊपर दिए हुए तरीको में हमने आपको बताया है की दिवाली पूजा कैसे करेंगे यदि आप इन तरीको का अच्छे से पालन करेंगे तो आप सुख समृद्धि को पाएंगे|आपको हमारा यह पोस्ट अच्छा लगा होगा, ज़्यादा जानकारी के लिए पढ़ते रहे हमारी वेबसाइट|